राम मंदिर का निमंत्रण ठुकराना ठीक नहीं, कांग्रेस पर फिर बरसे आचार्य प्रमोद कृष्णम
कांग्रेस के नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा है कि कांग्रेस को प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम के न्योते को ठुकराने के फैसले पर एक बार फिर से विचार करना चाहिए। अभी भी देरी नहीं हुई है। राम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट की ओर से कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी और अधीर रंजन चौधरी को प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होने का निमंत्रण भेजा गया था लेकिन निमंत्रण मिलने के बाद कांग्रेस पार्टी की ओर से एक वक्तव्य जारी कर इसे ठुकरा दिया गया था।
कुछ दिनों पहले संभल के कृष्णम कल्कि पीठाधीश्वर कृष्णम ने रामलला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने का आमंत्रण ठुकराने के पार्टी नेतृत्व के निर्णय को आत्मघाती बताया था।
कांग्रेस ने इस प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को बीजेपी और आरएसएस द्वारा राजनीतिक रूप देने का आरोप लगाया था। बुधवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग प्रचारक अतुल ने श्री कल्कि धाम में जाकर आचार्य प्रमोद कृष्णम को 22 जनवरी को होने वाले श्री रामजन्म भूमि मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा समारोह का निमंत्रण दिया था।
आचार्य ने निमंत्रण को स्वीकार करते हुए कहा था कि यह मेरा सौभाग्य है कि मुझे इस अवसर का निमंत्रण मिला। इसके लिए मैं आयोजन से जुड़े सभी महानुभावों कि आभार व्यक्त करता हूं। आचार्य ने कहा कि एक तरफ श्रीराम मंदिर और दूसरी तरफ श्री कल्कि धाम में मंदिर का रास्ता प्रशस्त हुआ है।