अलविदा नन्हे शेर, कब्र जितनी छोटी होती है उतनी ही भारी भी होती है...
नई दिल्ली। मणिपुर में शनिवार को हुए आतंकवादी हमले में कर्नल विप्लव त्रिपाठी के साथ उनके नन्हे बेटे अबीर त्रिपाठी भी शहीद हो गए थे। सोमवार को कर्नल त्रिपाठी और उनके नन्हे पुत्र अबीर को सेना ने पूरे सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी। यह हृदयविदारक दृश्य देखकर हर किसी की आंखें नम हो गईं, जब पिता और पुत्र को एक साथ अंतिम विदाई दी गई।
इस नन्हे शेर को विदाई देते वक्त वहां मौजूद हर किसी की आंखें नम हो गई। Guardians_of_the_Nation नामक ट्विटर हैंडल से लिखा गया- कब्र जितनी छोटी होती है, उतनी ही भारी भी होती है...अलविदा, नन्हे शेर...
हालांकि कुछ लोगों ने कब्र शब्द पर आपत्ति जताई, लेकिन यहां 'शब्द' से ज्यादा 'भाव' महत्वपूर्ण है। ट्विटर पर लोगों ने बहुत ही भावुक पोस्ट किए। उदय सिंह ने लिखा- छोटा होकर भी लहू दिया तूने माटी को, भूल न पाएंगे कभी कि एक नन्हा भी काम आ गया, भारत माता के इस लाल को कोटि कोटि प्रणाम।
जर्नलिस्ट सुरेन्द्र सिंह पंवार ने लिखा- भारत माता के सपूत को प्रणाम। आदित्यराज ने लिखा- धन्यवाद आपके साहस के लिए। आपके कारण आजादी से सांस ले पा रहा हूं। फिर आना इस देश को तुम्हारी जरूरत है। एक अन्य ने लिखा- दिल तोड़ने वाला क्षण।
सुनील तिवारी ने लिखा- इस नन्हे शेर की हत्या पर किसी का खून क्यों नहीं खौल रहा है? संजीव कुलकर्णी ने लिखा- फिर एक बार पूरी जिंदगी जिओ बेटा।
उल्लेखनीय है कि शनिवार को मणिपुर के चूड़ाचंदपुर इलाके में हुए आतंकवादी हमले में कर्नल विप्लव त्रिपाठी समेत असम राइफल्स 5 सैनिक शहीद हो गए थे। इनके अलावा कर्नल त्रिपाठी के पुत्र एवं पत्नी की भी जान चली गई थी।