प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को दावा किया कि कांग्रेस धर्म के आधार पर आरक्षण देना चाहती है। इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस और उसके गठबंधन में शामिल घटकों को लिखित में यह गारंटी देने की चुनौती दी कि वे ऐसा कभी नहीं करेंगे। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, "आपकी मंशा मुसलमानों को धर्म के आधार पर आरक्षण देने की है।"
लोकसभा चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा के बाद गुजरात में अपनी पहली चुनावी रैली में मोदी ने कहा कि जब तक वह और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सत्ता में हैं, तब तक अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को नौकरियों और शिक्षा में दिए गए आरक्षण की रक्षा की जाएगी।
भाजपा के दिग्गज नेता ने जोर देकर कहा, मैं कांग्रेस के शहजादे (राहुल गांधी की ओर इशारा करते हुए) के साथ-साथ उनकी पार्टी और समर्थकों को चुनौती देता हूं कि वे घोषणा करें कि कभी भी धर्म के नाम पर आरक्षण का दुरुपयोग नहीं करेंगे, न ही कभी संविधान के साथ खिलवाड़ करेंगे या कभी धर्म के नाम पर आरक्षण नहीं देंगे।
उन्होंने कहा, "कांग्रेस और इंडिया गठबंधन लिखित में गारंटी दें कि वे धर्म के नाम पर कभी आरक्षण नहीं देंगे क्योंकि उन पर भरोसा नहीं किया जा सकता। उन्हें दूसरी गारंटी भी देनी चाहिए कि वे एससी/एसटी/ओबीसी और सामान्य वर्ग के (गरीबों) को दिए गए आरक्षण को कभी नहीं छुएंगे। वे ऐसा कभी नहीं करेंगे... इसे लिखित में कभी नहीं देंगे।"
उन्होंने कहा कि कांग्रेस और इंडिया गठबंधन झूठ फैला रहे हैं और संविधान की प्रतियां (चुनावी रैलियों में) दिखा रहे हैं ताकि यह डर फैलाया जा सके कि अगर भाजपा नीत राजग सत्ता में रहा तो कानून की किताब बदल दी जाएगी और अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, ओबीसी और ईडब्ल्यूएस को दिया गया आरक्षण समाप्त कर दिया जाएगा।
प्रधानमंत्री ने दीसा शहर में एक रैली में कहा कि यह कुछ और नहीं बल्कि 'पूरी तरह से मनगढ़ंत कहानी' है। उन्होंने कहा, ''कांग्रेस और इसके लोगों को ध्यान से सुनना चाहिए कि यह मोदी है। जब तक मोदी जिंदा है, मैं आपको संविधान के नाम पर आरक्षण का खेल नहीं खेलने दूंगा।"
मोदी ने कहा कि बाबा साहेब आंबेडकर के आशीर्वाद से अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग और सामान्य वर्ग के गरीबों को संविधान के तहत आरक्षण मिला हुआ है और कोई इसका एक हिस्सा भी नहीं छीन सकता।
उन्होंने कहा, "मैं यह विश्वास के साथ कह सकता हूं और मैं इसे दुनिया के सामने रिकॉर्ड पर कह सकता हूं कि जब तक भाजपा और मोदी हैं, तब तक बाबा साहेब आंबेडकर के संविधान द्वारा अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, ओबीसी और आम आदमी (ईडब्ल्यूएस) को दिए गए आरक्षण की रक्षा की जाएगी।"
भाजपा नेता ने कहा कि कांग्रेस आंध्र प्रदेश में मुसलमानों को आरक्षण देने के लिए प्रयोग कर चुकी है और अब वह वोट बैंक की राजनीति के लिए कर्नाटक में भी यही प्रयास कर रही है, जहां कांग्रेस सत्ता में है।
उन्होंने कहा, "वे (विपक्ष) झूठ फैला रहे हैं कि मोदी आरक्षण खत्म करने के लिए 400 सीटें मांग रहा है। वे नहीं जानते कि निवर्तमान लोकसभा में, भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए के पास लगभग 360 सांसद थे और बीजद और वाईएसआरसीपी, जो एनडीए का हिस्सा नहीं थे, ने 400 की शक्ति के साथ हमारा समर्थन किया। लेकिन हम ऐसा पाप करने के लिए पैदा नहीं हुए हैं, न ही यह हमारे लिए एक रास्ता है।"
कांग्रेस पर हमला करते हुए मोदी ने कहा कि कांग्रेस 'मोहब्बत की दुकानें' खोलने की बात करती है, लेकिन अब सोशल मीडिया पर फर्जी वीडियो प्रसारित कर रही है।
प्रधानमंत्री ने कहा, "कल्पना कीजिए कि जिस पार्टी ने 60 साल तक देश पर शासन किया और जिसमें इतने प्रधानमंत्री और मंत्री रहे, उसके पास जनता को दिखाने के लिए कोई सच नहीं है। उनकी 'मोहब्बत की दुकान' ने फर्जी फैक्ट्री के रूप में काम करना शुरू कर दिया है।"
मोदी ने दावा किया कि कांग्रेस के वीडियो, शब्द, भाषण, नारे और इरादे फर्जी हैं। उन्होंने कहा, "हिम्मत है तो सामने से हमला करो। इस नकली वीडियो का गेम बंद करो। आप एक बार लोगों को गुमराह कर सकते हैं, लेकिन देश आपको बड़ी सजा देगा।"
राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस के शहजादे ने मोदी समुदाय और ओबीसी को 'चोर' कहा था।
मोदी ने कहा कि उन्होंने 2014 में पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ा था, तब से कांग्रेस उन्हें व्यक्तिगत रूप से निशाना बना रही है और 2019 में भी उसने यही गलती दोहराई और अब भी विपक्षी पार्टी उनका मजाक उड़ाती है।
उन्होंने कहा कि देश ने इस पुरानी पार्टी को इस तरह से जवाब दिया कि वह (1984 में) एक बार 400 लोकसभा सीट जीतने के बाद घटकर 40 पर आ गई।
मोदी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को छोड़कर कांग्रेस समेत किसी भी अन्य राजनीतिक दल ने 272 उम्मीदवार तक नहीं उतारे हैं, जो 543 सदस्यों वाली लोकसभा में साधारण बहुमत के लिए जरूरी न्यूनतम सीटें हैं।
उन्होंने कहा, "आप तब सरकार बनाने की बात करते हैं जब आप 272 उम्मीदवार भी नहीं उतारते। उनकी स्थिति ऐसी है कि कांग्रेस का शाही परिवार कांग्रेस को वोट नहीं दे पाएगा क्योंकि उनके पास (दिल्ली में) मतदान करने के लिए उनकी पार्टी का उम्मीदवार नहीं है।"
कांग्रेस और आप (आम आदमी पार्टी) दिल्ली में क्रमश: तीन और चार लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ेंगी।
मोदी ने कहा कि यहां तक कि कांग्रेस के दिग्गज नेता दिवंगत अहमद पटेल का परिवार भी भरूच (जहां आप ने अपना उम्मीदवार उतारा है) में पार्टी के लिए वोट नहीं डाल पाएगा।
उन्होंने कहा, "जब कांग्रेस ने अपना घोषणापत्र जारी किया, तो मैंने कहा कि इसमें मुस्लिम लीग की छाप है। अब उन्होंने नक्सलियों जैसी घोषणाएं शुरू कर दी हैं।"
प्रधानमंत्री ने कहा कि यह उनकी गारंटी है कि वह अपने तीसरे कार्यकाल में भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाएंगे और उनके नए कार्यकाल के लिए 100 दिन की योजना तैयार है। गुजरात में 7 मई को एक ही चरण में मतदान होगा। भाषा