फैसले से पहले अयोध्या में राम नाम की गूंज, राम मंदिर के पक्ष में दिखी लहर, ग्राउंड रिपोर्ट
अयोध्या । सामान्य तौर पर हर साल रामनवमी और से लेकर दीपावली तक अयोध्या में अन्य दिनों के अपेक्षा चहल पहल बढ़ जाती है, यह वह समय होता है जब देश- विदेश से लोग अयोध्या में दीपावली का त्यौहार मानने आते है। भगवान राम के लंका विजय के बाद पहली बार जब अयोध्या पहुंचे थे तब पूरी नगरी को दीयों से सजा कर उनका स्वागत किया गया था और दीपावली का पर्व मनाया गया था। तब से आज तक अयोध्या के लोग दीपावली का त्योहार को लेकर उत्साहित रहते है, लेकिन इस बार अयोध्या की दीपावली की तैयारियां कुछ खास ही नजर आ रही है।
दीपावली के ठीक पहले भगवान राम की नगरी कहे जाने वाली अयोध्या में अचानक से श्रद्धालुओं की संख्या में इजाफा हो गया है। देश के विभिन्न प्रदेशों से लोग अयोध्या घूमने पहुंच रहे है। शहर की सड़कों पर राम नाम का गमछा डाले और तिलक लगाए श्रद्धालुओं की संख्या देखते ही देखते दोगुनी हो गई है। विभिन्न प्रांतों से आए इन श्रद्धालुओं से बात करने पर पता चलता है कि यह भगवान राम का दर्शन करने के साथ साथ अयोध्या में भव्य राम मंदिर बनाने का संकल्प भी लेकर आए है।
श्रद्धालुओं के साथ साथ इस समय अयोध्या की सड़कों पर पुलिस और सुरक्षा बलों के चहलकदमी बढ़ गई है। पिछले दो दिनों में आम दिनों की अपेक्षा सड़कों पर खाकी पहने पुलिस कर्मियों की संख्या में खासा इजाफा देखा जा रहा है। सोमवार से धारा 144 लागू होने के बाद अयोध्या में फिलहाल सब कुछ सामान्य नजर आ रहा है। मंगलवार को सूबे के मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव और डीजीपी भी अयोध्या पहुंचे और दीपोत्सव की तैयारियों का जायजा लिया।
दूसरी ओर धारा 144 लगने के बाद भी अयोध्या में चहल पहल आम दिनों की तरह जारी है। सरयू नदी के किनारे से शहर में प्रवेश करने जिस शहर में अयोध्या में आपका स्वागत का बोर्ड दिखाई देता है, वहां पर कुछ पुलिसकर्मी नजर आते है। शहर में एंट्री को बेरिकेड्स लगाकर रोका गया है,भारी और बड़े वाहनों का शहर अंदर प्रवेश पूरी तरह से बैन है। शहर की संकरी रोड पर चलने पर आपको अहसास होने लगता है कि यहां उपर से सामान्य दिखने वाले माहौल में अंदर ही अंदर एक बैचेनी भी है। विश्व प्रसिद्ध हनुमान गढ़ी मंदिर में भी आम दिनों के अपेक्षा श्रद्धालुओं की संख्या में खासा इजाफा हो गया जिसका सीधा फायदा मंदिर के गेट पर मिठाई की दुकान करने वाले दुकानदारों को मिल रहा है। गेट पर मिठाई की दुकान करने वाले दुकानदार कहते हैं कि अब चंद दिनों की बात और है,इसके आगे वह कुछ कहने की बजाए अपनी मुस्कान से वह क्या सोच रहे है ये बता दे देते है।
स्थानीय रहवासी और पूर्व प्रशासनिक अधिकारी अमर बहादुर सिंह कहते है कि अयोध्या में धारा 144 लगना कोई नई बात नहीं है। प्रशासन त्यौहार के समय श्रद्धालुओं की बढ़ी संख्या और सुरक्षा कारणों के चलते अयोध्या में धारा 144 लगाता आता है। इस बार अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के आने वाले संभावित फैसले को लेकर प्रशासन एहितयात बरत रहा है और इसकी कारण धारा 144 की अधिक चर्चा हो रही है।
उधर अयोध्या में साधु-संत और महंतों में सुप्रीम कोर्ट से राम मंदिर के पक्ष में फैसला आने की एक लहर सी दिखाई दे रही है। अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि न्यास के कार्यकारी अध्यक्ष रामविलास वेंदाती कहते हैं कि सुप्रीम कोर्ट से फैसला राममंदिर के पक्ष में आएगा। वह कहते हैं कि अयोध्या मे जो कुछ है वह सब राम के नाम पर है इसलिए उनको विश्वास है कि सुप्रीम कोर्ट के विद्धान न्यायधीश राममंदिर के पक्ष में अपना फैसला सुनाएगें। पूर्व सांसद रामविलास वेंदाती कहते हैं कि 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण हो जाएगा।
भाजपा के प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी कहते हैं कि अयोध्या में इस वक्त खासा उत्सव का माहौल है जिस तरह भगवान राम लंका पर विजय के बाद अयोध्या लौटे तो लोगों ने जिस तरह उनका स्वागत किया था ठीक उसी तरह इस बार दीपावली पर लोग अपने घरों में दीए जलाने के लिए तैयार है। राकेश त्रिपाठी कहते हैं कि अयोध्या के लोग भी जानते है कि क्या फैसला आने वाला है इसलिए वह खासा उत्साहित है।
अयोध्या में भव्य दीपोत्सव मनाने की सरकार की तैयारी पर राकेश त्रिपाठी कहते हैं कि दुर्भाग्य से पिछली सरकार के समय अयोध्या को जो महत्व मिलना चाहिए था वह नहीं मिल पाया था। उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या के गौरव को एक बार फिर स्थापित कर वहां पर विकास कार्यों की झड़ी लगा दी। वह कहते हैं कि अयोध्या में पिछली बार दीपोत्सव का जो ऐतिहासिक आयोजन कर गिनीज बुक में रिकॉर्ड दर्ज कराया गया था उससे भी भव्य कार्यक्रम इस बार आयोजित किया जाएगा।
सरयू नदी के तट पर बसीं भगवान राम की नगरी अयोध्या में इस समय राममंदिर के पक्ष में ठीक वैसी ही जनभावना हिलोरें मार रही है जैसी पानी से लबालब भरी सरयू में लहरें हिलोरें मार रही है।
सुप्रीम कोर्ट से जल्द फैसला आने की उम्मीद के चलते आम दिनों की अपेक्षा इन दिनों कारसेवकपुरम में मंदिर निर्माण के लिए पत्थर तराशने का काम और तेजी से हो रहा है। विश्व हिंदू परिषद के प्रवक्ता शरद शर्मा कहते हैं कि राममंदिर के पक्ष में सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद भव्य राम मंदिर का निर्माण काम शुरु हो जाएगा इसके लिए तैयारियां पूरी है। विहिप ने पहले ही रामलला गर्भगृह और रामजन्मभूमिक परिसर में दीपावाली पर 5100 दीपों को जलाने की बात कही इसको लेकर वह प्रशासन से लेकर कोर्ट तक जाने को तैयार है।