कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने केंद्र सरकार के निर्णय का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि इस कदम से सभी राष्ट्र विरोधी तत्वों को संदेश जाएगा कि इस देश में उनके लिए कोई जगह नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस देश के लोगों और विपक्षी दलों माकपा, भाकपा और कांग्रेस समेत सभी राजनीतिक दलों की ओर से लंबे समय से यह मांग की जा रही थी। पीएफआई, सिमी और केएफडी (कर्नाटक फोरम फॉर डिग्निटी) का अवतार है। ये राष्ट्र विरोधी गतिविधियों और हिंसा में लिप्त थे।राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में संलिप्त पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) और उसके अनुषांगिक संगठनों पर लगाया गया प्रतिबंध सराहनीय एवं स्वागत योग्य है।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) September 28, 2022
यह 'नया भारत' है, यहां आतंकी, आपराधिक और राष्ट्र की एकता व अखंडता तथा सुरक्षा के लिए खतरा बने संगठन एवं व्यक्ति स्वीकार्य नहीं।
इस बीच राजद प्रमुख लालू यादव ने भी पीएफआई पर बैन का स्वागत करते हुए कहा कि इस तरह के संगठनों पर प्रतिबंध रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि RSS पर भी प्रतिबंध लगना चाहिए।ನಿಷೇಧಿತ ಕೆ. ಎಫ್. ಡಿ ಮತ್ತು ಸಿಮಿ ಸಂಘಟನೆಗಳ ರೂಪಾಂತರಿಯೇ ಈ ಪಿ.ಎಫ್.ಐ. ಈ ದೇಶದ ಕಾನೂನು ಹಾಗೂ ಸಂವಿಧಾನದ ಮೇಲೆ ನಂಬಿಕೆಯಿಲ್ಲದ ಈ ಸಂಘಟನೆ, ವಿದೇಶಗಳಿಂದ ಬರುವ ಆಜ್ಞೆಯ ಪ್ರಕಾರ ಹಲವಾರು ವಿಧ್ವಂಸಕ ಚಟುವಟಿಕೆಯಲ್ಲಿ ಭಾಗಿಯಾಗಿದೆ.
— Basavaraj S Bommai (@BSBommai) September 28, 2022
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