न्यूजीलैंड ने रांची के मैदान पर ठीक वैसा ही प्रदर्शन किया जैसे टी-20 विश्वकप 2016 में नागपुर के मैदान पर किया था। न्यूजीलैंड के स्पिन गेंदबाजों ने ऐसा प्रदर्शन किया कि भारतीय स्पिनर्स भी फीके पड़ गए। अगर टर्न की बात करें तो कीवी कप्तान मिचेल सेंटनर को 6.3 डिग्री और पार्ट टाइम स्पिनर माइकल ब्रेसवेल को 4.1 डिग्री का टर्न प्राप्त हुआ।
मैच का तीसरा सबसे ज्यादा टर्न भरतीय स्पिन गेंदबाज वॉशिंगटन सुंदर को मिला उन्हें 3.7 डिग्री का टर्न मिला। इसके बाद 2.7 का टर्न इश सोढ़ी को मिला। कुलदीप यादव को 2.5 और दीपक हुड्डा को सिर्फ 2.0 का टर्न मिला। जिस कारक ने इस मैच का नतीजा बदला।
मिचेल, कॉनवे और सैंटनर के शानदार खेल से न्यूजीलैंड ने भारत को हराया डेरिल मिचेल और डेवोन कॉनवे की अर्धशतकीय पारियों के बाद कप्तान मिचेल सैंटनर की शानदार गेंदबाजी (चार ओवर में 11 रन पर दो विकेट) से न्यूजीलैंड ने तीन मैचों की श्रृंखला के पहले टी20 अंतरराष्ट्रीय में भारत को 21 रन से हराया।
मिचेल ने 30 गेंद की नाबाद पारी में तीन चौके और पांच छक्के लगाये जिसमें उन्होंने आखिरी ओवर में अर्शदीप सिंह (51 रन पर एक विकेट के खिलाफ हैट्रिक छक्का जड़ने के बाद चौका लगाया। न्यूजीलैंड ने इस ओवर से 27 रन बटोरे।न्यूजीलैंड ने छह विकेट पर 176 रन बनाने के बाद भारत को नौ विकेट पर 155 रन पर रोक दिया।
एकदिवसीय श्रृंखला के तीसरे मैच में 138 रन की पारी खेलने वाले सलामी बल्लेबाज कॉनवे ने शानदार लय जारी रखते हुए 35 गेंद में सात चौके और एक छक्का की मदद से 52 रन बनाये।न्यूजीलैंड के लिए सैंटनर के अलावा माइकल ब्रेसवेल और लॉकी फर्ग्यूसन ने भी दो विकेट लिये।
भारत की ओर से वॉशिंगटन सुंदर ने 28 गेंद में 50 रन बनाये जबकि सूर्यकुमार यादव ने 34 गेंद की पारी में छह चौके और दो छक्को से 47 रन बनाये।सुंदर ने अपनी पारी में पांच चौके और तीन छक्के जड़े। उन्होंने गेंदबाजी में भी कमाल करते हुए चार ओवर में चार ओवर में 22 रन देकर दो विकेट झटके।
लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत की शुरुआत काफी खराब रही। टीम ने चौथे ओवर में 15 रन तक तीन विकेट गंवा दिये। इशान किशन (चार) को माइकल ब्रेसवेल ने दूसरे ओवर में बोल्ड कर दिया।अगले ओवर में जेकब डफी की गेंद राहुल त्रिपाठी (शून्य) के बल्ले का बाहरी किनारा लेते हुए विकेटकीपर कॉनवे के दस्तानों में चली गयी।सूर्यकुमार यादव ने क्रीज पर आते ही इसी ओवर में चौका जड़ा लेकिन अगले ओवर की पहली गेंद पर सैंटनर ने शानदार लय में चल रहे शुभमन गिल (सात रन) की पारी को खत्म कर दिया।
सूर्यकुमार यादव ने पांचवें ओवर में लॉकी फर्ग्यूसन के खिलाफ पारी का पहला छक्का और फिर चौका जड़ा। कप्तान सैंटनर ने छठा ओवर मेडन डाला जिससे छह ओवर के बाद भारत का स्कोर तीन विकेट पर 33 रन था।
भारतीय कप्तान हार्दिक पंड्या ने माइकल ब्रेसवेल की गेंद को दर्शकों के पास भेज कर आठवें ओवर में हाथ खोला। दूसरे छोर से सूर्यकुमार ने ईश सोढ़ी और ब्लेयर टिकनर के खिलाफ दो-दो चौके लगाये जिससे 10 ओवर के बाद टीम का स्कोर तीन विकेट पर 74 रन हो गया।
सैंटनर ने 11वें ओवर में सिर्फ एक रन दिये। सूर्यकुमार ने इसकी भरपायी के लिए अगले ओवर में सोढ़ी के खिलाफ छक्का जड़ा लेकिन एक और ऐसे प्रयास में ऐलन को कैच थमा बैठे। उन्होंने चौथे विकेट के लिए हार्दिक के साथ 68 रन की साझेदारी की।
हार्दिक भी 13वें ओवर में ब्रेसवेल की गेंद पर उन्हीं को कैच देकर पवेलियन लैटे। उन्होंने 20 गेंद में 21 रन बनाये।
दीपक हुड्डा (10) को सैंटनर ने स्टंप कराया जिसके बाद भारत की जीत की उम्मीद लगभग खत्म हो गयी।
आखिरी ओवर में वॉशिंगटन सुंदर ने कुछ अच्छे शॉट लगाये लेकिन वह टीम को जीत दिलाने के लिए काफी नहीं थे।उन्होंने आखिरी ओवर में फर्ग्यूसन के खिलाफ छक्का लगाकर 25 गेंद में अपना अर्धशतक पूरा किया। वह इसी ओवर की पांचवीं गेंद पर आउट हुए।
इससे पहले टॉस जीतकर क्षेत्ररक्षण का फैसला करने के बाद भारतीय गेंदबाज सही दिशा में गेंदबाजी करने में नाकाम रहे जिससे कॉनवे और फिल ऐलन (35) ने न्यूजीलैंड को तेज शुरुआत दिलायी। दोनों ने 4.2 ओवर में 43 रन की साझेदारी कर डाली जिसमें ऐलन ज्यादा आक्रामक रहे। उन्होंने 23 गेंद की अपनी पारी में चार चौके और दो छक्का जड़ा।
उन्होंने शुरुआती दो ओवरों में हार्दिक और अर्शदीप के खिलाफ चौके जड़े जिससे टीम का स्कोर दो ओवर में 23 रन हो गया।सुंदर के खिलाफ पांचवें ओवर की पहली गेंद पर ऐलन ने छक्का लगाया लेकिन फिर से ऐसा करने के चक्कर में सूर्यकुमार यादव को कैच थमा बैठे। अगली गेंद पर उन्होंने मार्क चैपमैन (शून्य) के विकेट के साथ मैच में भारत की वापसी करायी।
कॉनवे ने हालांकि उमरान मलिक के खिलाफ दो चौके और छक्का लगाकर टीम से दबाव हटा दिया। न्यूजीलैंड की टीम ने 10 ओवर में दो विकेट पर 79 रन बना लिये थे।कॉनवे ने इसके बाद कुलदीप यादव (20 रन पर एक विकेट) और दीपक हुड्डा के खिलाफ चौके जड़े जिससे न्यूजीलैंड ने 13वें ओवर में रनों का शतक पूरा किया।
कुलदीप की गुगली को पढ़ने में हालांकि ग्लेन फिलिप्स नाकाम रहे और डीप मिडविकेट पर सूर्यकुमार यादव को कैच थमा बैठे।इसके बाद डेरिल मिचेल कॉनवे का साथ देने पहुंचे। उन्होंने पगबाधा और कैच की अंपायर के फैसले के खिलाफ समीक्षा पर बचने के बाद हार्दिक के खिलाफ दो छक्के जड़े।
दूसरी ओर कॉनवे ने 16वें ओवर में अपना अर्धशतक पूरा किया, लेकिन जल्द ही अर्शदीप की गेंद पर हुड्डा को कैच देकर पवेलियन लौट गये।
इशान किशन ने इसके बाद माइकल ब्रेसवेल (एक रन) को रन आउट किया जबकि शिवम मावी (19 रन पर एक विकेट) की गेंद पर मिचेल सैंटनर ने राहुल त्रिपाठी को कैच थमा दिया।भारतीय टीम के लिए आखिरी ओवर महंगा रहा जिसमें अर्शदीप ने 27 रन खर्च किये।