MP : साल के पहले दिन हड़ताल, पेट्रोल-डीजल के लिए तरसे लोग, चक्काजाम ने बढ़ाई परेशानी
नववर्ष के पहले दिन सूबे के पेट्रोल पम्पों पर भी लोगों की लम्बी कतारें नजर आईं। नए कानून में हिट एंड रन के मामलों में सख्त सजा के प्रावधानों पर विरोध तेज करते हुए मध्यप्रदेश में चालकों ने मुंबई-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग और अन्य आम रास्तों पर सोमवार को चक्काजाम किया। इससे कई वाहन चालकों को परेशान होना पड़ा और आम जरूरत की चीजों के परिवहन पर असर पड़ा।
कड़े प्रावधानों से आक्रोश : ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस की परिवहन समिति के अध्यक्ष सील मुकाती ने बताया कि हिट एंड रन के मामलों में सरकार द्वारा अचानक पेश कर दिए गए कड़े प्रावधानों को लेकर चालकों में आक्रोश है और उनकी मांग है कि इन प्रावधानों को वापस लिया जाए।
सड़कों में सुधार करे सरकार : उन्होंने कहा कि सरकार को हिट एंड रन के मामलों में विदेशों की तर्ज पर सख्त प्रावधान लाने से पहले विदेशों की तरह बेहतर सड़क और परिवहन व्यवस्था सुनिश्चित करने पर अपना ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
क्या है प्रावधान में : भारतीय दंड विधान की जगह लेने जा रही भारतीय न्याय संहिता में ऐसे चालकों के लिए 10 साल तक की सजा का प्रावधान है जो लापरवाही से गाड़ी चलाकर भीषण सड़क हादसे को अंजाम देने के बाद पुलिस या प्रशासन के किसी अफसर को दुर्घटना की सूचना दिए बगैर मौके से फरार हो जाते हैं।
इंदौर में भी परेशानी : प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि चालकों ने इंदौर के गंगवाल बस स्टैंड के पास चौराहे पर बसें खड़ी करके चक्काजाम कर दिया और धरने पर बैठ गए जिससे राहगीरों को खासी परेशानी हुई।
प्रदर्शनकारियों को चेतावनी : सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) हेमंत चौहान ने बताया कि प्रदर्शनकारियों को कड़े शब्दों में चेतावनी देकर चक्काजाम खत्म कराया गया।
उन्होंने बताया कि सड़क पर चक्काजाम करके यातायात बाधित करने वाले लोगों की पहचान कर उनके खिलाफ उचित कानूनी कदम उठाए जा रहे हैं।
चश्मदीदों ने बताया कि मुंबई को आगरा से जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग पर धार और शाजापुर जिलों में चालकों ने चक्काजाम किया जिससे वाहनों की लम्बी कतारें लग गईं।
विरोध प्रदर्शन में टैंकर चालकों के शामिल होने से ईंधन के स्टॉक पर असर की आशंका से नववर्ष के पहले दिन सूबे के पेट्रोल पम्पों पर भी लोगों की लम्बी कतारें नजर आईं।
परिवहन मंत्री ने की अपील : ट्रक ड्राइवर के हड़ताल के बीच मध्यप्रदेश के परिवहन मंत्री का बयान भी सामने आया है। परिवहन मंत्री राव उदय प्रताप सिंह ने कहा है कि हड़ताल की जगह ड्राइवर को बातचीत करना चाहिए। हड़ताल समस्या का हल नहीं है। हड़ताल के कारण आम जनता को परेशानी नहीं होनी चाहिए। बातचीत का रास्ता खोलकर रखना चाहिए। Edited By : Sudhir Sharma