पंजाब में सिद्धू बने कांग्रेस के कप्तान, मंच पर दिखे अमरिंदर और नवजोत के 'तेवर'
मुख्य बिंदु
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पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष पद पर सिद्धू की ताजपोशी
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मंच पर दिखे कैप्टन अमरिंदर सिंह और सिद्धू के तेवर
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दोनों के 'तेवर' कुछ और ही इशारा कर रहे थे
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आने वाले समय में और तेज हो सकती है यह लड़ाई
चंडीगढ़। पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष पद पर सिद्धू की ताजपोशी के दौरान मंच पर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और नवजोतसिंह सिद्धू साथ-साथ तो दिखे, लेकिन दोनों के 'तेवर' कुछ और ही इशारा कर रहे थे। दोनों के ही भाषणों से ऐसा लग रहा है कि आने वाले समय में यह लड़ाई और तेज हो सकती है।
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मंच से बोलते हुए सिद्धू को बता दिया कि जिस समय (1963) में वे पैदा हुए थे, तब उनका कमीशन हुआ था। कांग्रेस कार्यालय में हुए कार्यक्रम कैप्टन ने कहा कि अगले विधानसभा चुनाव में न बादल रहेंगे न मजीठिया। उन्होंने कहा कि मसला सिर्फ पंजाब का नहीं है, मसला पूरे देश का है। उन्होंने पाकिस्तान पर भी निशाना साधा और कहा कि वह अशांति पैदा करने की कोशिश कर रहा है।
पद तो मैंने कई छोड़ दिए : अध्यक्ष पद संभालते ही सिद्धू ने भी अपने तेवर दिखला दिए। उन्होंने कहा कि मसला पद का नहीं है। पद तो मैंने पहले भी कई छोड़ दिए हैं। उन्होंने बिजली की बात करके एक तरह से अपनी सरकार पर निशाना साध दिया। उन्होंने कहा कि महंगी बिजली क्यों खरीदी गई। चोरों की चोरी क्यों नहीं पकड़ी जाती। उन्होंने कहा कि मसले यदि हल नहीं हों तो पद किस काम का।
पंजाब कांग्रेस के नवनियुक्त अध्यक्ष सिद्धू यहीं नहीं रुके। उन्होंने कहा कि मैं विरोधियों का बिस्तर गोल दूंगा। हमें धरने पर बैठे किसानों की भी चिंता है। मैं हक की लड़ाई लड़ने आया हूं। उन्होंने कहा कि सबको साथ लेकर चलूंगा। प्रदेश के नेताओं से तालमेल स्थापित कर गुटबाजी पर लगाम कसी जाएगी। कैप्टन सिंह की ओर मुखातिब होते हुए सिद्धू ने कहा कि हमें लोगों के मसले हल करने हैं। पंजाब का मॉडल दिल्ली को चुनौती देगा।