पोलाक की दलील, सुरक्षित वातावरण में 'लार' के इस्तेमाल से कोई खतरा नहीं
जोहानसबर्ग। दक्षिण अफ्रीका के पूर्व दिग्गज तेज गेंदबाज शॉन पोलाक ने कहा कि अगर जैविक रूप से पूरी तरह सुरक्षित माहौल हो तो क्रिकेट को सामान्य तरीके से खेला जा सकता है, जिसमें गेंद को चमकाने के लिए लार के इस्तेमाल से स्वास्थ्य संबंधित जोखिम का सामना नहीं करना पड़ेगा।
इंग्लैंड-वेस्टइंडीज के खिलाफ तीन मैचों की टेस्ट श्रृंखला का आयोजन दर्शकों के लिए बंद स्टेडियम में जैविक रूप से सुरक्षित माहौल में करेगा और पोलाक ने कहा कि ऐसे वातावरण में किसी भी गतिविधि पर प्रतिबंध लगाने की जरूरत नहीं होगी।
पोलाक ने ‘फोलोइंग ऑन क्रिकेट पोडकास्ट’ से कहा, मुझे लगता है कि जो माहौल बनाया जा रहा है वह एक बुलबुले की तरह होगा। लोगों का परीक्षण किया जाएगा, वे दो सप्ताह के लिए शिविर में रहेंगे। जहां वे शरीर की स्थिति के बदलाव का आंकलन करेंगे।
उन्होंने कहा, अगर बीमारी का कोई लक्षण नहीं दिखा तो लार के इस्तेमाल से कोई समस्या नहीं होगी, क्योंकि आप ऐसे माहौल में रहे है, जहां कोई भी बीमारी के संपर्क में नहीं आया है। ऐसे में आप सामान्य तरीके से खेलना जारी रख सकते हैं।
इंग्लैंड एंव वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) इस दौरे के लिए कई एहतियात बरत रहा है, जिसमें दौरे पर आने वाले खिलाड़ियों को 14 दिन पृथकवास में रहना होगा। मैचों के लिए ऐसे स्टेडियम का चयन किया गया है, जहां होटल की सुविधा है।
दक्षिण अफ्रीका के लिए 303 एकदिवसीय और 101 टेस्ट खेलने वाले पोलाक ने कहा, मैं उम्मीद करुंगा कि वहां कोई दर्शक नहीं होगा, वे जहां भी जायेंगे वहां दिशानिर्देशों के मुताबिक सफाई और छिड़काव किया जाएगा।
वेस्टइंडीज के पूर्व महान तेज गेंदबाज माइकल होल्डिंग ने इसी तरह के विचार व्यक्त करते हुए कहा कि जब क्रिकेट जैव-सुरक्षित वातावरण में खेला जाएगा, तब लार पर प्रतिबंध लगाना अतार्किक है।
बुधवार को आईसीसी बोर्ड की बैठक के दौरान टी20 विश्व कप के भाग्य और लार के इस्तेमाल के प्रस्तावित प्रतिबंध पर फैसला होने की संभावना है। Photo courtesy: twitter