केएल राहुल के बुरे फॉर्म पर आकाश चोपड़ा ने ले लिया वैंकटेश प्रसाद से पंगा, जल्द नहीं खत्म होने वाली लड़ाई
के एल राहुल का क्रिकेट में खराब फॉर्म का सफर ख़त्म नहीं हो रहा है। ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच चल रही बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले दो मैचों में के एल राहुल फ्लॉप रहे थे। वे ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दो मैचों में 12.67 की औसत से सिर्फ 38 ही रन बना पाए थे। के एल का टेस्ट मैचों में लगातार ख़राब प्रदर्शन दिन पे दिन आलोचकों को आकर्षित कर रहा है। क्रिकेट दर्शको और विशेषज्ञों द्वारा के एल राहुल के ख़राब फॉर्म के बावजूद टीम में जगह बनाए रखने पर सवाल खड़े हो रहे हैं। ऐसे में लोग सोशल मीडिया पर के एल की भारतीय क्रिकेट टीम में जगह को लेकर अपनी अपनी राय दे रहे हैं लेकिन कुछ राय अब बहस का रूप ले चुकी है। भारतीय टीम के दो पूर्व खिलाडी पिछले तीन दिनों से ट्विटर पर एक दूसरे पर शब्दों और आकंड़ों के बाण छोड़ बरस रहे हैं।
ऐसे हुई थी बहस की शुरुआत:
कुछ दिन पहले भारतीय टीम के पूर्व तेज गेंदबाज वेंकटेश प्रसाद ने ट्विटर पर के एल राहुल सहित मयंक अग्रवाल, शिखर धवन, शुभमन गिल और अजिंक्य रहाणे के विदेशी अथवा घरेलु आंकड़े साझा कर टीम में के एल राहुल की जगह पर सवाल खड़ा किया था। वे आंकड़ों के माध्यम से यह दर्शाना चाहते थे कि राहुल के चल रहे इस बुरे फॉर्म में ऐसे कई अन्य खिलाडियों को टीम में राहुल की जगह जगह मिल सकती है जो सिर्फ टीम में आने का मौका तराश रहे हैं। वेंकटेश के इस ट्वीट का जवाब देते हुए आकाश चोपड़ा ने भारतीय बल्लेबाजों के सेना (SENA) देशों के आंकड़े साझा कर के एल राहुल का समर्थन किया।
यहाँ तक कि चोपड़ा ने यूट्यूब पर 12 मिनट का वीडियो भी शेयर किया जिसमे वह आंकड़ों की चर्चा कर के एल राहुल को बैक कर रहे हैं। चोपड़ा ने वेंकटेश प्रसाद द्वारा ट्विटर पर साझा किए गए आंकड़ों के बारे में बात की और उन आंकड़ों के खिलाफ तर्क देकर के एल राहुल का समर्थन किया। वीडियो को देख वेंकटेश प्रसाद ने फिर से ट्विटर पर अपने विचार रखते हुए आकाश पर उन्हें वीडियो में एजेंडाधारी कहने का आरोप लगाया।
वेंकटेश ने कहा "तो मेरे दोस्त आकाश चोपड़ा ने आज सुबह YouTube पर एक घटिया वीडियो बनाने के बाद, जहां वह मुझे एजेंडा पेडल कहते हैं, आसानी से और चतुराई से गलत तरीके से मुझे उद्धृत किया, घर पर मयंक के 70 के औसत को हटा दिया, उन विचारों को रोकना चाहते हैं जो उनके विश्वास के अनुरूप नहीं हैं लेकिन रोहित को आउट करना चाहते थे।"
उन्होंने चोपड़ा पर यह भी आरोप लगाया कि चोपड़ा ने मंगलवार को अपने YouTube शो में केएल राहुल की बहस पर उन्हें आसानी से गलत बताया और कहा कि वेंकटेश का यह राहुल के खिलाफ व्यक्तिगत एजेंडा था। वेंकटेश प्रसाद ने आकाश चोपड़ा के इस 12 मिनट के यूट्यूब वीडियो के जवाब में चोपड़ा के द्वारा पोस्ट किया 10 साल पहले का एक ट्वीट ढूंढ रिपोस्ट किया जिसमे आकाश रोहित शर्मा की आलोचना कर रहे हैं और कहा "यह वही है जो आकाश ने तब प्रसारित किया था जब रोहित 24 साल का था और अंतरराष्ट्रीय क्रॉस में 4 साल का था। वह 24 साल की उम्र में रोहित के लिए व्यंग्य का उपयोग कर सकते हैं, और मैं अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 8 साल के साथ 31 साल के राहुल को अंडरपरफॉर्म नहीं कह सकता। ये भी सही है ।"
"मुझे केएल या किसी अन्य खिलाड़ी के खिलाफ कुछ भी नहीं है, मेरी आवाज अनुचित चयन के लिए अलग-अलग मानदंडों के खिलाफ रही है। सरफराज हों या कुलदीप, मैंने योग्यता के आधार पर आवाज उठाई है। लेकिन आकाश को इसे व्यक्तिगत एजेंडा बताते हुए देखना निराशाजनक था।"
"और यह तर्क कि हमें किसी मौजूदा मैच में किसी खिलाड़ी की व्यक्तिगत रूप से आलोचना नहीं करनी चाहिए, मेरे लिए मायने नहीं रखता। इससे खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर कोई असर नहीं पड़ता है। अधिकांश खिलाड़ी मैच के बाद भी व्यूज नहीं पढ़ते हैं और कोई खिलाड़ी मैच के बीच में नहीं पढ़ सकता क्योंकि फोन जमा हो जाते हैं।"
"मैं आकाश की कड़ी मेहनत के लिए उसकी प्रशंसा करता हूं जो वह अपने YouTube चैनल पर डालता है, लेकिन एक अलग दृष्टिकोण को एजेंडा के रूप में बुला रहा है क्योंकि यह उसके कथन के अनुरूप नहीं है। हमारे बीच कोई कड़वाहट नहीं है और चूंकि उसका वीडियो सार्वजनिक डोमेन में था, इसलिए मैं अपनी बातें रखना चाहता था।"
आकाश चोपड़ा ने वेंकटेश के इन गुथे हुए ट्वीट के जवाब में वेंकटेश से कहा "वेंकी भाई, कई बार मैसेज समझने में अर्थ का अनर्थ हो जाता है। आप यहां कह रहे हैं मैं अपने यू-ट्यूब चैनल पर। मैं आपको एक वीडियो चैट के लिए आमंत्रित करता हूं...हम इसे लाइव कर सकते हैं। विचारों में अंतर अच्छा है... इसे ठीक से करने दें। मेरे पास कोई प्रायोजक नहीं होगा और कोई भी इससे पैसा नहीं कमाएगा। इसके लिए तैयार हूं? आपके पास मेरा नम्बर है।"
वेंकटेश प्रसाद ने अपनी तरफ से इस बहस को समाप्त करते हुए आकाश से कहा
"नहीं आकाश, अनुवाद में कुछ भी खोया नहीं है। अपने 12 मिनट के वीडियो में आपने मुझे एजेंडा पेडलर के रूप में बुलाया है क्योंकि यह आपके कथन के अनुरूप नहीं है।यह बिल्कुल स्पष्ट है। और मैंने इस ट्विटर थ्रेड में अपनी बात बहुत स्पष्ट कर दी है। अब मैं इस पर आपके साथ और जुड़ना नहीं चाहता।"