रोहित शर्मा की अगुवाई में साल 2018 में भारतीय टीम ने एक बेहद ही कड़े मुकाबले में बांग्लादेश को फाइनल में अंतिम गेंद पर 3 विकेटों से हराया था। दरअसल इस टूर्नामेंट में भारत 3 बार मुश्किल में था। पहली बार हॉंगकॉंग के खिलाफ, फिर अफगानिस्तान के खिलाफ और फाइनल में बांग्लादेश के खिलाफ।
हालांकि रोहित की किस्मत के कारण तीनों बार ही हार से भारत बच गया। हॉंगकॉंग और बांग्लादेश के खिलाफ जीत मिली तो अफगानिस्तान के खिलाफ मैच ड्रॉ हुआ। दरअसल एशिया कप के पिछले 11 मैचों में भारत अविजित रहा है।
2018 और 2016 में बिना 1 मैच हारे बांग्लादेश को दी खिताबी मात2018 भारत ने अंतिम गेंद पर बांग्लदेश को 3 विकेट से हराकर सातवीं मर्तबा एशिया कप जीतने में कामयाबी हासिल की थी। भारत ने भले ही मैच जीता लेकिन बांग्लादेश खिलाड़ी अपने जांबाज प्रदर्शन से 'दिल' जीतने में कामयाब रहे थे। रोमांच की पराकाष्ठा को छूने वाले एशिया कप के फाइनल मुकाबले में बांग्लादेश तीसरी मर्तबा उपविजेता रहा था जबकि भारत ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 700वीं जीत हासिल की थी। शिखर धवन को 'मैन ऑफ द टूर्नामेंट' घोषित किया गया था।
बांग्लादेश ने टॉस हारने के बाद बल्लेबाजी की चुनौती को स्वीकार करते हुए लिटन दास के 121 रनों की बदौलत 48.3 ओवर में 222 रन बनाए थे। 120 रन तक उसका पहला विकेट गिरा था जबकि शेष 9 बल्लेबाज 102 रन बनाकर आउट हो गए थे।चाइनामैन कुलदीप यादव ने 45 रन देकर 3 विकेट झटके थे। भारत ने 50 ओवर में 7 विकेट पर 223 रन बनाते हुए सातवीं बार एशिया कप पर अपने नाम किया था।
याद रखा जाएगा 2018 का एशिया कप : पिछला एशिया कप इसलिए भी याद रखा जाएगा क्योंकि तीन मैचों का फैसला 50वें ओवर में जाकर हुआ। पाकिस्तान ने अफगानिस्तान पर 49.3 ओवर में जीत हासिल की थी जबकि भारत और अफगानिस्तान के बीच मैच टाई रहा था। तब भारत का स्कोर था 49.5 ओवर में 252/10, जबकि अफगानिस्तान ने 50 ओवर में 8 विकेट खोकर 252 रन बनाए थे।
शिखर धवन रहे दोनों एशिया कप फाइनल के मैन ऑफ द मैचइससे पहले भारत ने मेजबान बांग्लादेश को 8 विकेट से रौंदकर छठी मर्तबा एशिया कप में सरताज बनने का गौरव हासिल किया था। बारिश से बाधित एशिया कप टी20 फाइनल में सिक्का हारने के बाद मेजबान बांग्लादेश ने 15 ओवर में 5 विकेट खोकर 120 रन बनाए थे। जवाब में भारत ने 13.5 ओवर में कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी के विजयी छक्के से मैच जीता था। भारत 2 विकेट पर 122 रन बनाने में सफल रहा। विराट कोहली 28 गेेंदों पर 41 व धोनी 6 गेंदों पर 20 रन पर नाबाद रहे थे।
भारत के लिए 60 रन बनाने वाले शिखर धवन को 'मैन ऑफ द मैच' और बांग्लादेश के शब्बीर को 'मैन ऑफ द सीरीज' घोषित किया गया था। पहली बार यह टूर्नामेंट टी-20 प्रारुप में खेला गया था, क्योंकि उस साल टी-20 विश्वकप था जैसे इस साल है।
एशिया कप का आखिरी मैच भारत 2 मार्च 2014 को पाकिस्तान से अंतिम गेंद पर हाराशाहिद अफरीदी ने बिग हिटर की अपनी ख्याति के अनुरूप प्रदर्शन करके तनाव भरे क्षणों में दो जबर्दस्त छक्के जड़े जिससे पाकिस्तान ने रोमांच की पराकाष्ठा तक पहुंचे मैच में भारत को एक विकेट से हराकर एशिया कप फाइनल के फाइनल में जगह बनाई थी।
भारतीय बल्लेबाजों ने गैरजिम्मेदाराना तरीके से अपने विकेट गंवाए थे जबकि उसके मुख्य गेंदबाजों ने भी निराश किया था, जिसका पाकिस्तान ने पूरा फायदा उठाया था। इस हार से भारत की फाइनल में पहुंचने की संभावना समाप्त हो गई थी क्योंकि इससे एक मैच पहल भारत श्रीलंका के खिलाफ ऐसे ही रोमांचक मैच में 2 विकेट से हार गया था।
रोहित शर्मा (58 गेंदों पर 56 रन), अंबाती रायुडु (62 गेंदों पर 58 रन) और रविंद्र जडेजा (49 गेंदों पर नाबाद 52 रन) ने अर्धशतक जरूर जमाए थे लेकिन इसके बावजूद भारत आठ विकेट पर 245 रन ही बना पाया था।
पाकिस्तान अच्छी शुरुआत के बावजूद चार विकेट 113 रन के स्कोर पर संकट दिख रहा था। इसके बाद मोहम्मद हफीज (75 और शोएब मकसूद (38) ने पांचवें विकेट के लिए 21 ओवर में 87 रन की साझेदारी की थी। अफरीदी (18 गेंद पर नाबाद 34) ने अपना सर्वश्रेष्ठ बचा रखा था। उन्होंने पाकिस्तान को 49.4 ओवर में नौ विकेट पर 249 रन तक पहुंचाया था। पाकिस्तान की इस जीत में हफीज ने भी अहम भूमिका निभाई थी।