भारत की अनिच्छा के बावजूद,ICC ने पाकिस्तान में होने वाली चैंपियन्स ट्रॉफी पर दिया बड़ा बयान
दुबई: अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) आश्वस्त है कि साल 2025 में पाकिस्तान में खेले जानी वाली चैंपियंस ट्रॉफ़ी अपने निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार आगे बढ़ेगी।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) को पिछले हफ़्ते इस टूर्नामेंट का मेज़बान घोषित किया गया था। यह 1996 विश्व कप के बाद इस देश में आईसीसी का पहला वैश्विक आयोजन होगा। न्यूज़ीलैंड और फिर इंग्लैंड द्वारा अंतिम समय पर द्विपक्षीय दौरों से पीछे हटने और भारतीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर की टिप्पणियों के मद्देनज़र, इस टूर्नामेंट के आयोजन पर अभी से सवालिया निशान खड़े हो गए है।
आईसीसी के अध्यक्ष जॉर्ज बार्कले ने कहा, 'पिछले कुछ वर्षों से पाकिस्तान में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेला जा रहा है। अगर हमें उनकी क़ाबिलियत पर कोई शक़ होता हम उन्हें आयोजन की ज़िम्मेदारी देते ही नहीं। हमें लगता है कि यह उनके लिए एक लंबे समय बाद किसी वैश्विक टूर्नामेंट की मेज़बानी करने का रोमांचक अवसर है। मुझे यक़ीन है कि, सभी देशों की तरह, वे इस आयोजन को अंजाम देने के लिए उपयुक्त सुरक्षा योजनाएं तैयार करेंगे। हम सहज हैं और आश्वस्त हैं कि यह आयोजन आगे बढ़ेगा।'
पाकिस्तान को 2008 में चैंपियंस ट्रॉफ़ी की मेज़बानी करनी थी, लेकिन उस समय देश में बिगड़ती सुरक्षा स्थिति के कारण इस आयोजन को स्थगित कर दिया गया था। मार्च 2009 में लाहौर में श्रीलंकाई टीम पर हुए हमलों के बाद काफ़ी समय तक देश में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट का आयोजन नहीं हुआ जिसके चलते चैंपियंस ट्रॉफ़ी को साउथ अफ़्रीका ले जाया गया। साथ ही पाकिस्तान को 2011 वनडे विश्व कप की सह-मेज़बानी से हाथ धोना पड़ा।
हालांकि पिछले कुछ वर्षों में स्थिति बेहतर हो गई है जिसके बाद वेस्टइंडीज़, श्रीलंका, बांग्लादेश, ज़िम्बाब्वे और दक्षिण अफ़्रीका ने पाकिस्तान का दौरा किया है। साथ ही कई विदेशी खिलाड़ी पाकिस्तान सुपर लीग का हिस्सा बने हैं।इन सबके बीच जो चीज़ आईसीसी के नियंत्रण से बाहर होगी वह है भारतीय टीम का पाकिस्तान आना। पाकिस्तान भारत में 2011 वनडे विश्व कप के साथ-साथ 2016 का टी20 विश्व कप खेल चुका है लेकिन पाकिस्तान में भारत का अंतिम मैच 2008 एशिया कप के दौरान हुआ था।
भारत के खेल मंत्री ठाकुर ने हाल में कहा था कि इस टूर्नामेंट में भारत की भागीदारी पर आख़िरी फ़ैसला भारत सरकार लेगी। बार्कले ने इसे स्वीकार करते हुए कहा कि वह इस पर कुछ नहीं कर सकते हैं। उन्होंने कहा, 'हम जानते हैं कि यह एक चुनौतीपूर्ण मुद्दा है। मेरे दृष्टिकोण से मैं भू-राजनीतिक ताक़तों को नियंत्रित नहीं कर सकता हूं। मुझे उम्मीद है कि क्रिकेट देशों के बीच संबंधों को बेहतर बनाने में मदद करेगा। यह शानदार होगा अगर हम इस कार्य में अपना योगदान दे पाएं।
पाकिस्तान में क्रिकेट खेलने को लेकर ऐतराज जता चुकी न्यूजीलैंड और फिर इंग्लैंड के बाद चैंपियन्स ट्रॉफी की मेजबानी मिलना एक बड़ी उपलब्धि के तौर पर देखा जा रहा है। इससे पहले पाकिस्तान ने 1996 में वनडे विश्वकप की सह मेजबानी करी थी। फाइनल भी लाहौर में खेला गया था जिसमें श्रीलंका ने ऑस्ट्रेलिया को हराकर पहला वनडे विश्वकप जीता था।