दो वनडे में भारत को हराने वाली बांग्लादेश तीसरे वनडे में उतने रन भी नहीं बना पाई जो ईशान किशन ने (210)जड़े थे। 410 रनों का पीछा करने उतरी बांग्लादेश सिर्फ 181 रनों पर सिमट गई और तीसरा वनडे 227 रनों के बड़े अंतर से हार गई।यह बात चौकों और छक्कों पर भी लागी होती है, पूरी बांग्लादेश की टीम ने सिर्फ 14 चौके और 6 छक्के लगाए वहीं अकेले ईशान किशन ने 24 चौके और 10 छक्के लगाए।
भारत ने ईशान किशन (210) के विस्फोटक दोहरे शतक और विराट कोहली (113) के शानदार शतक की बदौलत बंगलादेश को तीसरे एकदिवसीय मैच में शनिवार को 227 रन से रौंद दिया।भारत ने बंगलादेश के सामने 50 ओवर में 410 रन का विशाल लक्ष्य रखा, जिसके जवाब में बंगलादेश 182 रन पर ढेर हो गयी। यह एकदिवसीय क्रिकेट में बंगलादेश की सबसे बड़ी हार है, जबकि भारत के लिये यह इस प्रारूप में तीसरी सबसे बड़ी जीत है।
किशन और कोहली ने भारत की इस विशाल जीत की कहानी लिखते हुए दूसरे विकेट के लिये 290 रन की साझेदारी की। किशन ने अपने करियर का पहला शतक और दोहरा शतक जड़ते हुए 131 गेंदों पर 24 चौकों और 10 छक्कों के साथ 210 रन बनाये। किशन 24 साल 145 दिनों में यह दोहरा शतक बनाकर यह कीर्तिमान रचने वाले सबसे युवा बल्लेबाज बन गये। साथ ही उन्होंने 200 रन के आंकड़े तक पहुंचने के लिये सबसे कम गेंदें (126) भी खेलीं।
किशन का साथ देते हुए कोहली ने भी अपने एकदिवसीय करियर का 44वां शतक बनाया। कोहली ने 91 गेंदों पर 11 चौकों और दो छक्कों के साथ 113 रन बनाये और वनडे में शतक के 40 माह लंबे इंतजार को समाप्त किया। कोहली ने इससे पहले 14 अगस्त 2019 को वेस्ट इंडीज के खिलाफ वनडे शतक जड़ा था।
कोहली (72) ने इसी के साथ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सर्वाधिक शतक जड़ने के मामले में पूर्व ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज रिकी पॉन्टिंग (71) को पीछे छोड़ दिया। इस सूची में उनसे आगे सिर्फ सचिन तेंदुलकर (100) हैं।
बंगलादेश इस विशाल लक्ष्य का पीछा करते हुए किशन से 28 रन कम बनाकर ऑलआउट हो गयी। भारत के लिये शार्दुल ठाकुर ने तीन विकेट लिये, जबकि अक्षर पटेल और उमरान मलिक को दो-दो विकेट हासिल हुए। कुलदीप यादव, वाशिंगटन सुंदर और मोहम्मद सिराज ने एक-एक सफलता अपने नाम की।इस हार के बावजूद बंगलादेश ने तीन मैचों की शृंखला 2-1 से जीत ली।
बंगलादेश ने टॉस जीतकर गेंदबाजी का फैसला किया लेकिन कुछ देर बाद ही यह फैसला उन पर भारी पड़ गया। शिखर धवन (तीन रन) के मामूली स्कोर पर आउट करने के बाद किशन-कोहली की जोड़ी ने मोर्चा संभाल लिया। कोहली ने जहां संयम और सूझ-बूझ के साथ बल्लेबाजी की, वहीं किशन ने विकेट पर कदम जमाने के बाद गेंदबाजों पर प्रहार शुरू कर दिया। पारी के 23वें ओवर में अपना शतक पूरा करने के बाद भी किशन रुके नहीं और विस्फोटक रूप से बल्लेबाजी करना जारी रखा।
किशन ने अपना शतक 88 गेंदों पर पूरा किया, जबकि उनके अगले 100 रन सिर्फ 38 गेंदों पर आये। किशन 126 गेंदों पर 200 रन पूरे करके वनडे क्रिकेट में सबसे तेज दोहरा शतक जमाने वाले खिलाड़ी बन गये। इससे पहले क्रिस गेल ने 2015 में 138 गेंदों पर दोहरा शतक बनाया था।
इसके साथ ही किशन एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में दोहरा शतक बनाने वाले सातवें बल्लेबाज भी बन गये। किशन के अलावा इस प्रारूप में रोहित शर्मा ने तीन, जबकि सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग, गेल, फखर ज़मान और मार्टिन गप्टिल ने एक-एक दोहरा शतक जड़ा है। किशन के 210 रन पर आउट होने के बाद कोहली ने भी अपना 44वां एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय शतक पूरा किया।
बंगलादेश ने हालांकि आखिरी 10 ओवरों में कुछ विकेट निकालकर मैच को अपनी ओवर खींचना शुरू किया। किशन-कोहली के आउट होने के बाद बंगलादेश ने श्रेयस अय्यर, लोकेश राहुल और शार्दुल ठाकुर को दहाई का आंकड़ा नहीं छूने दिया।
अक्षर पटेल के 20(17) रन और वाशिंगटन सुंदर के 37(27) रन की बदौलत भारत ने आखिरी 10 ओवरों में 71 रन जोड़कर बंगलादेश के सामने 410 रन का लक्ष्य रखा।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी बंगलादेश ने तेज शुरुआत की लेकिन लगातार विकेट गंवाना उस पर भारी पड़ा।
सलामी बल्लेबाज अनामुल हक का विकेट जल्दी गिरने के बाद कप्तान लिटन दास ने आक्रामक रुख अपनाया लेकिन वह भी ज्यादा देर विकेट पर नहीं रह सके। लिटन ने 26 गेंदों पर चार चौके और एक छक्का लगाकर 29 रन बनाये, जबकि मोहम्मद सिराज ने उन्हें आउट किया।
लिटन का विकेट गिरने के बाद शाकिब अल-हसन की रनगति भी धीमी पड़ गयी। शाकिब ने कुलदीप यादव की गेंद पर आउट होने से पहले 50 गेंदों पर चार चौकों के साथ 43 रन बनाये। इसके अलावा यासिर अली ने 25(30) जबकि महमुदुल्लाह ने 20(26) रन का योगदान दिया।
तस्कीन अहमद (17) और मुस्ताफ़िज़ुर रहमान (13) ने अंत में कुछ अच्छे शॉट खेले लेकिन वे हार के अंतर को ही कम कर सके।एकदिवसीय सीरीज का अंत सकारात्मकता के साथ करने के बाद अब भारत को दो टेस्ट मैचों में बंगलादेश का सामना करना है। पहला टेस्ट मैच 14 दिसंबर से चटगांव के ज़हूर अहमद चौधरी स्टेडियम पर ही खेला जायेगा।