मिशेल का दावा, राकेश अस्थाना ने मेरे जीवन को नरक बनाने की धमकी दी थी
नई दिल्ली। अगस्ता वेस्टलैंड हेलिकॉप्टर मामले में कथित बिचौलिये क्रिश्चियन मिशेल ने मंगलवार को दिल्ली की एक अदालत में दावा किया कि सीबीआई के पूर्व विशेष निदेशक राकेश अस्थाना ने दुबई में उससे मुलाकात की थी और धमकी दी थी कि अगर वह इस घोटाले में एजेंसी की जांच के अनुरूप नहीं चला तो जेल में उसकी जिंदगी को नरक बना दिया जाएगा। मिशेल ने विशेष न्यायाधीश अरविंद कुमार के समक्ष बयान दिया। कुमार ने प्रवर्तन निदेशालय को बुधवार और गुरुवार को दिल्ली में तिहाड़ जेल के भीतर मिशेल से पूछताछ करने की अनुमति दे दी।
मिशेल ने कहा कि कुछ समय पहले राकेश अस्थाना मुझसे दुबई में मिले थे और उन्होंने धमकी दी थी कि मेरा जीवन नरक बना दिया जाएगा और यही चल रहा है। मेरे बगल वाला कैदी (गैंगस्टर) छोटा राजन है। मुझे समझ नहीं आ रहा है कि मैंने क्या अपराध किया है कि मुझे आतंकवादियों और उन लोगों के साथ रखा जा रहा है, जिन्होंने कई लोगों की हत्याएं की हैं।
अदालत कक्ष में मौजूद मिशेल ने अदालत को यह भी बताया कि उसे 16-17 कश्मीरी अलगाववादियों के साथ जेल में रखा गया है। हालांकि, जेल अधिकारियों ने इसका खंडन किया। जेल अधिकारियों ने कहा कि मिशेल की जान को खतरा होने को देखते हुए उसे कड़ी सुरक्षा वाली जेल में स्थानांतरित किया गया।
अदालत ने मिशेल की दलीलों का भी संज्ञान लिया, जिसमें आरोप लगाया गया कि उसे जेल के भीतर मानसिक यातना दी गई। अदालत ने तिहाड़ जेल के अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे सीसीटीवी फुटेज और रिपोर्ट को गुरुवार तक पेश करें, जिसके आधार पर उसे कड़ी सुरक्षा वाले वार्ड में स्थानांतरित किया गया। अदालत ने कहा कि पूछताछ के दौरान जेल का एक अधिकारी मौजूद रहेगा और मिशेल के वकील को भी पूछताछ के दौरान सुबह और शाम में आधे घंटे के लिए सीमित पहुंच की अनुमति है।
अदालत ने सोमवार को तिहाड़ जेल के अधिकारियों को एजेंसी के आवेदन पर जवाब देने का निर्देश दिया था और मिशेल को मंगलवार को पेश करने के लिये पेशी वारंट भी जारी किया था। मिशेल के वकील ने जेल के अंदर उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित करने के आरोप लगाए थे, जिस पर अदालत ने पेशी वारंट जारी किया था। दुबई से प्रत्यर्पण के बाद निदेशालय ने मिशेल को पिछले वर्ष 22 दिसंबर को गिरफ्तार किया था।
अदालत ने इससे पहले मिशेल को कड़ी सुरक्षा वाली कोठरी में अलग रखे जाने को सही ठहराने में विफल रहने पर अधिकारियों को फटकार लगाई थी और कहा था कि अगर उसे उचित जवाब नहीं मिला तो वह इसकी जांच शुरू करेगी। मिशेल उन तीन कथित बिचौलियों में शामिल है, जिनके खिलाफ घोटाले की जांच ईडी और केंद्रीय जांच ब्यूरो कर रहे हैं। अन्य बिचौलियों में गुइदो हाश्के और कार्लो गेरोसा शामिल हैं।