नई दिल्ली। रियो पैरालंपिक के स्वर्ण पदक विजेता भाला फेंक एथलीट देवेन्द्र झाझरिया और पूर्व भारतीय हॉकी कप्तान सरदार सिंह को इस वर्ष देश के सर्वोच्च खेल पुरस्कार राजीव गांधी खेलरत्न तथा क्रिकेटर चेतेश्वर पुजारा और हरमनप्रीत कौर को प्रतिष्ठित अर्जुन पुरस्कार के लिए नामित किया गया है।
अर्जुन पुरस्कार समिति की गुरुवार को यहां बैठक हुई जिसमें झाझरिया और सरदार को खेलरत्न के लिए नामित किया गया जबकि 17 खिलाड़ियों की अर्जुन पुरस्कार के लिए सिफारिश की गई।
झाझरिया ने गत वर्ष रियो पैरालंपिक में भाला फेंक एफ-46 स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता था। वे इससे पहले 2004 के एथेंस पैरालंपिक में भी भाला फेंक में स्वर्ण जीत चुके हैं। राजस्थान के झाझरिया ने इसके अलावा 2013 की आईपीसी विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक और 2015 की ही आईपीसी विश्व चैंपियनशिप में रजत पदक जीता था।
दुनिया के बेहतरीन मिडफील्डरों में शुमार सरदार सिंह की अगुवाई में भारत ने 2014 के इंचियोन एशियाई खेलों में 16 वर्ष के अंतराल के बाद जाकर हॉकी में स्वर्ण पदक हासिल किया था और रियो ओलंपिक के लिए सीधे क्वालीफाई किया था।
अर्जुन पुरस्कार के लिए क्रिकेटर चेतेश्वर पुजारा और महिला क्रिकेटर हरमनप्रीत सिंह, रियो पैरालंपिक में पुरुष ऊंची कूद में कांस्य पदक हासिल करने वाले वरुण सिंह भाटी, बास्केटबॉल खिलाड़ी प्रशांति सिंह, गोल्फर एसएसपी चौरसिया और महिला फुटबॉलर ओनम बेमबेम देवी शामिल हैं।
इनके अलावा टेनिस खिलाड़ी साकेत मिनैनी, रियो पैरालंपिक में स्वर्ण जीतने वाले ऊंची कूद एथलीट मरियपन्न थंगावेलू, महिला तीरंदाज वीजे सुरेखा, एथलीट खुशबीर कौर और आरोकिया राजीव, हॉकी खिलाड़ी एसवी सुनील, पहलवान सत्यव्रत कादियान, टेबल टेनिस खिलाड़ी एंथोनी अमलराज, निशानेबाज पीएन प्रकाश, कबड्डी खिलाड़ी जसवीर सिंह और मुक्केबाज देवेंद्र सिंह के नाम की अर्जुन अवॉर्ड के लिए सिफारिश की गई है।
रियो पैरालंपिक में रजत पदक हासिल करने वाली महिला शॉटपुटर दीपा मलिक को 2012 में ही अर्जुन पुरस्कार मिल चुका था। इस तरह रियो पैरालंपिक के 4 पदक विजेताओं में से 3 को इस बार पुरस्कारों से सम्मानित किया जाएगा।
न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) सीके ठक्कर की अध्यक्षता वाली खेलरत्न और अर्जुन पुरस्कार समिति की खेलरत्न के लिए झाझरिया पहली पसंद थे। समिति ने 31 वर्षीय सरदार को भी खेलरत्न के लिए नामित किया और दोनों को ही यह पुरस्कार संयुक्त रूप से देने की सिफारिश की।
वैसे सरकार का नियम है कि केवल ओलंपिक वर्ष में ही 1 से अधिक खिलाड़ियों को खेलरत्न से सम्मानित किया जाए और अन्य वर्षों में 1 एक खिलाड़ी को खेलरत्न दिया जाए, लेकिन समिति ने इस परंपरा से हटते हुए इस साल 2 खिलाड़ियों को खेलरत्न देने की सिफारिश कर डाली है।
36 वर्षीय झाझरिया पहले पैरा एथलीट खिलाड़ी बने हैं जिनके नाम की खेलरत्न के लिए सिफारिश की गई है। झाझरिया ने 2004 और 2016 के पैरालंपिक खेलों में नए विश्व रिकॉर्ड बनाते हुए स्वर्ण पदक जीते थे।
सरदार की अगुवाई में भारत ने न केवल पिछले एशियाई खेलों का स्वर्ण पदक जीता था बल्कि सीधे रियो ओलंपिक का टिकट भी पाया था। सरदार का शुमार दुनिया के बेहतरीन मिडफील्डरों में होता है। जब वे 2008 के सुल्तान अजलान कप में भारतीय कप्तान बने थे तो उस समय कप्तानी संभालने वाले वे सबसे युवा कप्तान बने थे।
सरदार के नाम की हॉकी इंडिया ने इससे पहले भी खेलरत्न के लिए सिफारिश की थी लेकिन उनके नाम पर मोहर नहीं लग पाई थी। सरदार 2015 में पद्म हासिल कर चुके हैं। उनके नाम एशियाई खेलों में स्वर्ण और कांस्य पदक और 2 राष्ट्रमंडल खेल रजत पदक दर्ज हैं। इसके अलावा वे एफआईएच की ऑल स्टार टीम में 2 बार जगह बना चुके हैं।
बैठक में सरदार के नाम को लेकर बहस भी हुई, क्योंकि उन पर भारतीय मूल की ब्रिटिश महिला हॉकी खिलाड़ी ने कथित तौर पर यौन शोषण के आरोप लगाए थे, लेकिन समिति ने सरदार की हॉकी उपलब्धियों को तरजीह दी।
यह देखना दिलचस्प होगा कि खेल मंत्रालय खेलरत्न के लिए दोनों पर मुहर लगाता है या फिर किसी एक को चुनता है। इसका फैसला अगले कुछ दिनों में हो जाएगा। (वार्ता)