इमरान ने की भारत से अच्छे संबंधों की वकालत, चीन की तरफ झुकाव ज्यादा दिखाया
इस्लामाबाद। पाकिस्तान-तहरीके-इंसाफ (पीटीआई) के मुखिया और पूर्व क्रिकेटर इमरान खान ने आज कहा कि प्रधानमंत्री बनने के बाद मेरा सबसे पहला काम मुल्क की तरक्की करना है और देश से भ्रष्टाचार को दूर करना है। मेरी प्राथमिकताओं में स्वास्थ, बेरोजगारी और गरीबी दूर करना है। इमरान ने अपनी पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारत के साथ अच्छे संबंधों की वकालत जरूर की लेकिन उनका झुकाव चीन की तरफ ज्यादा रहा।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में मैं कमजोरों को उठाने का काम करूंगा। किसानों और मजदूरों को उनकी मेहनत का पैसा नहीं मिलता। ढाई करोड़ बच्चे स्कूल से बाहर हैं। 45 प्रतिशत बच्चों का सही विकास नहीं। एक मुल्क की पहचान उससे नहीं कि उसे अमीर कैसे रहते हैं, बल्कि गरीब तबका कमजोर तबका कैसे रहता है। हमारे देश के बच्चे गंदा पानी पीने से मरते हैं।
इमरान के अनुसार मुझे अब अपने घोषणा-पत्र को लागू करने का मौका मिलने जा रहा है। बलूचिस्तान के लोगों का शुक्रिया, जो वादा किया मैंने उनसे किया था, उसे पूरा करने का मुझे मौका मिलेगा। इस चुनाव में बहुत सारे लोगों ने अपनी कुर्बानियां दीं। मैं पाकिस्तान से किया अपना वादा निभाऊंगा। मेरा 22 साल का संघर्ष अब जाकर रंग लाया और मैं मुल्क की तरक्की में सब कुछ करूंगा, जो अब तक नहीं किया गया है।
उन्होंने कहा कि व्यापार के लिए पाकिस्तान में हमें माहौल बनाना है। मैं पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति सुधारना चाहता हूं। सरकार की जवाबदेही तय करूंगा। पाकिस्तान के राजनेता पैसा अपने ऊपर खर्च करते हैं। लोग इसीलिए टैक्स देने से कतराते हैं क्योंकि उनके पैसों का दुरुपयोग होता है, इसीलिए वे टैक्स नहीं देते। मैं जनता के टैक्स के पैसे की हिफाजत मैं करूंगा।
इमरान खान ने भारत के साथ अच्छे संबंधों की वकालत जरूर की लेकिन उनका ज्यादा झुकाव चीन की तरफ दिखाई दिया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान अपने पड़ौसियों से अच्छे संबंध कायम करेगा। भारत यदि हमें एक बार बुलाएगा तो हम उसे दो बार बुलाएंगे।
इमरान ने कहा इस चुनाव में भारतीय मीडिया ने मुझे एक तरह से बॉलीवुड के 'खलनायक' की तरह पेश किया। मैं बताना चाहता हूं कि जब मैं क्रिकेट खेला करता था, और वहां के लोगों का मुझे बेइंतहा प्यार मिलता था। अब मैं पुरानी बातें भूल गया हूं। मेरी कोशिश रहेगी कि पाकिस्तान और भारत के बीच अच्छे संबंधों की एक नई शुरुआत हो।
इमरान ने कहा कि अफगानिस्तान ने बहुत तकलीफ उठाई है। वहां अमन की जरूरत है। अफगानिस्तान में अमन होगा तो पाक में अमन होगा। हम अमेरिका से भी अच्छे ताल्लुकात रखेंगे, अभी तक एकतरफा रिश्ते थे। इराक से संबंध और बेहतर करेंगे। सऊदी अरब से रिश्ते और बढ़ाएंगे।