Ajit Doval and PK Mishra : गुप्तचर मामलों के विशेषज्ञ अजीत डोभाल और अनुभवी नौकरशाह पी के मिश्रा को गुरुवार को क्रमश: राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रधान सचिव के पद पर पांच साल के कार्यकाल के लिए पुन: नियुक्त किया गया।
नयी नियुक्ति के साथ, डोभाल लगातार तीन कार्यकाल के लिए इस अहम पद पर नियुक्त किए जाने वाले पहले एनएसए बन गए हैं। कार्मिक मंत्रालय ने कहा कि नियुक्ति संबंधी मंत्रिमंडलीय समिति (एसीसी) ने दोनों नियुक्तियों को मंजूरी दी, जो 10 जून 2024 से प्रभावी होंगी।
मंत्रालय के एक समान आदेशों में कहा गया है कि उनकी नियुक्ति "प्रधानमंत्री के कार्यकाल के साथ या अगले आदेश तक, जो भी पहले हो, तक रहेगी।
मंत्रालय ने कहा कि डोभाल और मिश्रा दोनों को वरीयता क्रम में कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया जाएगा और उनकी नियुक्ति की शर्तें अलग से अधिसूचित की जाएंगी।
भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के 1968 बैच के अधिकारी डोभाल 2005 में खुफिया ब्यूरो के प्रमुख पद से सेवानिवृत्त हुए थे। उन्हें पहली बार 30 मई, 2014 को एनएसए नियुक्त किया गया था और 31 मई, 2019 को एक और कार्यकाल के लिए उन्हें फिर नियुक्त किया गया था।
माना जाता है कि अपने पहले कार्यकाल के दौरान डोभाल ने उरी आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकी ठिकानों पर सर्जिकल स्ट्राइक में अहम भूमिका निभाई थी।
अधिकारियों ने बताया कि पुलवामा आतंकी हमले के बाद बालाकोट हवाई हमले के दौरान उनकी भूमिका सहित राष्ट्रीय सुरक्षा क्षेत्र में उनके योगदान के लिए भी उनकी सराहना की गई है। डोभाल 1999 में इंडियन एयरलाइंस के विमान आईसी-814 के अपहरणकर्ताओं के साथ भारत के मुख्य वार्ताकारों में से एक थे।
एक अन्य प्रमुख अधिकारी मिश्रा ने केंद्र और गुजरात सरकार में विभिन्न अहम पदों पर कार्य किया है। उन्होंने 2014 से 2019 तक प्रधानमंत्री मोदी के पहले कार्यकाल में प्रधानमंत्री कार्यालय में अतिरिक्त प्रधान सचिव के रूप में कार्य किया। गुजरात कैडर के 1972 बैच के सेवानिवृत्त भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी मिश्रा को मोदी के दूसरे कार्यकाल में 31 मई, 2019 को उसी पद पर फिर नियुक्त किया गया था।
उन्हें सितंबर 2019 में प्रधानमंत्री का प्रधान सचिव नियुक्त किया गया था। मिश्रा ने 2001 से 2004 के बीच मोदी के प्रधान सचिव के रूप में कार्य किया था जब मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे।
इस बीच, एसीसी ने पूर्व आईएएस अधिकारियों अमित खरे और तरुण कपूर को प्रधानमंत्री के सलाहकार के रूप में फिर से नियुक्त करने को भी मंजूरी दी। उनकी नियुक्ति दो साल के लिए होगी जो 10 जून 2024 से प्रभावी होगी।
झारखंड कैडर के 1985 बैच के सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी खरे को अक्टूबर 2021 में प्रधानमंत्री का सलाहकार नियुक्त किया गया था। हिमाचल प्रदेश कैडर के 1987 बैच के सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी कपूर को मई 2022 में सलाहकार नियुक्त किया गया था।