गोडसे पर पार्टी नेताओं के बयान से अमित शाह नाराज, बड़ी कार्रवाई के संकेत
भोपाल। नाथूराम गोडसे पर भाजपा नेताओं के बयान के बाद अब पार्टी पूरी तरह डैमेज कंट्रोल में जुट गई है। पार्टी ने इस तरह के बयान देने वाले सभी नेताओं से किनारा कर लिया है। वहीं भोपाल से उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर मुश्किल में घिर गई है। पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने खुद साध्वी प्रज्ञा के बयान को गलत बताया है।
अमित शाह की ओर से मीडिया को जारी बयान में कहा गया है कि 2 दिनों में अनंतकुमार हेगड़े, साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर और नलीन कटील के जो बयान आए हैं वो उनके निजी बयान हैं, उन बयानों से भाजपा का कोई संबंध नहीं है। इन लोगों ने अपने बयान वापस लिए हैं और माफ़ी भी मांगी है।
फिर भी सार्वजनिक जीवन तथा भाजपा की गरिमा और विचारधारा के विपरीत इन बयानों को पार्टी ने गंभीरता से लेकर तीनों बयानों को अनुशासन समिति को भेजने का निर्णय किया है। अनुशासन समिति तीनों नेताओं से जवाब मांगकर उसकी एक रिपोर्ट 10 दिन के अंदर पार्टी को दे। वहीं दूसरी ओर पूरी भाजपा ने अब साध्वी प्रज्ञा ठाकुर से दूरी बना ली है।
बुरहानपुर में रोड शो निरस्त : चुनाव प्रचार के आखिरी दिन साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को बुरहानपुर में एक रोड शो करना था, लेकिन ऐन वक्त पर रोड शो को निरस्त कर दिया गया है। हालांकि रोड शो निरस्त करने के पीछे साध्वी प्रज्ञा ठाकुर की तबीयत खराब होने को कारण बताया गया है, लेकिन पार्टी सूत्र बताते हैं कि पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने उनके बयान पर नाराजगी जताते हुए उनको चुनाव प्रचार से दूर रखने के निर्देश दिए हैं।
चुनाव आयोग ने मांगी रिपोर्ट : साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के बयान पर केंद्रीय चुनाव आयोग ने पूरी रिपोर्ट तलब की है। आयोग के निर्देश पर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय ने पूरी रिपोर्ट दिल्ली भेज दी है।