VIDEO : हादसे वाले रूट पर पहली बार दौड़ी मालगाड़ी, रेल मंत्री ने जोड़े हाथ, 51 घंटे में ट्रैक बहाल
भुवनेश्वर। Odisha Train Accident Latest Update : ओडिशा (Odisha) में बालासोर जिले के बहनगा स्टेशन पर भीषण रेल दुर्घटना के 51 घंटे बाद रविवार रात डाउन लाइन पर यातायात बहाल हो गया। रात में करीब 10 बजे डाउन लाइन पर एक मालगाड़ी को धीमी गति से गुजारा गया। मालगाड़ी में कोयला लदा है और हल्दिया जा रही है।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (ashwini vaishnaw), रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष अनिल कुमार लाहोटी एवं तमाम वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव थोड़ा भावुक हो गए और उन्होंने कहा कि दुर्घटना के लिए जो भी जिम्मेदार हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा।
अप लाइन की मरम्मत का काम अभी जारी है। उसे भी यातायात के लिए खोल दिए जाने की संभावना है। रेल मंत्री ने लोको पायलट को और ट्रेन के अंत में गार्ड को हाथ हिलाकर अभिवादन किया।
सीबीआई करेगी जांच : रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि हमने ट्रेन हादसे से जुड़ी दुर्घटना की सीबीआई जांच की सिफारिश की है। अधिकारियों ने कहा कि रेलवे सुरक्षा आयुक्त (सीआरएस) की जांच जारी रहेगी।
ओडिसा पुलिस की चेतावनी : ओडिशा पुलिस ने रविवार को समाज के सभी वर्गों से अपील की कि वे बालासोर ट्रेन हादसे को सांप्रदायिक रंग देने वाली अफवाहों को फैलाने से बचें। पुलिस ने यह भी कहा कि अफवाह फैलाकर सांप्रदायिक वैमनस्य पैदा करने की कोशिश करने वालों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
ओडिशा पुलिस ने ट्विटर पर कहा कि यह देखने में आया है कि कुछ सोशल मीडिया हैंडल शरारती तरीके से बालासोर में हुए दुखद ट्रेन हादसे को सांप्रदायिक रंग दे रहे हैं। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। सोशल मीडिया संदेशों में कुछ ऐसे संदेश भी दिखे जिनमें घटनास्थल के पास स्थित एक ढांचे को एक विशेष समुदाय से जोड़ा गया, जिसकी कई अन्य लोगों ने निंदा की है।
इस कारण घटाई गई मृतकों की संख्या : ओडिशा सरकार ने रेल हादसे में मृतकों की संख्या रविवार को 288 से संशोधित कर 275 कर दी और घायलों की संख्या 1,175 बताई है। मुख्य सचिव पीके जेना के मुताबिक कुछ शवों की दो बार गिनती हो गई थी। उन्होंने कहा कि विस्तृत सत्यापन और बालासोर जिलाधिकारी की एक रिपोर्ट के बाद संशोधित मृतक संख्या 275 है।
ड्राइवर को क्लीन चिट : रेलवे ने रविवार को कहा कि ओडिशा के बालासोर जिले में दुर्घटना की शिकार हुई कोरोमंडल एक्सप्रेस ट्रेन की “रफ्तार निर्धारित गति से तेज नहीं थी” और उसे लूप लाइन में दाखिल होने के लिए ग्रीन सिग्नल मिला था। रेलवे के इस बयान को ट्रेन चालक के लिए एक तरह से क्लीन चिट के तौर पर देखा जा रहा है।
छेड़छाड़ की आशंका नहीं : उधर रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पहचान जाहिर नहीं करने का अनुरोध करते हुए कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) आधारित इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम के लॉजिक के साथ इस तरह की छेड़छाड़ केवल जानबूझकर हो सकती है।
उन्होंने प्रणाली में किसी खराबी की संभावना को खारिज किया। उन्होंने कहा कि यह अंदर या बाहर से छेड़छाड़ या तोड़फोड़ का मामला हो सकता है. हमने किसी भी चीज से इनकार नहीं किया है। एजेंसियां Edited By : Sudhir Sharma