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Last Updated : बुधवार, 11 मार्च 2020 (17:13 IST)

सिंधिया बोले, कांग्रेस को नई सोच, नया नेतृत्व मंजूर नहीं

Jyotiraditya Scindia | सिंधिया बोले, कांग्रेस को नई सोच, नया नेतृत्व मंजूर नहीं
नई दिल्ली। मध्य प्रदेश में पिछले कुछ दिनों जारी राजनीतिक उठापटक के बीच ज्योतिरादित्य सिंधिया बुधवार को भाजपा में शामिल हो गए। सिंधिया ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि वह आहत थे क्योंकि वह अपने पूर्व संगठन (कांग्रेस) में लोगों की सेवा नहीं कर पा रहे थे।

सिंधिया ने अपने कांग्रेस छोड़ने के कारणों में कांग्रेस पार्टी में वास्तविकता से इंकार तथा नई सोच, विचारधारा एवं नए नेतृत्व को मान्यता नहीं मिलना बताया। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में एक सपना हमने पिरोया था, जब वहां सरकार बनी। लेकिन वो सारे सपने बिखर गए। चाहे वो किसानों के ऋण माफ़ करने की बात हो, पिछले फसल का बोनस न मिलना हो, ओलावृष्टि से नष्ट फसल आदि का भी मुआवजा अब तक नहीं मिल पाया है।

मध्य प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर वचनपत्र पालन करने में विफल रहने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में किसान त्रस्त है, नौजवान परेशान है और रोजगार के अवसर नहीं है।

सिंधिया ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में देश दुनिया में भारत का सम्मान बढ़ा है और वह भविष्य की चुनौतियों को परखते हुए उसका क्रियान्वयन कर रहे हैं। मोदी के नेतृत्व में भारत का भविष्य सुरक्षित है।

चढ़ा भाजपा का रंग : मंगलवार की सुबह जब देश होली मना रहा था, तभी सिंधिया ने भाजपा के वरिष्ठ नेता और गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की। इसके बाद उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनके 7, लोक कल्याण मार्ग स्थित आवास पर मुलाकात की।

इससे पहले, मंगलवार सुबह प्रधानमंत्री मोदी के साथ सिंधिया की बैठक लगभग एक घंटे तक चली। इसके बाद सिंधिया ने ट्विटर पर अपना इस्तीफा पोस्ट किया था। सिंधिया के कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद कांग्रेस ने कहा है कि पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते सिंधिया को निष्कासित किया गया है।

राज्यसभा जाएंगे : सिंधिया को भाजपा की ओर राज्यसभा भेजा जाएगा एवं बाद में उन्हें केंद्र में मंत्री बनाया जा सकता है। मध्य प्रदेश में यह राजनीतिक स्थिति ऐसे समय में उत्पन्न हुई है जब प्रदेश में राज्यसभा की 3 सीटों के लिए चुनाव हो रहे हैं। गुना के पूर्व सांसद के समर्थक विधायकों का दावा है कि सिंधिया अपनी ‘अनदेखी’ से ‘क्षुब्ध’ हैं।

परिवार में शामिल सिंधिया : आज हम सबके लिए बहुत खुशी का विषय है और आज मैं हमारी वरिष्ठतम नेता दिवंगत राजमाता सिंधिया जी को याद कर रहा हूं। भारतीय जनसंघ और भाजपा दोनों पार्टी की स्थापना से लेकर विचारधारा को बढ़ाने में उनका एक बहुत बड़ा योगदान रहा है।

उन्होंने कहा कि ज्योतिरादित्य जी आज अपने परिवार में शामिल हो रहे हैं, मैं इनका स्वागत करता हूं और हार्दिक अभिनन्दन भी करता हूं। नड्डा ने कहा कि हमारे लिए राजमाता जी एक आदर्श तथा हम सब के लिए वह एक दृष्टि और दिशा देने वाली नेता रही हैं।