पर्थ। तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा और स्पिनर हनुमा विहारी की संतोषजनक गेंदबाजी से भारत ने पर्थ की घसियाली पिच पर शुक्रवार से शुरू हुए दूसरे क्रिकेट टेस्ट के पहले दिन मेजबान ऑस्ट्रेलिया की रन गति पर विराम लगाते हुए स्टम्प्स तक उसके 277 रन पर छह विकेट हासिल कर लिए।
ऑस्ट्रेलिया ने मैच में टॉस जीतने के बाद पहले बल्लेबाजी का फैसला किया और पहले दिन का खेल समाप्त होने तक अपनी पहली पारी में 90 ओवर में छह विकेट के नुकसान पर 277 रन बना लिए। बल्लेबाज कप्तान टिम पेन (16) और पैट कमिंस (11) नाबाद क्रीज पर डटे हुए हैं।
ऑस्ट्रेलियाई पारी में ओपनर मार्कस हैरिस 70 रन, आरोन फिंच 50, शॉन मार्श 45 और ट्रेविस हैड 58 रन बनाकर आउट हुए। तेज गेंदबाजों के लिए मददगार मानी जा रही पर्थ की पिच पर अनुभवी तेज गेंदबाज ईशांत ने 16 ओवर में 35 रन देकर दो विकेट लिए जबकि हनुमा को 14 ओवर में 53 रन देकर दो विकेट मिले और ऑस्ट्रेलिया की रन गति को थामने की कोशिश की।
अन्य भारतीय गेंदबाजों में तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने 22 ओवर में किफायती गेंदबाजी करते हुए 44 रन पर एक विकेट और उमेश यादव ने 18 ओवर में 68 रन पर एक विकेट निकाला। हालांकि एडिलेड में उपयोगी साबित हुए मोहम्मद शमी 63 रन देकर कोई विकेट नहीं ले सके।
ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों मार्श और हेड ने मध्यक्रम में अच्छी बल्लेबाजी करते हुए पांचवें विकेट के लिए 84 रन की महत्वपूर्ण अर्द्धशतकीय साझेदारी करते हुए आखिरी ओवरों में टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया। चौथे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए मार्श ने 98 गेंदों की पारी में छह चौके लगाकर 45 रन और हेड ने 80 गेंदों की पारी में छह चौके लगाकर 58 रन बनाए।
इस साझेदारी को हनुमा ने तोड़ते हुए विपक्षी टीम की रन गति को थामने में अहम भूमिका निभाई और भारत को उसका पांचवां विकेट दिला दिया। हनुमा ने अजिंक्य रहाणे के हाथों मार्श को कैच कराया जबकि हेड दिन के आखिरी बल्लेबाज के रूप में आउट हुए जिनका विकेट ईशांत ने दिलाया। ईशांत ने शमी के हाथों हेड को कैच कराया और 83वें ओवर की पहली गेंद पर ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज को पवेलियन भेज दिया।
इससे पहले मैच में सुबह मार्कस हैरिस और आरोन फिंच के बीच ओपनिंग विकेट के लिए 112 रन की शतकीय साझेदारी की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने अच्छी शुरुआत करते हुए लंच तक बिना कोई विकेट गंवाए 66 रन बनाए। हालांकि चायकाल तक भारतीय गेंदबाजों ने 145 के स्कोर पर विपक्षी टीम के तीन विकेट निकाल उसे दबाव में लाने का प्रयास किया।
तेज़ गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने 36वें ओवर में फिंच को पगबाधा कर उनकी हैरिस के साथ साझेदारी पर ब्रेक लगा भारत को उसका पहला विकेट दिलाया। फिंच ने 105 गेंदों में छह चौके लगाकर 50 रन की अर्द्धशतकीय पारी खेली। इसके बाद उस्मान ख्वाजा भी सस्ते में अपना विकेट गंवा बैठे। ख्वाजा को उमेश यादव ने विकेटकीपर ऋषभ पंत के हाथों कैच कराकर भारत को दूसरा विकेट दिलाया। ख्वाजा ने 38 गेंदों में पांच रन बनाए।
ओपनर मार्कस हैरिस भी इसक बाद देर तक नहीं टिक सके और तीसरे बल्लेबाज के रूप में अपना विकेट दे बैठे। वह 141 गेंदों में 10 चौकों की मदद से 70 रन की उपयोगी पारी खेलकर हनुमा विहारी का शिकार बने। हनुमा ने अजिंक्य रहाणे के हाथों मार्कस को कैच कराकर चायकाल तक ऑस्ट्रेलिया का तीसरा विकेट निकाल दिया।
भारतीय टीम के स्टार और अनुभवी ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन के चोट के कारण मैच से बाहर रहने के कारण टीम में शामिल किए गए पार्ट टाइम ऑफ स्पिनर हनुमा ने मार्कस और मार्श के अहम विकेट निकाले। हालांकि वह अश्विन या रवींद्र जडेजा की तरह बहुत आक्रामक नहीं दिखे।
चायकाल के बाद ऑस्ट्रेलिया की रन गति को तेज करते हुए मार्श ने पीटर हैंड्सकोंब के साथ पारी को आगे बढ़ाया। हालांकि इशांत की शॉर्ट गेंद पर हैंड्सकोंब का गेंद दूसरी स्लिप में खड़े कप्तान विराट कोहली ने एक हाथ से लपका और बेहतरीन फील्डिंग का नमूना पेश करते हुए भारत को चौथा विकेट दिला दिया। लेकिन मार्श ने फिर हेड के साथ पांचवें विकेट के लिए 112 रन की शतकीय साझेदारी से ऑस्ट्रेलिया का स्कोर पांच विकेट पर 232 की सुखद स्थिति में पहुंचा दिया।
मार्श अपना अर्द्धशतक पूरा करने से पांच रन दूर विहारी की गेंद पर रहाणे को कैच दे बैठे जबकि हेड को इशांत ने शमी के हाथों कैच कराकर ऑस्ट्रेलिया का छठा और दिन का आखिरी विकेट निकाला। हेड ने 80 गेंदों की पारी में छह चौकों की मदद से 58 रन बनाए जो उनका टेस्ट में तीसरा अर्द्धशतक है। ऑस्ट्रेलिया ने पहले एडिलेड टेस्ट की तुलना में पर्थ में बेहतर बल्लेबाजी की। फिलहाल कप्तान पेन और कमिंस 26 रन जोड़कर क्रीज पर हैं। (वार्ता)