प्रवासी भारतीय सम्मेलन में अनुराग ठाकुर ने कहा- दुनिया महामारी से लड़ रही थी, युवा भारतीयों ने देखा स्टार्ट-अप का अवसर
इंदौर। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण तथा युवा मामलों के मंत्री अनुराग ठाकुर ने रविवार को प्रवासी भारतीयों से भारत में नवाचार और निवेश करने की अपील की। उन्होंने कहा कि बीते साल भारत स्टार्ट-अप के मामले में दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा देश बन गया। जब पूरी दुनिया महामारी से लड़ रही थी, तब भारतीय युवाओं ने स्टार्ट-अप शुरू करने का अवसर देखा।
तीन दिवसीय प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए ठाकुर ने कहा कि भारत 2022 में दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया। वह उस देश से आगे निकल गया, जिसने 200 वर्षों तक उस पर शासन किया।
सभा को संबोधित करते हुए ठाकुर ने युवा भारतीय प्रवासियों से भारत में नवाचार, निवेश और विचारों को आरंभ करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि बीते साल भारत स्टार्ट-अप के मामले में दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा देश बन गया। उस समय जब पूरी दुनिया महामारी से लड़ रही थी, तब भारतीय युवाओं ने स्टार्ट-अप शुरू करने का अवसर देखा।
ऑस्ट्रेलियाई सांसद जेनेटा मैस्करेनहास युवा प्रवासी भारतीय दिवस में सम्मानित अतिथि के तौर पर शामिल हुईं। वहीं, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी इसमें हिस्सा लिया।
प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन वर्ष 2019 के बाद पहली बार ऑफलाइन स्वरूप में आयोजित किया जा रहा है। 2021 में पिछला प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन कोविड-19 महामारी के चलते ऑनलाइन आयोजित किया गया था।
सम्मेलन के 17वें संस्करण का विषय प्रवासी : अमृत काल में भारत की प्रगति के लिए विश्वसनीय भागीदार निर्धारित किया गया है। लगभग 70 देशों में बसे 3,500 से अधिक प्रवासी भारतीयों ने इस सम्मेलन के लिए पंजीकरण कराया है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सोमवार को इस सम्मेलन का औपचारिक उद्घाटन करेंगे। गुयाना के राष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद इरफान अली इस सम्मलेन में मुख्य अतिथि, जबकि सूरीनाम गणराज्य के राष्ट्रपति चंद्रिका प्रसाद संतोखी विशिष्ट अतिथि होंगे। मंगलवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू प्रवासी भारतीय सम्मान पुरस्कार 2023 प्रदान करने के साथ इस सम्मेलन के समापन सत्र की अध्यक्षता करेंगी।