गंगा यात्रा और मंदिरों के दर्शन से मोदी के हिन्दुत्व चेहरे को चुनौती देती प्रियंका!
देश के मौजूदा सियासी परिदृश्य में नरेंद्र मोदी की पहचान हिन्दुत्व के सबसे चेहरे के रूप में होती है। हिन्दुत्व के इस बड़े चेहरे पर 2014 में लोकसभा चुनाव लड़कर बीजेपी पहले दिल्ली की सत्ता तक पहुंची वहीं अब विश्व की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी होने का दावा करती है।
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह साफ कहते हैं कि बीजेपी का एक मात्र चेहरा नरेंद्र मोदी ही हैं और पार्टी एक बार फिर इसी चेहरे के सहारे चुनावी मैदान में है। दूसरी ओर मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस बीजेपी के इस सबसे बड़े चेहरे को मात देने के लिए अब उसी हिन्दुत्व के एजेंडे पर आगे बढ़ती हुई दिखाई दे रही है, जो कभी बीजेपी की पहचान होती थी। मध्यप्रदेश में पिछले दिनों हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के चुनावी दौरे के दौरान उनको शिव और राम भक्त बताकर पार्टी ने जो हिन्दुत्व की छवि गढ़ी थी, उसका लाभ पार्टी को हुआ था।
लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में कांग्रेस एक बार फिर साफ्ट हिन्दुत्व कार्ड खेलती हुई दिखाई दे रही है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने सियासी दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण सबसे बड़े सूबे में पार्टी की जीत के लिए विनिंग फार्मूला अपनाया है उसमें हिन्दुत्व का एजेंडा सबसे उपर दिखाई दे रहा है। प्रियंका ने गंगा यात्रा से चुनावी सफर की शुरुआत कर इसको अब जमीनी हकीकत में बदलना भी शुरू कर दिया है।
गंगा यात्रा से चुनाव प्रचार का शंखनाद : लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के चुनाव प्रचार का शंखनाद प्रियंका जिस गंगा यात्रा से कर रही है वह गंगा पूरे देश में हिन्दुओं की आस्था का सबसे बड़ा केंद्र है, गंगा यात्रा के जरिए प्रिंयका उत्तरप्रदेश के साथ साथ देश में हिन्दू वोट बैंक को साधने की कोशिश में है। गंगा देश की साठ से अधिक लोकसभा सीट को सीधे प्रभावित करती है। उत्तर प्रदेश, बिहार और उत्तराखंड की कई लोकसभा सीटों पर गंगा और उससे जुड़े लोग सीधा प्रभाव रखते हैं। प्रियंका संगम पर गंगा पूजा कर इस बड़े वोट बैंक से भावनात्मक रूप से प्रभावित करने की कोशिश करती हुई दिखाई दे रही है।
मंदिर-मंदिर प्रियंका : लोकसभा चुनाव से पहले प्रियंका मंदिर-मंदिर जा रही हैं, गंगा यात्रा की शुरुआत करने प्रयागराज पहुंचीं प्रियंका ने हनुमान मंदिर का दर्शन किया तो मंगलवार को विंध्यवासिनी मंदिर का दर्शन किया। विंध्याचल स्थित विंध्यवासिनी देवी का मंदिर पूर्वाचल में आस्था का बड़ा केंद्र है, मंदिर पहुंची प्रियंका ने पूरे विधि-विधान से पूर्जा अर्चना की।
विंध्यवासिनी मंदिर का यूपी की 6 लोकसभा सीटों को सीधे प्रभावित करती है। इसके साथ ही बुधवार को जब प्रियंका बनारस के विश्वनाथ मंदिर पहुंचेंगी तो एक बड़ा संदेश देने की कोशिश करेगी। इससे साथ ही प्रियंका रास्ते में छोटे-छोटे मंदिर और साधु-संतों से जुड़े धार्मिक स्थल पर भी जा रही हैं। मंगलवार को प्रियंका का सीतामढ़ी और सोमवार को संगम तट स्थित अक्षयवट जाना भी इसकी एक बानगी है।
गंगा की बेटी के लगे पोस्टर : 2014 में चुनाव प्रचार के समय बीजेपी के सबसे बड़े प्रचारक नरेंद्र मोदी ने खुद को मां गंगा का बेटा बताया था तो इस बार हिन्दुत्व की राह पर चल रही कांग्रेस की सबसे बड़ी स्टार प्रचारक प्रियंका को कार्यकर्ता गंगा की बेटी बता रहे हैं।
प्रियंका की पूरी यात्रा के रूट पर प्रियंका को गंगा की बेटी बताने वाले बड़े- बड़े होर्डिंग लगे है। कांग्रेस अच्छी तरह जानती है कि अगर पार्टी को यूपी में कोई चमत्कार करना है तो लोगों के बीच इंदिरा जैसी एक लहर खड़ी करनी होगी और पार्टी अभी तक उसी रणनीति पर आगे बढ़ती दिखाई दे रही हैं।