भोपाल में लगातार हो रही भारी बारिश से कई इलाके जलमग्न, कलेक्टर और डीआईजी ने संभाला मोर्चा
भोपाल। मध्यप्रदेश में लगातार हो रही भारी बारिश से जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है। राजधानी भोपाल में पिछले 24 घंटे से रूक रूक हो रही बारिश से निचले इलाकों में पानी भर गया है वहीं शहर की कई पॉश कॉलोनियों में जलजमाव होने से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। गुरूवार शाम से शुरु हुई बारिश शुक्रवार देर रात लगातार जारी है।
अब तक मानसून की बेरूखी झेल रहे भोपाल में बदरा इस कदर मेहरबान हुए कि राजधानी भोपाल में 24 घंटे में 5 इंच से अधिक बारिश रिकॉर्ड कर ली गई। लगातार हो रही बारिश से सीजन में पहली बार भोपाल में रात का पारा सामान्य स नीचे चला गया है, वहीं देर रात तक लगातार बारिश का सिलसिला जारी है। मौसम विभाग के मुताबिक बंगाल की खाड़ी में बने सिस्टम के कारण अगले 24 घंटे में भी मौसम के ऐसे बने रहने की संभावना है।
हाईअलर्ट पर जिला प्रशासन – लगातार बारिश को देखते हुए प्रशासन अलर्ट मोड पर आ गया है। कलेक्टर अविनाश लवानिया और डीआईजी इरशाद वली ने शहर के साकेत नगर, सेफिया कॉलेज, बाल विहार,पुराने भोपाल के कई इलाकों का दौरा कर जमीनी स्थिति का जायजा लिया।
लगातार हो रही बारिश और मौसम विभाग के अलर्ट के बाद कलेक्टर अविनाश लवानिया ने सभी एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार और अन्य अधिकारियों को 24 घंटे अलर्ट पर रहने के निर्देश जारी किए हैं।कलेक्टर ने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिले में लगातार दो दिन से वर्षा हो रही है इसके लिए सभी अधिकारी अपने क्षेत्रों में सतत रूप से निगाह रखें। लोगों से सतत संपर्क में रहें ,कहीं भी जलभराव की स्थिति होने पर तुरंत कार्यवाही करें,नाले के किनारे रहने वाले लोगों को आवश्यकता होने पर तुरंत पास के स्कूल, सार्वजनिक भवन, सामुदायिक भवनों में पहुंचाएं, वहां पर बिजली,पीने का पानी और खाने की व्यवस्थाओं की तैयारी रखें,
लगातार बारिश से रात में विशेष अलर्ट - इस दौरान कलेक्टर ने अफसरों को निर्देश दिए कि रात में यदि किसी नदी या नाले में बाढ़ या पानी भराव की स्थिति निर्मित होती है तो तुरन्त कंट्रोल रूम को अवगत कराने के साथ आसपास की बस्तियों में पानी की भराव की स्थिति देखते हुए जेसीबी से पानी निकालने के लिए रास्ता बनाया जाए। इसके साथ पीने की पानी की और खाने की व्यवस्था के लिए तैयारी सुनिश्चित रखें, आवश्यकता होने पर लोगों को पीने का पानी और खाना उपलब्ध कराया जाए।
आपात स्थिति से निपटने के लिए एसडीआरएफ की टीम को भी अलर्ट पर रहने के लिए निर्देश दिए गए है। किसी भी स्थिति में जनहानि नहीं हो सुरक्षा के सभी आवश्यक इंतजाम रखे जाए।