गुरुवार, 21 नवंबर 2024
  • Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. मुख्य ख़बरें
  3. राष्ट्रीय
  4. Discussion on construction of Ram temple and consecration of Ramlala in both houses of Parliament
Last Updated : शनिवार, 10 फ़रवरी 2024 (11:16 IST)

संसद के दोनों सदनों में होगी राम मंदिर निर्माण और रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा पर चर्चा

संसद के दोनों सदनों में होगी राम मंदिर निर्माण और रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा पर चर्चा - Discussion on construction of Ram temple and consecration of Ramlala in both houses of Parliament
Discussion on Ram Temple in Parliament: मौजूदा बजट सत्र के अंतिम दिन शनिवार को संसद के दोनों सदनों में अयोध्या (Ayodhya) स्थित राम मंदिर (Ram Mandir) के ऐतिहासिक निर्माण और रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा (Pran Pratishtha) पर अल्पकालिक चर्चा की जाएगी। लोकसभा और राज्यसभा सचिवालय, नई दिल्ली की ओर से जारी दोनों सदनों की शनिवार की संशोधित कार्यसूची में यह जानकारी दी गई।
 
कार्यसूची में उस दिन सदन में उठाए जाने वाले एजेंडे के मुख्य विषय शामिल होते हैं और आमतौर पर इसे सत्र अवधि के दौरान बैठक की तारीख से 2 दिन पहले दैनिक रूप से जारी किया जाता है। अंतिम एजेंडा कार्य की संशोधित सूची में शामिल होता है और बैठक के पूर्ववर्ती कार्यदिवस पर जारी किया जाता है।

 
BJP ने दिया नियम 193 के तहत चर्चा कराने का नोटिस: लोकसभा में 'श्रीराम मंदिर के ऐतिहासिक निर्माण और रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा' विषय पर नियम 193 के तहत चर्चा कराने का नोटिस भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद सत्यपाल सिंह और शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट) के श्रीकांत शिंदे की ओर से दिया गया। श्रीकांत, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के पुत्र हैं।
 
राज्यसभा में इसी विषय पर अल्पकालिक चर्चा का नोटिस भाजपा सांसदों सुधांशु त्रिवेदी, के. लक्ष्मण और मनोनीत सदस्य राकेश सिन्हा ने दिया है। संसद के उच्च सदन में सरकार की ओर से लाए गए 'भारतीय अर्थव्यवस्था पर श्वेत पत्र' विषय पर भी चर्चा होगी। वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को इसे राज्यसभा में पेश किया था।
 
भाजपा ने व्हिप जारी किया: भाजपा ने इन विषयों पर चर्चा के दौरान अपने सदस्यों की उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए व्हिप जारी किया है। निचले सदन में 'अर्थव्यवस्था पर श्वेत पत्र' विषय पर चर्चा पूरी हो चुकी है। वित्तमंत्री ने चर्चा का जवाब देते हुए शुक्रवार को विपक्ष पर निशाना साधा था और कहा था कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन की तत्कालीन सरकार ने कोयले को राख बना दिया था जबकि मौजूदा सरकार ने उसी कोयले को हीरा बना दिया।
 
बजट सत्र की शुरुआत 31 जनवरी को हुई थी और इसे 9 फरवरी को समाप्त होना था लेकिन उक्त दोनों विषयों के मद्देनजर सत्र को 1 दिन बढ़ाकर शनिवार तक कर दिया गया।(भाषा)
 
Edited by: Ravindra Gupta
ये भी पढ़ें
महाराष्ट्र की बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर सांसद ने की केंद्रीय गृहमंत्री से हस्तक्षेप की मांग