शहर के बाद अब गांव बने कोरोना के नए हॉटस्पॉट,माइक्रो कंन्टेनमेंट जोन बनाकर सख्ती करने के निर्देश
भोपाल। मध्यप्रदेश में बड़े शहरों में कहर बरपाने के बाद अब कोरोना गांवों को अपनी गिरफ्त में ले लिया है। भोपाल से सटे विदिशा जिले के 272 गांव, राजगढ़ जिले के 189 गांव और सीधी के 245 गांव में कोरोना संक्रमण बुरी तरह फैलने के बाद अब गांवों में माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाकर सख्ती करने के निर्देश मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दिए हैं। इसके साथ मुख्यमंत्री ने सिंगरौली जिले में पॉजिटिविटी रेट 30.5 होने पर पर अफसरों को विशेष दिशा निर्देश भी दिए हैं।
गांव में बढ़ते संक्रमण पर चिंता जताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ने जिन गांवों में कोरोना संक्रमण है,वहां माइक्रो कंटेंटमेंट जोन बनाकर कोरोना संक्रमण को सख्ती से रोका जाए। गांव-गांव समितियाँ बनाई जाए तथा घर-घर सर्वे कर प्रत्येक मरीज की पहचान कर तुरंत उपचार किया जाए।
पिछले 24 घंटे में प्रदेश के 14 जिलों में 200 से अधिक नए मामले मिले हैं। इंदौर में 1753,भोपाल में 1576, ग्वालियर में 910,जबलपुर में 795, रतलाम में 380,उज्जैन में 370, रीवा में 309, शिवपुरी में 298, सतना में 242, नरसिंहपुर में 239, धार में 231, सागर में 231, सीहोर में 206 एवं सिंगरौली में 204 नए केस मिले हैं।
शुक्रवार को प्रदेश में कोरोना के नए 11 हजार 708 प्रकरण आए हैं। एक्टिव प्रकरणों की संख्या 95 हजार 423 है। पिछले 24 घंटे में 4815 मरीज स्वस्थ हुए हैं। प्रदेश में साप्ताहिक पॉजिटिविटी रेट 19.4 प्रतिशत है और 12 हजार 270 औसत प्रकरण प्रतिदिन आ रहे हैं।
21 के विरुद्ध रासुका में कार्रवाई-प्रदेश में रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करने पर 20 व्यक्तियों के विरुद्ध तथा ऑक्सीजन की कालाबाजारी करने पर एक के विरुद्ध रासुक की के कार्यवाही की गई है। इसी प्रकार इलाज के लिए अधिक पैसा वसूलने पर 61 अस्पतालों और लोगों के विरुद्ध कार्रवाई की गई है। इनसे 7 लाख 34 हज़ार रुपये की राशि मरीजों के परिजनों को वापस दिलाई गई है। इंदौर में दो हॉस्पिटलों का लाइसेंस निरस्त किया गया है तथा 22 व्यक्तियों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज की गई है।