IPL में यह हाल है तो टी-20 विश्वकप में क्या होगा UAE की पिचों का? बन सकती है बल्लेबाजों की कब्रगाह
आईपीएल का दूसरा भाग ही नहीं इस बार टी-20 विश्वकप भी संयुक्त अरब अमीरात की पिचों पर खेला जाएगा। भारत में खेले गए आईपीएल के पहले भाग के कुछ मैचों में जो देखा गया लगभग वही आईपीएल के दूसरे भाग में यूएई में देखा जा रहा है।
आईपीएल के दूसरे भाग में शारजाह, दुबई और अबुधाबी के स्टेडियमों पर लगातार मैच खेले गए हैं। इस कारण पिच धीमी होती चली जा रही है। हालांकि शुरुआत के मैचों में भी बल्ले पर गेंद रुक कर आ रही थी।
आईपीएल के दूसरे भाग में एक बार भी किसी टीम ने 200 का आंकड़ा नहीं छुआ है। सर्वोच्च स्कोर राजस्थान रॉयल्स का रहा जिन्होंने लक्ष्य का पीछा करते हुए 190 रन बनाए।
यही नहीं सौ से कम स्कोर पर दो बार टीमें ऑलआउट हुईं है या फिर 20 ओवर खेल पायीं है। इसके अलावा 110 से 120 के बीच एक स्कोर बना हैं। ज्यदातर टीमें 120 से लेकर 160 के स्कोर पर रुक जाती हैं। आईपीएल के दूसरे भाग में औसत स्कोर 150 रनों का रहा है।
कठिन होती जाएगी बल्लेबाजीआईपीएल और टी-20 विश्वकप के लिए फैंस के मन में बड़े स्कोर के कारण ही क्रेज रहता है। आईपीएल में तो बहुत बड़ा स्कोर इक्का दुक्का बार आया है। टी-20 विश्वकप में भी यही आसार लग रहे हैं। ऐसा कहना गलत नहीं होगा कि टी-20 विश्वकप में हालात और बदत्तर हो सकते हैं।
इसका कारण यह है पिच का धीमा होना। एक ही पिच पर अगर लगातार मैच होते हैं तो पिच धीमी होती जाती है। टेस्ट मैच में पांचवे दिन की पिच इस कारण ही बल्लेबाजी के लिए सबसे मुश्किल मानी जाती है। जिसपर असमान्य उछाल भी होता है।
स्पिनर्स चटका सकते हैं ढेरों विकेटजहां बल्लेबाजी की कब्रगाह पिच बन सकती हैं। वहीं गेंदबाजों के लिए टी-20 विश्वकप खुशी का कारण बन सकता है। खासकर स्पिन गेंदबाजों के लिए यहां विकेट झटकने के लिए बहुत मौके मिलने वाले हैं। संभवत जब टी-20 विश्वकप खत्म होगा तो सबसे सफल गेंदबाज (विकटों के लिहाज से) एक स्पिनर ही होगा।
अफगानिस्तान के राशिद खान, भारत के वरुण चक्रवर्ती, दक्षिण अफ्रीका के तबरेज शम्सी और श्रीलंका के हसनरंगा पर सबकी निगाहें रहेंगी।
(वेबदुनिया डेस्क)