क्या कांग्रेस ने अमेठी से उम्मीदवार तय कर लिया है? प्रियंका गांधी लड़ सकती हैं रायबरेली से
Amethi Lok Sabha Seat: एक वक्त वह भी था जब कांग्रेस की ओर सबसे पहले अमेठी और रायबरेली के उम्मीदवारों की घोषणा की जाती थी, लेकिन लोकसभा चुनाव का पहला चरण पूर्ण होने के बाद भी कांग्रेस इन दोनों ही सीटों से अपने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं कर पाई है। दरअसल, 2019 के चुनाव अमेठी सीट गंवाने वाली कांग्रेस छाछ को भी फूंक-फूंक कर पी रही है।
रामलला के दर्शन करेंगे : ताजा जानकारी के अनुसार राहुल गांधी ( Rahul Gandhi) ही अमेठी से उम्मीदवार होंगे, जबकि प्रियंका गांधी वाड्रा अपनी मां सोनिया गांधी की सीट रायबरेली से चुनाव लड़ सकती हैं। अयोध्या के राम मंदिर को लेकर निशाने पर आई कांग्रेस नया दांव खेलने की तैयारी कर रही है। माना जा रहा है कि इन दोनों ही सीटों से नामांकन भरने से पहले राहुल गांधी और प्रियंका रामलला के दर्शन करने अयोध्या जाएंगे।
खबर यह भी है कि 26 अप्रैल को वायनाड में लोकसभा चुनाव के लिए वोटिंग हो जाएगी, इसके राहुल अमेठी का रुख कर सकते हैं। अमेठी में 26 अप्रैल से नामांकन भरने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
अमेठी पर राबर्ट वाड्रा की नजर : भाजपा ने अमेठी से एक बार फिर केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को ही उम्मीदवार बनाया है। हालांकि अमेठी सीट पर राहुल के जीजा राबर्ट वाड्रा की भी नजर है। हाल ही में क्षेत्र में उनके समर्थन में पोस्टर भी लगे थे। ऐसे में यह भी हो सकता है ऐन मौके पर वाड्रा को भी मैदान में उतार दिया जाए। लेकिन, अब जो खबरें आ रही हैं, उनके मुताबिक राहुल गांधी ही अमेठी से चुनाव लड़ेंगे।
रायबरेली सीट खाली : पिछले चुनाव में राहुल गांधी स्मृति ईरानी के मुकाबले चुनाव जरूर हार गए थे, लेकिन हार कर अंतर करीब 55 हजार था। यह लीड लोकसभा चुनाव के हिसाब से बहुत बड़ी नहीं है। हालांकि 2014 के चुनाव में राहुल ने स्मृति ईरानी को एक लाख से ज्यादा वोटों से हराया था। 2009 में भाजपा तीसरे स्थान पर रही थी। यह चुनाव राहुल ने 3 लाख 70 हजार वोटों से जीता था।
दूसरी ओर, सोनिया गांधी के राज्यसभा जाने से अब यह सीट खाली हो गई है। ऐसे में इस सीट पर सबसे बड़ा दावा प्रियंका गांधी का ही माना जा रहा है। 2019 में इस सीट पर सोनिया गांधी करीब 1 लाख 67 हजार वोटों से जीती थीं। सोनिया गांधी यहां से 5 बार सांसद रह चुकी हैं। हालांकि भाजपा ने भी इस सीट पर उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है।
Edited by: Vrijendra Singh Jhala