दिल्ली मेट्रो ने बदला यह नियम, यात्री परेशान...
नई दिल्ली। मेट्रो के किराये में बेतहाशा बढ़ोतरी की मार झेल रहे यात्रियों को 'पीक अवर' की परिभाषा बदलने से अब दोहरी मार झेलनी पड़ रही है क्योंकि बडी संख्या में यात्री स्मार्ट कार्ड पर मिलने वाली 20 प्रतिशत छूट का फायदा नहीं उठा पा रहे हैं।
दिल्ली मेट्रो ने गत 10 अक्टूबर को छह महीने में दूसरी बार किराए में बढ़ोतरी की थी। इसमें न्यूनतम किराए में कोई वृद्धि नहीं की गई लेकिन इसके बाद दूरी के हिसाब से लगभग हर श्रेणी में दस रुपए बढ़ाए गए हैं। किराए में बढ़ोतरी का यात्रियों, सामाजिक संगठनों और राजनीतिक दलों ने कड़ा विरोध किया है और वे इसे वापस लेने के लिए दबाव बना रहे हैं।
स्मार्ट कार्ड से यात्रा करने वाले लोगों को शुरू से ही 10 प्रतिशत की छूट मिलती रही है और गत अप्रैल में किराया बढ़ाए जाने पर 'नान पीक आवर' में इसे बढ़ाकर 20 प्रतिशत कर दिया गया था। लेकिन 10 अक्टूबर से किराए में वृद्धि के बाद मेट्रो ने 'पीक अवर' की परिभाषा बदल दी है जिससे स्मार्ट कार्ड का इस्तेमाल करने वाले काफी यात्री इस लाभ से वंचित हो गए हैं।
दरअसल पहले यह छूट यात्रियों के मेट्रो नेटवर्क से 'एक्जिट' यानि उससे बाहर निकलने के समय से जुड़ी थी लेकिन अब यह उनके मेट्रो नेटवर्क में 'एंट्री' यानी प्रवेश के समय से जोड़ दी गई है।
दस अक्टूबर से पहले स्मार्ट कार्ड का इस्तेमाल करने वाले यात्रियों को सुबह 8 बजे तक, अपराह्न 12 बजे से लेकर शाम पांच बजे तक और रात नौ बजे के बाद मेट्रो नेटवर्क से 'एक्जिट' यानि बाहर निकलने पर 20 प्रतिशत छूट मिलती थी लेकिन नई परिभाषा में इसे बदल दिया गया है। नई व्यवस्था में सुबह आठ बजे से पहले, अपराह्न 12 बजे से शाम 5 बजे तक और रात नौ बजे के बाद मेट्रो नेटवर्क में प्रवेश करने वाले यात्रियों को ही 20 प्रतिशत छूट का फायदा मिलेगा।
शाम को काम से कुछ देर से लौटने वाले यात्रियों को नयी व्यवस्था से नुकसान उठाना पड़ रहा है क्योंकि पहले उन्हें रात नौ बजे भी मेट्रो नेटवर्क से 'एक्जिट' करने पर 20 प्रतिशत की छूट मिल रही थी लेकिन अब उन्हें नौ बजे और उसके बाद 'एंट्री' करने पर ही यह छूट मिल रही है। ऐसे ही दिन में भी यात्रियों को बारह बजे से पहले एन्ट्री करने पर भी यह छूट मिल जाती थी लेकिन अब उन्हें 12 बजे और उसके बाद एन्ट्री करने पर ही यह छूट मिलेगी। ज्यादातर यात्रियों को नई व्यवस्था का पता नहीं होने के कारण भी नुकसान उठाना पड़ रहा है।
पश्चिम विहार से पटेल चौक आने वाली मधूलिका सिन्हा का कहना है कि उन्हें रात पौने दस बजे तक एक्जिट करने पर भी 'पीक आवर' की छूट नहीं मिल पा रही है क्योंकि उनका एन्ट्री का समय रात नौ बजे कुछ ही पहले का होता है।
पटेल चौक से द्वारका सेक्टर 14 जाने वाले अजीत कुमार ने रात साढ़े नौ बजे 'एक्जिट' करने पर भी 20 प्रतिशत की छूट नहीं मिलने की शिकायत दिल्ली मेट्रो में की तो उन्हें बताया गया कि छूट हासिल करने के लिए उन्हें रात नौ बजे के बाद मेट्रो नेटवर्क में 'एन्ट्री' करनी होगी। पहले उन्हें नौ बजे 'एक्जिट' करने पर भी यह छूट मिल जाती थी।
बड़ी संख्या में यात्री इसी तरह की शिकायत कर रहे हैं कि रात को नान पीक अवर के बावजूद उन्हें छूट का फायदा नहीं मिल पा रहा है।
उधर दिल्ली मेट्रो का दावा है कि 'पीक आवर' की परिभाषा बदले जाने से अधिक यात्रियों को फायदा हो रहा है क्योंकि अब सुबह आठ बजे से ठीक पहले और शाम को पांच बजे से ठीक पहले 'एन्ट्री' करने वाले यात्रियों को भी छूट का लाभ मिल रहा है जबकि पहले ऐसा नहीं था। उसका कहना है कि नई व्यवस्था से 'नान पीक अवर' का समय बढ़कर 11 घंटे हो गया है। अभी मेट्रो में 70 प्रतिशत से अधिक यात्री स्मार्ट कार्ड का इस्तेमाल करते हैं। (वार्ता)