IPL 2019 : हैदराबाद के सामने प्लेऑफ का दावा मजबूत करने की चुनौती
जयपुर। इंडियन प्रीमियर लीग में उतार चढ़ाव से गुजर रही सनराइजर्स हैदराबाद की टीम शनिवार को जयपुर में घरेलू टीम राजस्थान रॉयल्स की चुनौती से पार पाते हुए तालिका में अपनी स्थिति मजबूत बनाने का प्रयास करेगी ताकि वह प्लेऑफ के लिए अपना दावा मजबूत कर सके।
हैदराबाद को पिछले मैच में चेन्नई सुपरकिंग्स के हाथों 6 विकेट से हार झेलनी पड़ी थी जिसके बाद वह तालिका में 10 मैचों में 5 जीत और 5 हार के साथ 10 अंक लेकर चौथे नंबर पर है। हालांकि टीम को शीर्ष चार में बने रहने के लिए भी अब अगले मैचों में अच्छा प्रदर्शन करना होगा। उसे कड़ी टक्कर किंग्स इलेवन पंजाब से मिल रही है जो अभी उसी के समान 10 अंक लेकर पांचवें नंबर पर है।
दूसरी ओर राजस्थान की स्थिति खराब है और 11 मैचों में 7 हारने के बाद वह 8 अंक लेकर 7वें नंबर पर खिसक गई है। हालांकि राजस्थान अब विपक्षी टीमों के समीकरण खराब कर सकती है। उसकी भी कोशिश रहेगी कि वह बाकी बचे सभी मैच जीतकर अपनी आखिरी उम्मीदों को बनाए रखे। राजस्थान ने पिछले मैच में कोलकाता नाइटराइडर्स को रोमांचक मैच में 3 विकेट से हराया था।
राजस्थान की टीम के लिए अब करो या मरो की स्थिति है और उसकी कोशिश अपने मैदान में जीत की लय को बरकरार रखने की होगी। टीम ने पिछले मैच में कोलकाता के खिलाफ कमाल का प्रदर्शन किया था जिसमें 17 साल के रियान पराग की 31 गेंदों में 5 चौकों और 2 छक्कों से सजी 47 रन की पारी अहम थी। इस मैच में पराग शीर्ष स्कोरर रहे थे जबकि जोफ्रा आर्चर ने आखिरी गेंदों में 2 चौके और 2 छक्के जड़ते हुए टीम को जीत दिलाई थी।
अजिंक्या रहाणे के बाद अब स्टीव स्मिथ के हाथों में राजस्थान की कप्तानी आ गई है और वह टीम को वापिस जीत की पटरी पर लाना चाहते हैं। ऑस्ट्रेलिया की विश्व कप टीम का हिस्सा स्मिथ ने अब तक 10 मैचों में 297 रन बनाए हैं जबकि रहाणे और जोस बटलर 352 और 311 क्रमश: टीम के शीर्ष स्कोरर हैं। इसके अलावा संजू सैमसन भी बड़े स्कोरर हैं।
मैन ऑफ द मैच रहे वरुण आरोन, ओशन थामस और जयदेव उनादकट अच्छे गेंदबाज हैं लेकिन उन्हें हैदराबाद को रोकने के लिए किफायती गेंदबाजी करनी होगी। बेन स्टोक्स और आर्चर के स्वदेश लौटने के बाद लियाम लिविंगस्टोन और एश्टन टर्नर की वापसी की उम्मीद है।
दूसरी ओर हैदराबाद के लिए शीर्ष चार में बने रहने की चुनौती है और पिछला मैच हारने के बाद उसपर मनोवैज्ञानिक दबाव भी होगा। टीम के स्टार खिलाड़ी डेविड वॉर्नर (10 मैचों में 574 रन) और जॉनी बेयरस्टो (445) दोनों टीम के शीर्ष स्कोरर हैं और वे भी विश्व कप के चलते स्वदेश लौट रहे हैं।
ऐसे में अब कप्तान केन विलियम्सन के लिऐ भी उनकी जगह भरने के लिए अच्छा प्रदर्शन करना अहम होगा। विलियम्सन चेन्नई के खिलाफ मैच में नहीं खेले थे लेकिन उनके सवाई मानसिंह स्टेडियम में लौटने की उम्मीद है। रिद्धिमान साहा के विकेटकीपर के तौर पर वापसी की उम्मीद है जो दीपक हुड्डा या यूसुफ पठान की जगह ले सकते हैं।