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Last Updated : बुधवार, 4 अक्टूबर 2023 (17:15 IST)

कैलाश विजयवर्गीय ने दिखाए तेवर, मेरे आते ही अफसरों की नींद उड़ गई, इंदौर में नशा बेचने वालों को ठिकाने लगा दूंगा

मैं 10-12 साल से बाहर था, इसलिए इंदौर में दखल नहीं दिया, अब वापस आ गया हूं

kailash vijayvargiya
kailash vijaywargiya : भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और इंदौर के लोकप्रिय नेता कैलाश विजयवर्गीय अक्सर अपने बयानों से देशभर में चर्चा में रहते हैं। इंदौर विधानसभा 1 से वे चुनावी मैदान में हैं, उनकी दावेदारी ने इस क्षेत्र के चुनावी रण को अब बेदह दिलचस्प बना दिया है। हालांकि अब तक आई सूची में उनके बेटे आकाश को टिकट नहीं मिला है। पार्टी की नीतियों के मद्देनजर इसकी उम्मीद भी कम ही है।

टिकट की घोषणा होते ही कैलाश विजयवर्गीय ने अपने चिरपरिचित तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं। इसी मंगलवार को कैलाश विजयवर्गीय ने मंच से ऐसा कुछ कह दिया है कि राजनीतिक गलियारों में उनके बयान की जमकर चर्चा हो रही है। दरअसल, कैलाश विजयवर्गीय ने कहा है कि उनके आते ही प्रदेश के अफसरों की नींद उड़ गई है।

कोई अफसर नहीं हुआ जो मेरा काम न करें : दरअसल 3 अक्टूबर की शाम विधानसभा एक में बीजेपी मंडल कार्यकर्ताओं की बैठक को संबोधित करते हुए कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि जब से मैं इस विधानसभा से उम्मीदवार घोषित हुआ हूं अफसरों की नींद उड़ गई है। उन्होंने कहा कि अब तक मध्यप्रदेश में ऐसा कोई अफसर पैदा नहीं हुआ जो उनका काम न कर के दे।

मैं वापस मध्यप्रदेश में आ गया हूं : मंच पर भाषण देते हुए कैलाश विजयवर्गीय ने कहा- मैं विधानसभा एक से ही नहीं बल्कि पूरे इंदौर से नशा और पाउडर बेचने वालों को ठिकाने लगा दूंगा। कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि जब से मेरा टिकट हुआ है अफसरों की नींद उड़ गई है। कुछ साल मध्यप्रदेश के बाहर था, इसलिए दखल नहीं देता था, लेकिन अब वापस आ गया हूं।

अब सरकारी दफ्तरों में सम्मान होगा : कैलाश विजयवर्गीय ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि अब आप चिंता मत करना, मैं वापस आ गया हूं, अब कार्यकर्ताओं का सम्मान होगा। जब भी आप कहीं सरकारी दफ्तरों में जाएंगे तो अफसर आपको सम्मान देगा। काम भी होगा और विकास भी होगा।

मैं बाहर था इसलिए दखल नहीं देता था : इतना कुछ कहने के बाद भी कैलाश विजयवर्गीय ने अपने तेवर नर्म नहीं किए। उन्होंने आगे कहा कि मैं 10-12 साल से इंदौर से बाहर था इसीलिए कोई इंदौर में कोई दखल नहीं देता था। लेकिन अब मैं इंदौर वापस आ गया हूं। यकीन मानो विधानसभा एक के कार्यकर्ता को मान सम्मान मिलेगा। जब भी आप किसी काम से सरकारी ऑफिस में जाओगे तो अधिकारी आपको सम्मान देगा। विधानसभा एक में नही पूरे इंदौर में नशा बेचने वालों को ठिकाने लगा दूंगा।

क्या सत्ता पर भारी पड़ती अफसरशाही पर है निशाना :  बता दें कि कैलाश विजयवर्गीय को मप्र के मुख्यमंत्री पद का तगड़ा दावेदार माना जाता है। ऐसे में कैलाश विजयवर्गीय की तरफ से यह बयान सत्ता पर हावी अफसरशाही पर निशाना बताया जा रहा है। जब हमने इस मुद्दे पर लोगों से बात की तो दबी जुबान में कई भाजपा कार्यकर्ताओं का कहना है कि देखिए कैलाश जी का यह अंदाज कोई नई बात नहीं है, वे आमतौर पर अपने सख्त तेवर जाहिर करते हैं, अब राजनीति में कौनसा बयान किसके खिलाफ जाएगा, यह तो देखने सुनने वालों के उपर निर्भर करता है। बहरहाल इतना तो तय है कि कैलाश विजयवर्गीय ने अपने तेवरों से इंदौर विधानसभा एक के रण को बेहद दिलचस्प बना दिया है। बता दें कि 2019 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के हाथ से यह सीट कांग्रेस के संजय शुक्ला ने छीन ली थी जो अब कैलाश के प्रतिद्वंदी होंगे।
Edited By navin rangiyal
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