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Written By Author विकास सिंह
Last Updated : गुरुवार, 15 जुलाई 2021 (18:05 IST)

मध्यप्रदेश में सितंबर-अक्टूबर में 2 चरणों में निकाय चुनाव संभव,जनता नहीं पार्षद चुनेंगे महापौर और अध्यक्ष

मध्यप्रदेश में सितंबर-अक्टूबर में 2 चरणों में निकाय चुनाव संभव,जनता नहीं पार्षद चुनेंगे महापौर और अध्यक्ष - Municipal elections possible in two phases in September-October in Madhya Pradesh
भोपाल। मध्यप्रदेश में महापौर और नगर पालिका अध्यक्ष का चुनाव अप्रत्यक्ष प्रणाली से होंगे यानि महापौर और अध्यक्ष को जनता नहीं चुने हुए पार्षद चुनेंगे। प्रदेश में सितंबर-अक्टूबर में दो चरणों में नगरीय निकाय चुनाव कराए जा सकते है। नगरीय निकाय चुनाव की तैयारी को लेकर राज्य निर्वाचन आयुक्त बीपी सिंह ने समीक्षा बैठक में कहा कि महापौर/अध्यक्ष का निर्वाचन अप्रत्यक्ष प्रणाली से होगा। चुनाव की तैयारी समय-सीमा में पूरा करने के निर्देश दिए। प्रदेश में पहले नगरीय निकाय उसके बाद पंचायत चुनाव कराए जाएंगे।
 
राज्य निर्वाचन आयुक्त बसंत प्रताप सिंह ने कहा कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण के प्रभावी नियंत्रण और वैक्सीनेशन की स्थिति के मद्देनजर चुनाव कराया जा सकता है। कोरोना के कारण पहले से ही आम निर्वाचन बहुत लेट हो चुके हैं।
 
347 नगरीय निकायों में होगा चुनाव-प्रदेश में कुल 407 नगरीय निकायों में से 347 में चुनाव दो चरण में कराएं जाएंगे। प्रथम चरण में 155 और दूसरे चरण में 192 नगरीय निकायों में मतदान कराया जाएगा। इन 347 नगरीय निकायों में सभी 16 नगर निगम शामिल हैं। कुल 19 हजार 955 मतदान केन्द्र बनाये गए हैं। कुल अभी 60 नगरीय निकायों का कार्यकाल बाकी है। मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन 3 मार्च 2021 को हो चुका है। नगरीय निकायों में मतदान ई.व्ही.एम. से कराये जाएंगे।
 
कमलनाथ के फैसले पर मोहर-गौरतलब है कि महापौर और अध्यक्ष का चुनाव अप्रत्यक्ष कराकर शिवराज सरकार ने एक तरह से पिछले कमलनाथ सरकार के फैसले पर अपनी मोहर लगा दी है। महापौर और नगर पालिकाओं के अध्यक्ष का चुनाव अप्रत्यक्ष तरीके से कराने का फैसला इसलिए भी अचरज भरा है क्योंकि शिवराज सरकार ने दिसंबर में कमलनाथ सरकार के फैसले को पलटते हुए महापौर और अध्यक्ष का चुनाव प्रत्यक्ष तरीके से कराने को लेकर अध्यादेश जारी किया था लेकिन पिछले विस सत्र में सरकार कोई विधेयक नहीं लाई थी। पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक जयवर्धन सिंह ने तंज कसते हुए कहा कि “कांग्रेस सरकार द्वारा महापौर/अध्यक्ष का चुनाव अप्रत्यक्ष करवाने का विरोध करने वाली बीजेपी की सरकार में महापौर/अध्यक्ष का चुनाव अप्रत्यक्ष होगा। फिर भाजपा ने विरोध क्यों किया था?

पंचायत चुनाव तीन चरणों में- पंचायत आम निर्वाचन 3 चरण में करवाये जायेंगे। त्रि-स्तरीय पंचायतों में पंच के 3 लाख 77 हजार 551, सरपंच के 23 हजार 912, जनपद पंचायत सदस्य के 6 हजार 833, जिला पंचायत सदस्य के 904, उप सरपंच के 23 हजार 912, जनपद पंचायत अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष के 313 और जिला पंचायत अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष के 52 पदों का निर्वाचन कराया जायेगा।
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