BJP उम्मीदवार रेखा पात्रा बोलीं, TMC कार्यकर्ताओं ने मेरे साथ धक्का-मुक्की की
ममता बनर्जी को घोर महिला विरोधी बताया
BJP candidate Rekha Patra's allegations against TMC worker : पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में तृणमूल कांग्रेस के स्थानीय नेताओं के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का चेहरा रहीं और बशीरहाट लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की उम्मीदवार रेखा पात्रा ने कोलकाता में मंगलवार को आरोप लगाया कि चुनाव प्रचार के दौरान उनके साथ सत्तारूढ़ दल के कार्यकर्ताओं ने धक्का-मुक्की की।
अचानक तृणमूल कार्यकर्ताओं ने हम पर हमला कर दिया : तृणमूल कांग्रेस ने आरोपों को खारिज करते हुए आरोप लगाया कि भाजपा उसके समर्थकों पर हमला कर रही है। कथित घटना बशीरहाट लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत खारीडांगा पंचायत में दोपहर के वक्त हुई, जब भाजपा कार्यकर्ता चुनाव प्रचार कर रहे थे। संदेशखाली इसी निर्वाचन क्षेत्र में स्थित है। पात्रा ने कहा कि जब हम चुनाव प्रचार कर रहे थे, तभी अचानक तृणमूल कार्यकर्ताओं ने हम पर हमला कर दिया। उन्होंने मुझे धक्का दिया और पार्टी (भाजपा) कार्यकर्ताओं पर वार किया।
भाजपा के आईटी प्रकोष्ठ के प्रमुख और पार्टी के पश्चिम बंगाल प्रभारी अमित मालवीय ने आरोप लगाया कि घटना तृणमूल की हताशा को दर्शाता है। मालवीय ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि शुरुआती 2 चरणों में शून्य सीट मिलना तय होने के बाद तृणमूल कांग्रेस पूरी तरह हताश हो गई है।
उन्होंने कहा कि संदेशखाली की पीड़िताओं के बजाय शेख शाहजहां को बचाने को लेकर उच्चतम न्यायालय में बेनकाब होने के बाद तृणमूल कांग्रेस खारीडांगा पंचायत प्रधान समीर बचर के साथ बंगाल में संविदा पर रखे गए पुलिसकर्मी बबलू बचर ने बशीरहाट से भाजपा उम्मीदवार रेखा पात्रा पर उस वक्त लाठियों से प्रहार किया, जब वे चुनाव प्रचार कर रही थीं।
ममता बनर्जी को घोर महिला-विरोधी बताया : मालवीय ने कहा कि ममता बनर्जी को अपनी घोर महिला-विरोधी राजनीति पर शर्म आनी चाहिए। राष्ट्रीय महिला आयोग और राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को पश्चिम बंगाल में घटती नागरिक और राजनीतिक स्वतंत्रता का संज्ञान लेना चाहिए।
संदेशखाली से तृणमूल कांग्रेस विधायक सुकुमार महता ने आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए दावा किया कि भाजपा कार्यकर्ता ने तृणमूल कार्यकर्ताओं की पिटाई की। उन्होंने आरोप लगाया कि वे चुनाव से पहले इलाके में माहौल खराब करना चाहते हैं। फरवरी में संदेशखाली की कई महिलाओं ने स्थानीय तृणमूल नेताओं पर यौन उत्पीड़न करने और जमीन हड़पने के आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन किया था।(भाषा)
Edited by: Ravindra Gupta