अब ओलम्पिक और राष्ट्रमंडल खेलों में भी क्रिकेट खेलेगी टीम इंडिया, BCCI ने दी हरी झंडी
नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने भारतीय टीमों की ओलम्पिक और राष्ट्रमंडल खेलों में भाग लेने के लिए सशर्त अनुमति दे दी है।
बीसीसीआई की शक्तिशाली सर्वोच्च परिषद ने शुक्रवार को अपनी बैठक में यह फैसला किया कि यदि बीसीसीआई की स्वायत्तता प्रभावित नहीं होती है तो वह अपनी पुरुष और महिला टीमों को 2028 में लॉस एंजेलिस में होने वाले ओलम्पिक खेलों में भाग लेने की अनुमति देगा।
परिषद को यह भी बताया गया कि इस साल अक्टूबर-नवम्बर में भारत में होने वाले टी-20 विश्व कप में हिस्सा लेने के लिए पाकिस्तानी टीम और उसकी मीडिया की वीजा की स्वीकृति के लिए बीसीसीआई को मंजूरी मिल गयी है । पाकिस्तानी प्रशंसकों को अनुमति देने के लिए गृह मंत्रालय अंतिम फैसला लेगा। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के प्रमुख एहसान मनी ने यह मांग उठायी थी।
बीसीसीआई पारम्परिक रूप से अपनी कार्यशैली में भारतीय ओलम्पिक संघ (आईओए)के प्रभाव को लेकर चिंतित रहा है यदि वह अपनी टीमों को ओलम्पिक भेजने का फैसला करता है। हालांकि बोर्ड सदस्यों ने 2028 ओलम्पिक और अगले वर्ष बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में भागीदारी के लिए भारतीय टीमों को भेजने के लिए अपनी मंजूरी दी है लेकिन उन्होंने साथ ही कुछ सदस्यों से बात करने का भी फैसला किया है जिनकी स्वायत्ततता क्रिकेट के एक ओलम्पिक खेल होने के बावजूद सुरक्षित रखी गयी है।
बीसीसीआई के एक सूत्र ने क्रिकबज से कहा,. "हम नहीं चाहते कि हमारे ऊपर आईओए का दबदबा चले। हम भूमिकाओं में स्पष्टता चाहेंगे । भारत का भाग लेना इस बात पर निर्भर करेगा कि बीसीसीआई की पहचान और स्वतंत्रता के साथ कोई समझौता नहीं हो । "
सर्वोच्च परिषद ने अपनी बैठक में घरेलू क्रिकेट पर विस्तृत विचार विमर्श किया। मूल योजना के हिसाब से सैयद मुश्ताक अली टी-२० टूर्नामेंट सितम्बर अक्टूबर में और विजय हजारे ट्रॉफी नवम्बर में होनी थी। रणजी ट्रॉफी राष्ट्रव्यापी कोरोना स्थिति के कारण इस पूरे साल आयोजित नहीं हो सकती और इसका आयोजन जनवरी - मार्च 2022 में होगा।
कूच बिहार अंडर 19 ट्रॉफी नवम्बर से जनवरी के बीच में होगी।महिला टीम का प्रमुख कोच क्रिकेट सलाहकार समिति द्वारा चुना जाएगा और इस समिति में मदन लाल, आरपी सिंह तथा सुलक्षणा नायक शामिल हैं और शेष सपोर्ट स्टाफ महिला चयनकर्ताओं द्वारा चुना जाएगा।
राज्य संघों द्वारा टी-20 लीग आयोजित करने के आग्रह को देखते हुए बीसीसीआई ने मुंबई, कर्नाटक, तमिलनाडु और सौराष्ट्र को हरी झंडी दिखा दी है।तमिलनाडु और कर्नाटक लीग को पहले अनुमति दी गयी थी लेकिन इन लीग में भ्रष्टाचार के आरोप सामने आने के बाद यह अनुमति वापस ले ली गयी है।
कोषाध्यक्ष अरुण सिंह धूमल और उपाध्यक्ष राजीव शुक्ल जम्मू कश्मीर क्रिकेट सिंह की कार्यशैली को देखेंगे जैसा जम्मू कश्मीर उच्च न्यायालय ने आदेश दिया है जबकि तेलंगाना संघ की सम्बद्धता के आग्रह को एक राज्य एक संघ के सिद्धांत के चलते ठुकरा दिया गया है। हैदराबाद क्रिकेट संघ तेलंगाना के तहत आता है।
बिहार क्रिकेट संघ जिसने हाल में गैर अनधिकृत टी 20 टूर्नामेंट आयोजित किया था को कड़ी चेतावनी जारी की गयी है बीसीसीआई बिहार क्रिकेट संघ पर कोई कड़े कदम नहीं उठाना चाहती है क्योंकि इससे निर्दोष खिलाड़ियों पर प्रभाव पड़ सकता है। (वार्ता)