ग्वालियर रीजनल इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव को लेकर सांसद भारत सिंह कुशवाह ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को लिखा सुझाव पत्र
भोपाल। मध्यप्रदेश मे निवेश बढाने के लिए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव लगातार रीजनल इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव का आयोजन कर रहे है। उज्जैन और जबलपुर में सफल इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव के बाद अब अगस्त में ग्वालियर रीजनल इंडस्ट्रियलल कॉन्क्लेव होने जा रही है।ग्वालियर में होने वाली रीजनल इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव को लेकर ग्वालियर सांसद भारत सिंह कुशवाह ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को पत्र लिखा है। सांसद भारत सिंह कुशवाह ने अपने पत्र में मुख्यमंत्री को इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव को लेकर सुझाव देते हुए बताया है कि ग्वालियर में रक्षा क्षेत्र में निवेश की अपार संभावना है।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को लिखे पत्र में सांसंद भारत सिंह कुशवाह ने लिखा कि “ग्वालियर मध्यप्रदेश का ही नहीं बल्कि देश का एक प्रमुख शहर हे आपके द्वारा उज्जैन और जबलपुर में रीजनल इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव का बेहद सफल आयोजन किया गया और उसी तारतम्य में आपके द्वारा अगली कॉन्क्लेव ग्वालियर में प्रस्तावित है उसका मैं ग्वालियर के सांसद होने के नाते आपके प्रति आभार व्यक्त करता हूँ और इस संदर्भ में अपनी तरफ से कुछ सुझाव पेश करना चाहता हूँ |
उन्होंने अपने पत्र में आगे लिखा कि “ग्वालियर अंचल जिसमे की मैं भिंड मुरैना दतिया को भी शामिल करता हूँ इस क्षेत्र में रक्षा क्षेत्र में अपार सम्भावनाएं है, इस क्षेत्र में वर्तमान में सीमा सुरक्षा बल की आंसूगैस की बम का निर्माण करने वाली इकाई और आंसूगैस की बंदूक बनाने वाली इकाई कार्यरत हैं इसी प्रकार मालनपुर में इजरायल के सहयोग से विभिन्न प्रकार की बंदूकों का निर्माण होता है , यह क्षेत्र माननीय प्रधानमंत्री जी के द्वारा निर्मित डिफेंस कॉरिडोर के भी एकदम नजदीक है यहाँ पे अगर कोई बड़ी रक्षा क्षेत्र की निर्माण करनेवाली इकाई को लाया जाए तो ना केवल मेक इन एमपी और मेक इन इंडिया की तरफ एक कारगर कदम होगा साथ में ग्वालियर क्षेत्र अपनी पुरानी गौरव गाथा को प्राप्त कर पायेगा और यहाँ के युवाओं के लिए रोजगार का निर्माण होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की तरफ तीव्र गति से बढ़ रहा है और रक्षा क्षेत्र की इकाई लाने के लिए ग्वालियर एक उपयुक्त शहर है क्योंकि ये पाकिस्तान चीन या किसी भी अन्य देश के बॉर्डर से काफी दूर हे और यहाँ पर एयर फोर्स स्टेशन भी है और सीमा सुरक्षा बल का हेडक्वार्टर भी है, यह एक ऐसा विशेष क्षेत्र है जहाँ प्राकृतिक आपदाओं का प्रकोप जैसे बाढ़ भूकंप नहीं के बराबर है, आपसे अनुरोध है कृपया इस क्षेत्र में एक बहुत बड़ी रक्षा क्षेत्र की निर्माण इकाई का निवेश लाने की कृपा करें, ग्वालियर अंचल में एक बड़ी रक्षा क्षेत्र की निर्माण इकाई आने से न केवल ग्वालियर अंचल का बल्कि पूरे प्रदेश का विकास होगा, यहाँ के कुटीर मध्यम और लघु उद्योगों को रोजगार मिलेगा इस प्रकार की अगर कोई मदर इकाई किसी क्षेत्र में आती है तो परिणामस्वरूप आम तौर पर देखा गया है की 500 किलोमीटर के अंदर की पूरे क्षेत्र का विकास होता है और आपका ये भागीरथी प्रयास ग्वालियर अंचल के लिए एक नई दशा और दिशा देगा।
मेरा आपसे अनुरोध है कि सितंबर में रीजनल इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव प्रस्तावित है उसके पहले जो हमारे उद्यमी हैं हमारे व्यापारी हैं उनकी जो परेशानियां हैं जो कि आम तौर पर ईज़ ऑफ़ डूइंग बिज़नेस (ईओडीबी) को लेके होती है उनको दूर करने के लिए कृपया शीघ्रातिशीघ्र ग्वालियर में एक ईज़ ऑफ़ डूइंग बिज़नेस (ईओडीबी) कॉन्क्लेव का आयोजन इसी माह में करने का आदेश करें जिससे कि ग्वालियर में उद्योगपतियों और व्यापारियों को और आमजनों को होने वाली परेशानियों का त्वरित निराकरण किया जा सके और एक सकारात्मक माहौल का निर्माण हो सके एक सांसद होने के नाते मैं भी अपनी पूर्ण जिम्मेदारी निभाउंगा।
ग्वालियर अंचल में इसके अलावा फूड प्रोसेसिंग, पर्यटन, कृषि और गैर कृषि आधारित ग्रामीण उद्योग, पशुपालन , इंजीनियरिंग और पत्थर उद्योग को लेकर अपार संभावनाएँ जिनको लेकर मैं आपसे अपनी टीम के साथ शीघ्र ही मिलना चाहूंगा, जिससे की ग्वालियर को लेकर जो मेरा विजन डॉक्यूमेंट है वो आपकी और आपकी टीम के साथ मैं साझा कर सकू।