• Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. मुख्य ख़बरें
  3. मध्यप्रदेश
  4. Last farewell to Group Captain Varun Singh with moist eyes
Written By Author विकास सिंह
Last Updated : गुरुवार, 16 दिसंबर 2021 (17:35 IST)

ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को नम आंखों से विदाई दे रहा भोपाल, शुक्रवार को होगा अंतिम संस्कार

ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को नम आंखों से विदाई दे रहा भोपाल, शुक्रवार को होगा अंतिम संस्कार - Last farewell to Group Captain Varun Singh with moist eyes
भोपाल। तमिलनाडु के कुन्नूर में हेलीकॉप्टर क्रैश में शहीद हुए ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह की पार्थिव देह भोपाल पहुंच गई है। स्टेट हैंगर पर एयरफोर्स के विशेष विमान से पहुंची ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह की पार्थिव देह को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, कैबिनेट मंत्री विश्वास सांरग, भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा सहित सेना और जिला प्रशासन के अधिकारियों ने श्रद्धांजालि दी। एयरपोर्ट से ग्रुप कैप्टन की पार्थिव देह को उनके बैरागढ़ सनसिटी कॉलोनी स्थित घर ले जाया गया है जहां लोग उनके अंतिम दर्शन कर रहे हैं।
 
शुक्रवार को बैरागढ़ स्थित श्मशान घाट पर ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने वरुण सिंह की शहादत को नमन करते हुए परिवार को एक करोड़ की सम्मान राशि देने का एलान किया है।
हेलीकॉप्टर हादसे में गंभीर रुप से घायल हुए ग्रुप कैप्टन वरूण सिंह का बेंगलुरु के सेना अस्पताल में निधन हो गया था। ग्रुप कैप्टन वरूण सिंह का मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल से काफी गहरा नाता था। वरूण के पिता रिटायर्ड कर्नल केपी सिंह सेना में थे और अब अपनी पत्नी के साथ भोपाल में ही रहते है। हादसे के बाद पिता केपी सिंह बेंगलुरु में ही थे। वरुण सिंह का छोट भाई कमांडर तनुज सिंह जो नौसेना में है और वर्तमान में मुंबई में रहते हैं।
ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह कई बार मौत को मात दे चुके थे और उनके साहस के लिए उन्हें स्वतंत्रता दिवस पर शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया था। वरुण सिंह को यह अवॉर्ड फ्लाइंग कंट्रोल सिस्टम खराब होने के बाद भी 10 हजार फीट की ऊंचाई पर तेजस विमान की सफल लैंडिग कराने पर दिया गया था। इस घटना में वरुण सिंह ने तेजस की सुरक्षित लैंडिंग कराई थी।   

भोपाल में ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के पड़ोसी कर्नल ईशान सिंह के मुताबिक दो सप्ताह पहले ही वरुण भोपाल आए थे और 10 दिन परिवार के साथ थे। आज उनके पड़ोसी उनके साथ बिताए हुए दिनों को याद कर भावुक हो उठे।