शुक्रवार, 15 नवंबर 2024
  • Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. व्यापार
  3. समाचार
  4. Delhi Sarafa Bazar
Written By
Last Modified: सोमवार, 28 जनवरी 2019 (15:21 IST)

जेवराती ग्राहकी बढ़ी, सोना और चांदी उच्‍चतम स्‍तर पर

जेवराती ग्राहकी बढ़ी, सोना और चांदी उच्‍चतम स्‍तर पर - Delhi Sarafa Bazar
नई दिल्ली। वैश्विक स्तर पर पीली धातु के सात महीने के उच्चतम स्तर पर बने रहने और वैवाहिक जेवराती ग्राहकी बढ़ने से दिल्ली सर्राफा बाजार में सोमवार को सोना 350 रुपए की छलांग लगाकर करीब सात साल के उच्चतम स्तर 33,650 रुपए प्रति किलोग्राम पर पहुंच गया। सिक्का निर्माताओं की मांग निकलने से चांदी भी 850 रुपए की जबरदस्त उछाल के साथ सात माह के उच्चतम स्तर 40,900 रुपए प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई।


अंतरराष्ट्रीय बाजार में मुनाफावसूली के दबाव में लंदन का सोना हाजिर 2.05 डॉलर की गिरावट के साथ 1,300.95 डॉलर प्रति औंस पर आ गया, लेकिन यह अब भी सात माह के उच्चतम स्तर के करीब बना हुआ है। फरवरी का अमेरिकी सोना वायदा 1.6 डॉलर की बढ़त में 1,299.70 डॉलर प्रति औंस बोला गया।

बाजार विश्लेषकों ने बताया कि आगामी 29 और 30 जनवरी को होने वाली अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक में ब्याज दर स्थिर रखने की अधिक संभावना है, जिससे निवेशकों का रुझान पीली धातु की ओर बढ़ा है। दुनिया की अन्य प्रमुख मुद्राओं के बास्केट में डॉलर के टूटने से भी इसके दाम को समर्थन मिला है। विदेशों में चांदी हाजिर 0.01 डॉलर बढ़कर 15.72 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गई।

वैश्विक तेजी के बीच वैवाहिक जेवराती मांग रहने से सोना स्टैंडर्ड 350 रुपए की बढ़त के साथ 33,650 रुपए प्रति दस ग्राम पर पहुंच गया। सोना बिटुर भी इतनी ही मजबूती के साथ 33,500 रुपए प्रति दस ग्राम पर रहा। आठ ग्राम वाली गिन्नी की चमक भी तेज हुई और यह 200 रुपए की चढ़कर 25,700 रुपए पर पहुंच गई।

सिक्का निर्माताओं की ओर से उठाव में आई तेजी से चांदी हाजिर 850 रुपए चमककर 26 जून 2018 के बाद के उच्चतम स्तर 40,900 रुपए प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई। चांदी वायदा भी 955 रुपए की बढ़त में 39,990 रुपए प्रति किलोग्राम बोली गई। चांदी की तेजी का असर सिक्कों पर भी रहा और इनकी खनक बढ़ गई। सिक्का लिवाली और बिकवाली 1,000-1,000 रुपए की छलांग लगाकर क्रमश: 78 हजार और 79 हजार रुपए प्रति सैकड़ा के भाव बिके।
ये भी पढ़ें
गांधीज्म, ए क्वेस्ट फॉर न्यू सिविलाइजेशन : बौद्धिक नजरिए से गांधी की समीक्षा