नयी दिल्ली: भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) की एक रिपोर्ट के मुताबिक विराट कोहली मौजूदा समय के सबसे फिट भारतीय क्रिकेटर रहे हैं और इस पूर्व कप्तान को छोड़कर 23 केंद्रीय अनुबंधित क्रिकेटरों को 2021-22 सत्र में रिहैबिलिटेशन के लिए एनसीए (राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी) की मदद लेनी पड़ी।
बीसीसीआई के सीईओ (मुख्य कार्यकारी अधिकारी) हेमांग अमीन द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट में राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) और पिछले सत्र में किए गए कार्यों का विवरण है।रिपोर्ट के अनुसार, इस अवधि के दौरान एनसीए चिकित्सा टीम द्वारा 70 खिलाड़ियों की कुल 96 जटिल चोटों का इलाज किया गया।
इन 70 खिलाड़ियों में से 23 भारतीय टीम से, 25 भारत ए/उभरते हुए खिलाड़ी, एक भारत अंडर-19 टीम, सात सीनियर महिला टीम से और 14 विभिन्न राज्यों के खिलाड़ी है।
बोर्ड से केंद्रीय अनुबंध हासिल करने वाले 23 खिलाड़ियों में कप्तान रोहित शर्मा (मांसपेशियों में खिंचाव), उप कप्तान लोकेश राहुल (हर्निया सर्जरी के बाद), चेतेश्वर पुजारा, शिखर धवन, हार्दिक पांड्या, उमेश यादव, रवींद्र जडेजा, ऋषभ पंत, ईशांत शर्मा, श्रेयस अय्यर, सूर्यकुमार यादव के अलावा मयंक अग्रवाल, युजवेंद्र चहल, वाशिंगटन सुंदर, कुलदीप यादव, भुवनेश्वर कुमार, अजिंक्य रहाणे, रविचंद्रन अश्विन, अक्षर पटेल और रिद्धिमान साहा शामिल है।
बोर्ड के अंदरूनी सूत्र के अनुसार, कोहली को पिछले एक साल में कभी भी चोट या फिटनेस से संबंधित मुद्दों के लिए बेंगलुरु के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में आने की जरूरत नहीं पड़ी।
उन्होंने कहा, ईमानदारी से कहूं तो इसमें से कई चोटें मैदान पर लगी थीं। कुछ को फ्रैक्चर (सूर्यकुमार यादव) का सामना करना पड़ा तो कुछ को अलग-अलग समय पर विभिन्न तरह की चोट के साथ एनसीए पहुंचे। सूत्र ने कहा, आपको कोहली की फिटनेस बनाये रखने का श्रेय देना होगा । उन्होंने खुद को इतना फिट रखा है कि उन्हें कभी भी हैमस्ट्रिंग या मांसपेशियों से संबंधित कोई चोट नहीं आई है।
इस दौरान थोड़ा कई ऐसे खिलाड़ियों को हैमस्ट्रिंग (मांसपेशियों में खिंचाव) की समस्या हुई जो कोहली से लगभग 10 साल छोटे है।इस सूची में शुभमन गिल, पृथ्वी साव, रुतुराज गायकवाड़, वेंकटेश अय्यर, केएस भरत, कमलेश नागरकोटी, संजू सैमसन, ईशान किशन, कार्तिक त्यागी, नवदीप सैनी और राहुल चाहर जैसे युवा शामिल हैं।
(भाषा)