होल्डिंग ने कहा, आत्मविश्लेषण करना होगा कि क्या क्रिकेट सही दिशा में जा रहा है
नई दिल्ली। वेस्टइंडीज के महान तेज गेंदबाज माइकल होल्डिंग ने कहा है कि प्रत्येक संभावित डॉलर कमाने की कवायद में जरूरत से ज्यादा क्रिकेट हो रहा है और कोरोना वायरस के कारण मिले ब्रेक का इस्तेमाल इस आत्मविश्लेषण के लिए किया जाना चाहिए कि खेल सही दिशा में आगे जा रहा है या नहीं। क्रिकेटर से कमेंटेटर बने 66 साल के होल्डिंग का निजी तौर पर मानना है कि खेल के अत्यधिक व्यावसायीकरण के बीच कुछ समय का ब्रेक जरूरी था।
होल्डिंग ने कहा, ‘इस ब्रेक का इस्तेमाल खेल पर गौर करने के लिए करें, यह देखने के लिए कि प्रशासकों, खिलाड़ियों के साथ क्या हो रहा है और सोचिए: क्या हम सही दिशा में आगे जा रहे हैं? हमारे खेल के साथ क्या सब कुछ सही है? निजी तौर पर मुझे ऐसा लगता है।’ उन्होंने कहा, ‘हर व्यक्ति हर संभावित डॉलर कमाने की कोशिश में जुटा है। लेकिन क्या हम थोड़ी देर रुक सकते हैं और बैठकर देख सकते हैं कि क्या सब कुछ ठीक है? काफी क्रिकेट खेला जा रहा है।’
कोविड-19 महामारी के कारण दुनिया भर में खेल प्रतियोगिताएं ठप्प पड़ी हैं और अधिकतर प्रतियोगिताओं को स्थगित या रद्द कर दिया गया है। बेहद लोकप्रिय इंडियन प्रीमियर लीग को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित किया गया है और इस साल ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 विश्व कप पर भी संशय के बादल छाए हैं।
इस घातक बीमारी के कारण दुनिया भर में लगभग दो लाख 18 हजार लोगों की मौत हो चुकी है जबकि भारत में एक हजार से अधिक लोगों की जान गई है। होल्डिंग ने कहा कि कभी ना कभी प्रशासकों को क्रिकेट दोबारा शुरू करने का फैसला करना होगा और अगर जरूरी हुआ तो खाली स्टेडियम में।
उन्होंने कहा, ‘काफी प्रशासकों को पता चल गया है कि प्रसारणकर्ताओं की संतुष्टि के लिए उन्हें खेल का कोई ना कोई प्रारूप शुरू करना होगा। लेकिन प्रसारणकर्ताओं को अगर वह चीज नहीं मिलेगी जिसके लिए वह भुगतान कर रहे हैं तो वे अपना पैसा वापस मांगेंगे।’ होल्डिंग ने कहा, ‘इसलिए उन्हें खाली स्टेडियम में क्रिकेट खेलने का प्रयास करना होगा या जिस भी प्रारूप में खेलने का मौका मिले उसे खेलना होगा।’ (भाषा)