अरविंद केजरीवाल को मिला चार मुख्यमंत्रियों का समर्थन
नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर 4 राज्यों के मुख्यमंत्री पहुंचे। राजनीतिक गलियारों में इसे बड़ी खबर माना जा रहा है। 2019 के लोकसभा चुनाव को देखते हुए भी इस मुलाकात को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, आंध्रप्रदेश के सीएम चन्द्रबाबू नायडू, केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन और कर्नाटक के सीएम एचडी कुमारस्वामी शनिवार को केजरीवाल से मिलने एलजी हाउस पहुंचे थे, लेकिन उन्हें केजरीवाल से मुलाकात की अनुमति नहीं मिली।
गैरभाजपा शासित 4 राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने शनिवार को दिल्ली के अपने समकक्ष अरविंद केजरीवाल के आवास पर जाकर उनके परिवार के सदस्यों से मुलाकात की। दिल्ली के मुख्यमंत्री अपने मंत्रिमंडल के 3 सहयोगियों के साथ उपराज्यपाल कार्यालय में धरना पर बैठे हैं।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और आंध्रप्रदेश, केरल और कर्नाटक के उनके समकक्ष- चन्द्रबाबू नायडू, पिनराई विजयन और एचडी कुमारस्वामी शनिवार शाम केजरीवाल के आवास पर पहुंचे। वे सभी नीति आयोग की रविवार को होने वाली बैठक में हिस्सा लेने के लिए दिल्ली आए हुए हैं। मुख्यमंत्रियों ने उपराज्यपाल अनिल बैजल से मुलाकात तथा उनके कार्यालय में धरना पर बैठे केजरीवाल तथा उनके मंत्रिमंडल के 3 सहयोगियों पर एक प्रतिवेदन देने की अनुमति मांगी है।
उन्होंने एक पत्र में कहा है कि हम सब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से संबंधित मुद्दों के संबंध में आपको प्रतिवेदन देना चाहते हैं। कृपया हमें मिलने की इजाजत दीजिए, हम इंतजार कर रहे हैं। हम आपसे शनिवार रात 9 बजे का समय देने का अनुरोध करते हैं। केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और मंत्री सत्येन्द्र जैन तथा गोपाल राय उपराज्यपाल कार्यालय में धरना पर बैठे हैं। आप सरकार का कहना है कि आईएएस अधिकारी हड़ताल पर हैं और उन्हें हड़ताल खत्म करने का निर्देश दिया जाए और घर तक राशन आपूर्ति योजना को मंजूरी दी जाए।
प्रधानमंत्री के सामने रखेंगे बात : केजरीवाल के घर संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि हम लोगों ने केजरीवाल से मिलने के लिए उपराज्यपाल से अनुमति मांगी थी, लेकिन उन्होंने इन्कार कर दिया। जो आज दिल्ली में हो रहा है, ऐसा ही संकट किसी और राज्य में भी हो सकता है। दिल्ली में अगर छोटी-सी समस्या नहीं निपट रही है, तो देश का क्या होगा।
ऐसी कोई भी समस्या नहीं होनी चाहिए जिससे सरकार और आम जनता कठिनाई महसूस करे। दिल्ली में दो करोड़ लोग हैं और इस राज्य में चार माह से कामकाज नहीं हो रहा है। इससे अधिक दुर्भाग्यपूर्ण और कुछ नहीं हो सकता। उपराज्यपाल ने हमें मिलने का समय नहीं दिया तो हम किसके पास जायें। हमारी मांग है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस मामले में हस्तक्षेप करें।
रविवार को होने वाली नीति आयोग की बैठक में हमलोग मोदी से इस संबंध में बात करेंगे। ममता बनर्जी ने कहा कि मैं केजरीवाल से मिलना चाहती थी लेकिन मुझे अनुमति नहीं दी गयी। मुख्यमंत्रियों को मिलने नहीं देना लोकतंत्र की हत्या है।
चन्द्रबाबू नायडू ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री को समर्थन देने के लिए यहां आए हैं। केंद्र और राज्य को मिलकर काम करना चाहिए। बनर्जी ने उपराज्यपाल से मिलने के लिए वक्त मांगा था लेकिन नहीं दिया गया। कुमारस्वामी ने कहा कि लोकतंत्र की रक्षा के लिए प्रधानमंत्री को कदम उठाना चाहिए। (भाषा)