टी-20 विश्व कप की मेजबानी के संबंध में BCCI ने ICC से मांगा और समय
नई दिल्ली:भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने शनिवार को अपनी विशेष आम बैठक (एसजीएम) में आईसीसी से अक्टूबर-नवंबर में टी-20 विश्व कप की मेजबानी को लेकर और समय मांगने का फैसला लिया है। इस समय में बीसीसीआई भारत में कोरोना महामारी की स्थिति का आकलन करेगा।
समझा जाता है कि बीसीसीआई के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने शनिवार को एक विशेष आम बैठक (एसजीएम) में सदस्यों को सूचित किया था कि बीसीसीआई आईसीसी से टी-20 विश्व कप की मेजबानी को लेकर उचित फैसला करने के लिए एक और महीने का समय मांगेगा और इस समय का उपयोग विभिन्न कारकों का आकलन करने के लिए किया जाएगा जो यह निर्धारित कर सकते हैं कि भारत इस बड़े अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट के आयोजन के लिए फिट होगा या नहीं।
वहीं यह भी उम्मीद है कि गांगुली एक जून को आईसीसी बोर्ड की बैठक में औपचारिक रूप से इस अनुरोध को रखेंगे। बीसीसीआई ने शनिवार को एसजीएम के बाद एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, “ बीसीसीआई के पदाधिकारियों को आईसीसी से टी-20 विश्व कप की मेजबानी को लेकर उचित फैसला लेने के लिए और समय की मांग करने के लिए कहा है।
एक राज्य क्रिकेट संघ के सीनियर सदस्य ने कहा कि कर में छूट का मामला भी है जिस पर बात चल रही है। उन्होंने कहा, “ आईसीसी कर में छूट चाहता है, लेकिन हमें सरकार के दिशा-निर्देशों का पालन करना होगा। भारत में टी-20 विश्व कप से सभी पक्षों को लाभ होगा, लेकिन मई में आप अक्टूबर के स्वास्थ्य हालात पर बात नहीं कर सकते। हमें कुछ समय चाहिए। ”
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) एक जून को अपनी कार्यकारी बोर्ड की बैठक में विश्व कप के आयोजन स्थल को लेकर फैसला ले सकता है। बीसीसाई की विशेष आम बैठक (एसजीएम) में बैठक के बाद अब यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या आईसीसी बीसीसीआई को और समय देता है या नहीं।
यह भी हो सकता है कि टी-20 विश्वकप की मेजबानी का निर्णय आईसीसी अगले महीने या फिर किसी और तारीख पर टाल दे। उल्लेखनीय है कि यूएई को 18 अक्टूबर से 15 नवंबर के बीच टी-20 विश्व कप के लिए रिजर्व आयोजन स्थल के रूप में रखा गया है।
कोरोना की दूसरी लहर से बरपे कहर के बाद तीसरी लहर में हालात पर नियंत्रण रखने के लिए भारत तैयारियों में जुटा है। ऐसे में टी-20 विश्व कप का भारत से बाहर आयोजन तय लगता है।
(वार्ता)