जिम्बाब्वे ने 12 वर्ष बाद कराया टेस्ट ड्रॉ
बुलावायो। जिम्बाब्वे के रेगिस चकबावा और कप्तान ग्रीम क्रीमर ने आठवें विकेट के लिए 91 रन की अविजित साझेदारी से वेस्टइंडीज के खिलाफ यहां क्वींस स्पोर्ट्स क्लब में दूसरे और आखिरी क्रिकेट टेस्ट के अंतिम दिन मैच ड्रॉ करा दिया।
जिम्बाब्वे ने दूसरी पारी में दिन का खेल समाप्त होने तक 144 ओवर में सात विकेट पर 301 रन बनाकर दूसरे टेस्ट को ड्रॉ करा दिया। वेस्टइंडीज के गेंदबाज़ आखिरी समय तक चकबावा और क्रीमर की साझेदारी को नहीं तोड़ सके। हालांकि कैरेबियाई टीम ने 1-0 से सीरीज़ में जीत दर्ज कर ली।
जिम्बाब्वे के दूसरी पारी में ओपनिंग क्रम के खराब प्रदर्शन के बाद मध्यक्रम ने टीम को संभाला और पीटर मूर ने 42 रन तथा सिकंदर रजा ने 89 रन की महत्वपूर्ण पारियां खेलीं। दोनों बल्लेबाजों ने पांचवें विकेट के लिए 98 रन की साझेदारी की।
इसके बाद चकबावा ने 192 गेंदों में पांच चौके लगाकर नाबाद 71 और क्रीमर ने 150 गेंदों में नाबाद 28 रन बनाकर आठवें विकेट के लिए 91 रन की अविजित साझेदारी की और टीम की हार को टाल दिया।
वेस्टइंडीज की ओर से शैनन गैबरिएल ने 34 रन, केमर रोच ने 37 रन और देवेंद्र बिशू ने 74 रन देकर दो-दो विकेट निकाले जबकि जेसन होल्डर को एक विकेट मिला।
मैच के आखिरी दिन जिम्बाब्वे की टीम ने चायकाल के एक घंटे बाद तक सात विकेट पर 301 रन बनाए, जिसके साथ ही मैच को ड्रॉ घोषित कर दिया गया। जिम्बाब्वे ने पहली पारी में 326 रन बनाए थे जबकि वेस्टइंडीज ने पहली पारी में 448 रन का विशाल स्कोर बनाया था। विडीज़ ने पहला मैच 117 रन से जीता था।
जिम्बाब्वे ने 12 वर्षों में पहली बार टेस्ट ड्रॉ कराया है जबकि आखिरी 10 मैचों में उसने पहली बार हार टाली है। क्रीमर ने मैच के बाद कहाहमें टीम की बल्लेबाजी पर खुशी महसूस हो रही है। हालांकि हमने कई मौके गंवाए। हमने कई कैच टपकाए और यह पिच आसान नहीं थी।
जिम्बाब्वे अब बॉक्सिंग-डे से शुरू होने वाले पहले चार दिवसीय टेस्ट में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेलने उतरेगी। जिम्बाब्वे के ऑलराउंडर सिकंदर रजा को उनकी 80 और 89 रन की पारियों तथा 99 रन पर पांच विकेट के प्रदर्शन के लिए 'मैन ऑफ द मैच' चुना गया। वेस्टइंडीज के लेग स्पिनर बिशू को 13 विकेट के लिए 'मैन ऑफ द सीरीज़' बनाया गया। (वार्ता)