गुजरात के इस गांव में वोट नहीं डालने पर लगता है जुर्माना, उम्मीदवार भी नहीं कर सकते प्रचार
-वृषिका भावसार
अहमदाबाद। भारत में अभी मतदान को अनिवार्य नहीं बनाया गया है, लेकिन गुजरात का एक गांव ऐसा भी जहां यदि कोई व्यक्ति वोट नहीं डालता है तो उससे जुर्माना वसूला जाता है। गुजरात के इस गांव का नाम है राज समाधियाला। इतना ही नहीं यहां उम्मीदवारों के चुनाव प्रचार पर भी रोक है।
राज समाधियाला गांव में यह नियम 39 साल से चला आ रहा है। भारतीय लोकतंत्र के इस अनूठे गांव में 100 फीसदी मतदान होता है। यदि कोई मतदान नहीं करता है तो उससे 51 रुपए का जुर्माना वसूला जाता है। चुनाव प्रचार पर रोक के संबंध में यहां लोगों का कहना है कि ऐसा करने से गांव का माहौल बिगड़ता है।
राजकोट से करीब 20 किलोमीटर दूर है यह राज समाधियाला गांव। यहां ग्रामीण लोग ग्राम विकास समिति (VDC) के नियमों से बंधे हैं। अगर ग्रामीण कोई नियम तोड़ते हैं तो उन्हें जुर्माना भी भरना पड़ता है। इन्हीं नियमों के तहत मतदान से जुड़ा यह नियम भी शामिल है। बताया जाता है कि अभी तक गांव में 100 फीसदी मतदान होता है।
स्थानीय सरपंच की मानें तो जुर्माने का प्रावधान होने से शत प्रतिशत मतदान होता है। राज समाधियाला गांव की कुल आबादी 1700 है। इसमें करीब 995 मतदाता हैं। यहां सभी ग्रामीण अपनी मर्जी से मतदान करते हैं। ग्रामीणों की समिति चुनाव से कुछ दिन पहले ग्रामीणों की एक बैठक करती है। यदि कोई मतदान नहीं करता है, तो उसे वैध कारण बताना पड़ता है। अन्यथा उस पर जुर्माना लगाया जाता है।
1983 से प्रचार पर रोक है : वर्ष 1983 से गांव में राजनीतिक दलों और उनके उम्मीदवारों के लिए प्रचार नहीं करने का नियम भी है। राजनीतिक दल भी इस बात को भली भांति जानते हैं। नेता यह भी जानते हैं कि अगर वे इस गांव में प्रचार करने जाएंगे तो उन्हें नुकसान होगा। एक स्थानीय ग्रामीण का कहना है कि गांव के लोग अच्छा काम करने वाले नेता को वोट देते हैं। यहां किसी भी उम्मीदवार को बैनर लगाने और पर्चे बांटने की अनुमति नहीं है।
दूसरे गांवों पर भी हो रहा है असर : राज समाधियाला एक हाईटेक गांव है। गांव में इंटरनेट और वाईफाई की सुविधा है। सीसीटीवी कैमरे और आरओ प्लांट भी हैं। गांव की इन सुविधाओं से पड़ोसी गांव भी प्रभावित होते हैं। एक स्थानीय व्यकित ने बताया कि आसपास के 5 गांवों में मतदान अनिवार्य कर दिया गया है। इतना ही नहीं, गंदगी करने वाले पर भी जुर्माना लगाया जाता है।
और भी हैं नियम : इस गांव में बोर्ड भी लगाया गया है, जिस पर नियमों का उल्लेख किया गया। साथ ही भी स्पष्ट रूप से लिखा गया है कि जो भी नियमों का उल्लंघन करेगा उस पर जुर्माना लगाया जाएगा। बोर्ड पर लिखे नियमों के मुताबिक प्रायमरी शिक्षा अनिवार्य है, किसी को हवा, और पानी को प्रदूषित करने की अनुमति नहीं है, जातिवाद पर यहां प्रतिबंध है, गुटखा, शराब, प्लास्टिक आदि पर भी यहां प्रतिबंध है।
Edited by: Vrijendra Singh Jhala