Jamia firing पर पुलिस का बड़ा बयान, जवानों को नहीं मिला मौका, PHQ पर प्रदर्शन
नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने गुरुवार को कहा कि जामिया में गोलीबारी की घटना कुछ सेकेंड में हुई और इससे पहले की पुलिस कोई प्रतिक्रिया कर पाती उस व्यक्ति ने CAA के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे एक समूह पर अपनी पिस्तौल से गोली चला दी। इस बीच जामिया मिलिया के छात्रों ने फायरिंग के खिलाफ देर रात पुलिस हेडक्वार्टर के सामने प्रदर्शन किया।
दिल्ली पुलिस का यह बयान तब आया जब जामिया मिलिया इस्लामिया के छात्रों ने दिल्ली पुलिस की आलोचना की और आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया कि बल के जवान ‘मूक दर्शक’ बने रहे।
विशेष पुलिस आयुक्त (खुफिया) प्रवीर रंजन ने कहा, 'जब तक पुलिस कुछ समझ पाती व्यक्ति गोली चला चुका था। यह महज कुछ सेकेंड में हुआ। जांच चल रही है। मामला अपराध शाखा को भेज दिया गया है। हम इस बात की भी जांच कर रहे हैं कि क्या वह व्यक्ति नाबालिग है।'
जामिया नगर में गुरुवार को उस समय तनाव उत्पन्न हो गया जब संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे समूह पर एक व्यक्ति द्वारा पिस्तौल से गोली चलाए जाने से जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय का एक छात्र घायल हो गया।
संयुक्त पुलिस आयुक्त (दक्षिणी रेंज) देवेश श्रीवास्तव ने कहा कि पीड़ित के बयान के आधार पर हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कर लिया गया है।
विशेष आयुक्त कानून-व्यवस्था (उत्तर) सतीश गोलचा ने फारुक से एम्स के ट्रॉमा सेंटर में मुलाकात की। वहां उसका उपचार चल रहा है। उन्होंने कहा कि हमने उससे मुलाकात की। गोली निकाल दी गई है और उसने चिकित्सक से बात भी की है।
जामिया मिलिया इस्लामिया की कुलपति नजमा अख्तर ने कहा कि पुलिस देखती रही, व्यक्ति ने पिस्तौल लहराई और हमारे छात्र को गोली मार दी, घटना ने पुलिस में हमारे यकीन को हिला दिया है। छात्रों ने स्थिति को समझदारी से संभाला, जवाबी कार्रवाई नहीं की।