शुक्रवार, 22 नवंबर 2024
  • Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. मुख्य ख़बरें
  3. मध्यप्रदेश
  4. Megha Parmar attacked the Shivraj government
Written By Author विकास सिंह
Last Updated : शुक्रवार, 12 मई 2023 (07:58 IST)

शिवराज सरकार पर बिफरी मेघा परमार, कहा ब्रांड एंबेसडर पद से हटाकर किसानों की बेटियों के तोड़े सपने

शिवराज सरकार पर बिफरी मेघा परमार, कहा ब्रांड एंबेसडर पद से हटाकर किसानों की बेटियों के तोड़े सपने - Megha Parmar attacked the Shivraj government
Madhya Pradesh Political News: राजनीति की राह बहुत कंटीली होती है और डगर बहुत रपटीली। दो दिन पहले कांग्रेस के साथ अपने सियासी सफर का आगाज करने वाली प्रदेश की पहली माउंट एवरेस्ट विजेता मेघा परमार (megha parmar) को भी इस कड़वी सच्चाई से रूबरू होना पड़ा है। मेघा परमार जो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की ‘बेटी पढाओ, बेटी बचाओ’ (beti bachao,beti padhao)अभियान की ब्रांड एंबेसडर भी थी उनकी कांग्रेस में सियासी पारी शुरु होने के साथ ब्रांड एंबेसडर पद से बेदखल कर दिया गया है।

सरकार के इस फैसले के बाद भोपाल में मीडिया से बात करते हुए मेघा परमार ने कहा कि ‘बेटी पढाओ, बेटी बचाओ’ अभियान के ब्रांड एंबेसडर पद से उनको हटाने का फैसला कर सरकार ने  अकेले केवल मेघा परमार को इस पद से नहीं हटाया है, सरकार ने पूरे राज्य के उन लाखों किसानों की बेटियों को विमुक्त किया गया है जिनको हिम्मत थी कि वह अपने जीवन के किसी भी पहाड़ पर चढ़ सके।

मेघा परमार ने कहा कि वह प्रदेश के जब 52 जिलों में काम कर रही थी तो किसी विचारधारा से प्रभावित होकर काम नहीं कर रही थी। वह राष्ट्र और प्रदेश की बेटी होने के नाते अपने राज्य की बेटियों के लिए काम कर रही थी,गांव में बच्चियों के लिए काम कर रही थी।

मेघा परमार ने कहा कि सरकार ने उन्हें ‘बेटी पढाओ, बेटी बचाओ’ अभियान की ब्रांड एंबेसडर से क्यों विमुक्त किया, इसका कोई कारण नहीं बताया गया और खुद मैं नहीं समझ पाई कि ऐसा क्यों किया गया। वह तो 2019 से अभियान की ब्रांड एंबेसडर थी। 

मेघा परमार ने कहा कि वह भले ही बेटी पढाओ, बेटी बचाओ अभियान की ब्रांड एंबेसडर नहीं रही हो लेकिन वह प्रदेश की बेटियों को आगे बढ़ाने के लिए काम करती  रहेगी, इसके लिए उन्होंने पूरे समाज की मदद के लिए जरूरी रहेगी।  

गौरतलब है कि कांग्रेस में शामिल होने के बाद मेघा परमार ने माउंट एवेरस्ट फतह करने का पूरा क्रेडिट प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ को दिया था। मेघा परमार ने कहा था कि कमलनाथ नहीं होते तो शायद मैं माउंट एवरेस्ट फतह नहीं कर पाती, अगर कमलनाथ जी नहीं होते, क्योंकि माउंट एवेरस्ट को फतह करने के लिए 25 लाख रुपए की जरुरत थी। मेघा परमार ने कहा कि अपने 15 महीने की सरकार में कमलनाथ ने फिल्मी अभिनेत्रियों की जगह किसान की बेटी को ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान की ब्रांड एंबेसडर बनाया।

कांग्रेस में शामिल होने के बाद आज पहली बार मेघा परमार ने कहा कि अगर पार्टी उन्हें मौका देगी तो वह चुनाव लड़ने को तैयार है। सीहोर के इच्छावर विधानसभा सीट से कांग्रेस पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ने पर मेघा ने कहा कि इसका फैसला प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ करेंगे।