भोपाल। लोकसभा में विपक्ष के आज लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि राहुल गांधी अविश्वास प्रस्ताव ला रहे हैं लेकिन उन्हें अपने आप पर ही विश्वास नहीं है। इस अविश्वास प्रस्ताव में कांग्रेस भी जानती है कि कोई दम नहीं है। देश का विश्वास नरेंद्र मोदी में है। जो अविश्वास प्रस्ताव ला रहे हैं उनका सबसे ज्यादा अविश्वास एक दूसरे पर ही है। आम आदमी पार्टी का जन्म ही कांग्रेस के खिलाफ आंदोलन से हुआ था। अब वही गड़बड़ियां कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस गठबंधन की नींव में ही अविश्वास का मलवा हो, उस पर विश्वास का महल कैसे बनेगा। एक समय था जब केजरीवाल पानी पी पीकर कोसते थे, अन्ना आंदोलन चला था, अब कांग्रेस उसी आप पार्टी के साथ है। लालू जी, नीतीश जी एक दूसरे को पानी पी-पीकर कोसते थे। अब वह भी साथ-साथ हैं।
विपक्षी पार्टियों पर हमला करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जो कभी राज्यों में हाथ नहीं मिलाते वो दिल्ली में गले मिलने का ढोंग कर रहे हैं। विपक्षी पार्टियों के गठबंधन में ही अविश्वास का मलवा है। वामपंथी और कांग्रेसी केरल में भी लड़े और बंगाल में भी लड़े। लेकिन अब ये फिर साथ-साथ हैं। ये साथ साथ क्यों ? इसलिए कि भ्रष्टाचार और परिवारवाद के दाग जिन पर लगे हुए हैं और जिनको लग रहा है कि अब बचे कैसे, वह सब एक साथ आ रहे हैं। जनता इन पर विश्वास नहीं करती।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि कांग्रेस कंफ्यूज है और कई चीजों के लिए मजबूर है। जो लोग कभी राम भगवान का नाम लेने से परहेज करते थे, काल्पनिक मानते थे। आज वो कथाएं करा रहे हैं और हनुमान चालीसा का पाठ करा रहे है। अब यह करने के लिए मजबूर है क्योंकि चुनाव आ रहे हैं। यह कांग्रेस की चुनावी भक्ति है। उनके अंदर ही अंदर अंतर्द्वंद मचा हुआ है। कमलनाथ जी सोच रहे हैं, मैं इधर जाऊं या उधर जाऊं; बड़ी मुश्किल है किधर जाऊं..? अब तो उनके एक नेता ने ही कह दिया है, कि मुख्यमंत्री कौन बनना चाहिए? उनके तो नेता होने पर ही सवाल खड़े हो रहे हैं। अब मुझे लग रहा है कि वह नेता का दावा पुख्ता करने के लिए कथाओं के आयोजन में भी लग गए है।
मध्यप्रदेश में 18 साल के हिसाब को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि जो 18 साल का हिसाब मांग रहे है वे सुन लें, 2003 तक मध्य प्रदेश बीमारू राज्य था। प्रति व्यक्ति आय 11 हजार रुपये थी, कमलनाथ जी आज बढ़कर 1 लाख 40 हजार हो गई। जब कांग्रेस की सरकार होती थी। गड्ढों में सड़क ढूंढती थी जनता, पूछो अपने सहयोगी दिग्गी राजा से। केवल 61 हजार किलोमीटर टूटी-फूटी सड़कें थी। आज ग्रामीण सड़कों को अगर मैं मिला लूं तो 5 लाख 11 हजार किलोमीटर शानदार सड़के बनाई तो भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने बनाई।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस को जवाब देना होगा,उनके समय में जब दिग्गी मुख्यमंत्री हुआ करते थे तो बच्चे डिब्बी में पढ़ाई किया करते थे। केवल 3-4 घंटे बिजली आती थी। आज हमने 29 हजार मेगावाट बिजली बनाकर मध्य प्रदेश की जनता को दी है। जब आप का राज था तो कृषि विकास दर नेगेटिव रहा करती थी आज मुझे कहते हुए गर्व है कि 18% से ज्यादा की एग्रीकल्चर ग्रोथ अगर हासिल की है तो मध्यप्रदेश ने हासिल की है और वो लगातार जारी है। हमारी विकास दर पिछले साल 18% से ऊपर थी इस बार 16% के ऊपर है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कमलनाथ जी जब आपके सहयोगी दिग्गी राजा की सरकार थी तब बजट 23 हजार करोड़ रूपया हुआ करता था। उसको बढ़ाकर हमने किया 3 लाख 14 हजार करोड़ रूपया। कांग्रेस, राजा, नवाब सबकी मिला लो तो सिंचाई केवल साढ़े 7 लाख हेक्टेयर में हुआ करती थी। आज हमने आज हमने 47 लाख हेक्टेयर जमीन सिंचित कर दी है और 65 लाख के टारगेट की तरफ निरंतर बढ़ते जा रहे हैं।
कांग्रेस की नाकामियां गिनाते हुए मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि जब कमल नाथ की सरकार थी तो मध्य प्रदेश में केवल 5 मेडिकल कॉलेज हुआ करते थे, आज मेडिकल कॉलेज की संख्या 30 तक पहुंच रही है। जब कमल नाथ थे तो बच्चे काँख में फट्टा दबाकर स्कूल जाया करते थे, हम शानदार सीएम राइज स्कूल बना रहे हैं। जब कमल नाथ थे तो प्रदेश अधोगति की तरफ जा रहा था। प्रदेश की जीएसडीपी का कुल साइज 71 हजार करोड़ रूपए था। आज प्रदेश की जीएसडीपी का कुल साइज 15 लाख करोड़ के आसपास पहुंच गया है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जब मैं गरीबों की तकलीफ कम करता हूं तो कमलनाथ की तकलीफ बढ़ जाती है। मुझे गर्व है कि 18 साल में हमने मध्यप्रदेश बदला है तो वह दुखी होते हैं। दूसरी चीज मैं उनसे यह पूछना चाहता हूं, कि वह रोज एक नए वादे करते है कि ये फ्री दे देंगे, वो फ्री दे देंगे... उन 900 वादों का क्या हुआ? उन्होंने एक वादा पूरा नहीं किया, वचन नहीं निभाए। मेरी और भारतीय जनता पार्टी की केंद्र की योजनाएं क्यों लौटा दी?जल जीवन मिशन 2019 में शुरू किया, प्रधानमंत्री जी ने पैसे भेज रहे थे। आपने जल जीवन मिशन क्यों प्रारंभ नहीं किया? प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के लिए किसानों के नाम दिल्ली क्यों नहीं भेजे?
बैगा, भारिया और सहरिया जैसी गरीब बहनों के 1 हजार रुपया बंद क्यों किए कमलनाथ? बच्चों के लैपटॉप क्यों छीने, संबल योजना क्यों बंद की? बेटा-बेटी के जन्म लेने के बाद 4 हजार और जन्म के बाद 12 हजार रुपया हम देते थे। वो 16 हजार रूपए की राशि क्यों बंद की? बेटियों की शादी कराकर पैसे क्यों नहीं दिए? जवाब तो देना पड़ेगा कमलनाथ जी!