केपटाउन। तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार (87 रन पर चार विकेट) की शानदार गेंदबाजी के दम पर भारत ने पहले क्रिकेट टेस्ट मैच के पहले दिन शुक्रवार को मेजबान दक्षिण अफ्रीका को पहली पारी में 286 रन पर रोक दिया लेकिन कुछ गैर जिम्मेदाराना शॉटों के चलते विश्व की नंबर एक टीम ने दिन की समाप्ति तक अपने तीन विकेट 28 रन तक गंवा दिए।
भारत के शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों खासतौर पर ओपनर शिखर धवन और कप्तान विराट कोहली ने गैरजिम्मेदाराना तरीके से अपने विकेट गंवा दिए। ओपनर मुरली विजय ने वेर्नोन फिलेंडर की गेंद पर गली में डीन एल्गर को आसान कैच थमाया। शिखर ने वापसी कर रहे तेज गेंदबाज डेल स्टेन की गेंद को अनावश्यक मारने की कोशिश में गेंद को ऊंचा खेल दिया और स्टेन ने कैच लपक लिया।
कप्तान विराट ने मोर्न मोर्कल की बाहर जाती गेंद पर छेड़खानी की और विकेटकीपर क्विंटन डी कॉक को कैच दे बैठे। विजय ने एक, शिखर ने 16 और विराट ने पांच रन बनाए। स्टंप्स के समय चेतेश्वर पुजारा पांच और रोहित शर्मा खाता खोले बिना क्रीज पर थे। भारत अभी दक्षिण अफ्रीका के स्कोर से 258 रन पीछे है और उस पर खतरा बना हुआ है।
इससे पहले दक्षिण अफ्रीका ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया लेकिन भुवनेश्वर ने मेजबान टीम के 12 रन के अंदर ही उसके तीन विकेट आउट कर दिए। भुवनेश्वर ने डीन एल्गर (0) को विकेटकीपर रिद्धिमान साहा के हाथों कैच कराने के बाद अपने दूसरे ओवर में एडेन मार्करम (5) को पगबाधा किया।
स्विंग मास्टर भुवनेश्वर ने इसके बाद अपने तीसरे ओवर में हाशिम अमला (3) को साहा के हाथों कैच कराकर दक्षिण अफ्रीका को तीसरा झटका दे दिया। हालांकि इसके बाद कप्तान फाफ डू प्लेसिस ( नाबाद 37) और एबी डीविलियर्स ( 59) ने चौथे विकेट के लिए 95 रन की अविजित साझेदारी कर दक्षिण अफ्रीका को लंच तक तीन विकेट पर 107 रन बनाकर मैच में कुछ हद तक अपनी वापसी कर ली थी।
लंच के बाद दक्षिण अफ्रीका को चौथा झटका डीविलियर्स (65) के रूप लगा। टेस्ट में अपना पदार्पण कर रहे यॉर्करमैन जसप्रीत बुमराह ने डीविलियर्स को बोल्ड कर अपने टेस्ट करियर का पहला विकेट हासिल किया। डीविलियर्स ने 84 गेंदों पर 11 चौकों की मदद से 65 रन बनाए।
इस दौरान डू प्लेसिस ने अपने टेस्ट करियर का 16वां अर्धशतक पूरा किया। लेकिन वह भी टीम के 162 के स्कोर पर हार्दिक पांड्या की गेंद पर विकेटकीपर साहा को कैच दे बैठे। डू प्लेसिस ने 104 गेंदों पर 12 चौकों की मदद से 62 रन बनाए। डीविलियर्स और डू प्लेसिस ने चौथे विकेट के लिए 114 रन की शतकीय साझेदारी की।
भुवनेश्वर ने इसके बाद विकेटकीपर बल्लेबाज क्विंटन डी कॉक (43) को साहा के हाथों कैच कराकर मेजबान टीम को छठा झटका दे दिया। डी कॉक ने 40 गेंदों पर 43 रन में सात चौके लगाए। फिलेंडर ने 35 गेंदों पर चार चौकों के सहारे 23 रन बनाए। फिलेंडर को तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने बोल्ड किया। डी कॉक और लेंडर ने छठे विकेट के लिए 60 रन की साझेदारी की।
भारत ने चायकाल तक दक्षिण अफ्रीका के 230 रन तक सात विकेट आउट कर दिए थे लेकिन चायकाल के बाद उसके निचले क्रम के बल्लेबाजों ने उपयोगी पारियां खेलकर अपनी टीम का स्कोर 286 रन तक पहुंचा दिया। केशव महाराज (35) ने फिलेंडर के साथ सातवें विकेट के लिए 19 और कैगिसो रबाडा (26) के साथ आठवें विकेट के लिए 37 रन की साझेदारी कर दक्षिण अफ्रीका का स्कोर 250 के पार पहुंचाया।
महाराज ने 47 गेंदों पर 35 रन में तीन चौके और एक छक्का लगाया। रबाडा ने डेल स्टेन के साथ नौवें विकेट के लिए 22 रन की साझेदारी की। रबाडा को आफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने विकेटकीपर साहा के हाथों लपकवाया। रबाडा ने 66 गेंदों पर एक छक्के की मदद से 26 रन बनाए।
डेल स्टेन ने नाबाद 16 रन का योगदान दिया। मोर्ने मोर्कल (2) को अश्विन ने पगबाधा कर दक्षिण अफ्रीका की पहली पारी 286 रन पर समेट दी। भारत के लिए भुवनेश्वर कुमार ने 87 रन पर चार विकेट, ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने 21 रन पर दो विकेट, मोहम्मद शमी ने 47 रन पर एक विकेट, जसप्रीत बुमराह ने 73 रन पर एक विकेट और हार्दिक पांड्या ने 53 रन पर एक विकेट हासिल किया। (वार्ता)