शाह-शिवराज मुलाकात के बाद एकांतवास की सियासत से मध्यप्रदेश में चढ़ा सियासी पारा!
भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद सूबे की सियासत में एक बार फिर अटकलों का बाजार गर्म हो गया है। दरअसल भाजपा शासित राज्यों असम,उत्तराखंड़ और कर्नाटक में भाजपा के अपने मुख्यमंत्रियों के बदले जाने के बाद अब सबकी निगाहें मध्यप्रदेश की ओर टिक गई है। सियासी गलियारों में इस बात की चर्चा तेज हैं कि क्या भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व मुख्यममंत्री बदलने के अपने फॉर्मूले को मध्यप्रदेश में भी लागू करेगी।
दिल्ली से लौटने के बाद सियासी अटकलों के बीच रविवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा,प्रदेश संगठन मंत्री सुहास भगत और सह संगठन मंत्री हितानंद शर्मा के बीच रविवार को एकांतवास में 10 घंटे से अधिक चली बैठक ने सियासी पारा को और चढ़ा दिया है। एकांतवास की इस सियासत ने प्रदेश की राजनीति को बैचेन कर दिया है। बताया जा रहा है कि इस बैठक में लंबे समय निगम मंडल में नियुक्ति को लेकर चर्चा हुई।
गौरतलब है कि मध्यप्रदेश में निगम मंडलों में नियुक्ति को लेकर लंबे समय से अटकलों का दौर जा रही है। पिछले दिनों ज्योतिरादित्य सिंधिया के भोपाल दौरे के दौरान भी निगम मंडलों में सिंधिया के कट्टर समर्थकों को एडजस्ट किए जाने की जाने की बात उठी थी।
बताया जा रहा है कि रविवार को हुई बैठक में सिंधिया सर्मथक पूर्व विधायकों इमरती देवी, गिर्राज दंडोतिया,मुन्नालाल गोयल,जसमंत जाटव आदि को निगम मंडलों में नियुक्ति को लेकर अंतिम सहमति दे दी गई है। इस बीच सवाल यह भी उठ रहा है कि संगटन और सरकार के बीच हुई हाईलेवल में बैठक में 10 घंटे सिर्फ निगम मंडलों के नामों पर ही चर्चा हुई।
दिल्ली में भी मुलाकातों का दौर जारी- इस बीच दिल्ली में भी मध्यप्रदेश के नेताओं के बीच मेल-मुलाकातों का दौर जारी है। केंद्रीय राज्यमंत्री प्रह्लाद पटेल की दिल्ली में पिछले दिनों केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात होना सियासी गलियारों में काफी अहम माना जा रहा है। इसके साथ प्रह्लाद पटेल का प्रदेश की सियासत में अहम भूमिका निभाने वाले केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमाभारती से मुलाकात करने के पीछे भी सियासी मायने तलाशे जा रहे है।
गौरतलब है कि पिछले दिनों केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल के घर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा, संगठन मंत्री सुहास भगत और सह संगठन मंत्री हितानंद शर्मा के बीच लंबी चर्चा हो चुकी है। वहीं पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय भी प्रह्लाद पटेल से मिलने उनके बंगले पर पहुंचे थे।
कर्नाटक में मुख्यमंत्री बदले जाने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का लगातार दिल्ली दौरे पर जाना और उनके केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात करने ने सियासी कयासों को और हवा दे दी है। गौरतलब है कि कर्नाटक में मुख्यमंत्री पद छोड़ने से दस दिन पहले येदियुरप्पा भी दिल्ली में गृहमंत्री अमित शाह से मिले थे।