चीफ कोच रवि शास्त्री ने भारतीय टेस्ट टीम का बचाव किया
लंदन। भारतीय टीम ने इंग्लैंड से टेस्ट श्रृंखला गंवा दी है लेकिन कोच रवि शास्त्री का मानना है कि मौजूदा टीम पिछले 15-20 साल में विदेशों में सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाली टीम है। भारतीय टीम चौथे टेस्ट में 62 रन से हार गई, जिससे वह पांच मैचों की श्रृंखला में 1-3 से पिछड़ गई। श्रृंखला का अंतिम मैच शुक्रवार से यहां के ओवल मैदान पर खेला जाएगा।
शास्त्री ने बुधवार को यहां कहा, ‘हमारे खिलाड़ियों ने पूरा जोर लगाया। अगर आप पिछले तीन साल के रिकॉर्ड को देखेंगे तो हमने विदेशों में नौ मैच और तीन श्रृंखला में जीत दर्ज की है (वेस्टइंडीज और श्रीलंका के खिलाफ दो बार)।’ उन्होंने कहा, ‘मैंने पिछले 15-20 वर्षों में किसी भी भारतीय टीम का इतने कम समय में ऐसा प्रदर्शन नहीं देखा है जैसा इस टीम ने किया है। इस टीम में दमखम है।’
शास्त्री ने कहा, ‘जब आप मैच हारते है तो दु:ख होता है। ऐसे समय में आप अपना आकलन करते हैं और ऐसी स्थितियों से निपटने के लिए सही हल ढूंढते हैं और लक्ष्य पाने की कोशिश करते है। अगर आप खुद में विश्वास करते हैं तो एक दिन आप ऐसा कर पाएंगे।’
मुख्य कोच ने विदेशी परिस्थितियों में टेस्ट श्रृंखला जीतने के लिए मानसिक रूप से मजबूत होने की आवश्यकता पर जोर दिया जैसा कि कप्तान विराट कोहली ने भी साउथम्प्टन टेस्ट में हार के बाद कहा था। उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि आपको मानसिक रूप से मजबूत होना होगा। हमने विदेशों में कड़ी टक्कर दी है लेकिन अब यह सिर्फ टक्कर देने के बारे में नहीं हैं। हमें यहां से अब मैच जीतना होगा। अब हमारा प्रयास यह समझने का होना चाहिए कि हमने कहां गलतियां की है और उस में सुधार कर आगे बढ़ना होगा।’
शास्त्री ने कहा, ‘श्रृंखला का नतीजा 3-1 है जिसका मतलब भारत ने श्रृंखला गवां दी है। इस नतीजे से यह पता नहीं चलता है कि यह श्रृंखला 3-1 से भारत के पक्ष में या दो-दो की बराबरी पर भी हो सकती थी। पिछले मैच के बाद खिलाड़ियों को दु:खी होना चाहिए और वे दुखी है लेकिन यह टीम आसानी से हार नहीं मानने वाली है।’
उन्होने बल्लेबाजों को सही शॉट चयन की सलाह देते हुए कहा, ‘मुझे लगता है सही शॉट चयन होना चाहिए था। हम चाय (साउथम्प्टन) के विश्राम के बाद अच्छी स्थिति में थे लेकिन हमने उसे गवां दिया। यह ऐसा क्षेत्र है, जिस पर हमें काम करना होगा और टीम की जरूरत को समझना होगा।’
शास्त्री ने कहा, ‘जब हम चार विकेट पर 180 पर थे तो मुझे लगा कि हम 75-80 रन की बढ़त हासिल कर सकते थे और वह जरूरी होता। एजबेस्टन का मैच किसी के पाले में जा सकता था। एक समय इंग्लैंड की टीम की स्थिति मजबूत थी लेकिन हम वापसी करने में कामयाब रहे। पहले दिन गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन के बाद हमें काफी आगे होना चाहिए था।’
उन्होंने कहा कि दोनों टीमों में मोईन अली का एक बड़ा अंतर था जिन्होंने पिच के रफ इलाके का अश्विन से बेहतर इस्तेमाल किया। उन्होंने कहा, ‘अश्विन फिट था। आपको अंतिम दिन मोईन अली को श्रेय देना होगा। ईमानदारी से कहूं तो मोईन ने शानदार ढंग से गेंदबाजी की।’