जानिए क्यों मिल रहा है प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को चैंपियंस ऑफ द अर्थ अवॉर्ड
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बुधवार को एक विशेष समारोह में संयुक्त राष्ट्र का 'चैंपियन्स ऑफ अर्थ' पुरस्कार दिया जाएगा। 'चैम्पियन्स ऑफ अर्थ' पुरस्कार संयुक्त राष्ट्र द्वारा पर्यावरण के क्षेत्र में दिया जाने वाला सर्वोच्च सम्मान है।
यह हर साल किसी ऐसे व्यक्ति को प्रदान किया जाता है जिसके कार्यों का पर्यावरण पर उत्कृष्ट प्रभाव पड़ा हो। संयुक्त राष्ट्र की 73वीं आम सभा में 26 सितंबर को मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैन्युएल मैक्रां को संयुक्त रूप से यह पुरस्कार देने की घोषणा की गई थी।
प्रवासी भारतीय केंद्र में आयोजित समारोह में संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनिओ गुतरेस मोदी को यह पुरस्कार प्रदान करेंगे। इस मौके पर प्रधानमंत्री समारोह में मौजूद लोगों को संबोधित भी करेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी को इसलिए मिल रहा है पुरस्कार : प्रधानमंत्री कार्यालय के मुताबिक अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन की स्थापना तथा वर्ष 2022 तक देश में एक बार ही इस्तेमाल हो सकने वाले प्लास्टिक का प्रयोग पूरी तरह समाप्त करने की दिशा में किए उनके प्रयास के लिए मोदी को इस पुरस्कार के लिए चुना गया है।
कोच्चि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को भी मिला सम्मान : भारत के लिए यह बहुत बड़े सम्मान की बात है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अलावा कोच्चि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को भी यह पुरस्कार दिया जा रहा है। हवाई अड्डे को सस्टेनेबल एनर्जी (नवीकरणीय ऊर्जा) की दिशा में आगे बढ़ते हुए उद्यमी दृष्टि दिखाने के लिए पुरस्कार से नवाजा गया है। यह हवाई अड्डा दुनिया को बताने का काम कर रहा है कि हमारे वैश्विक आंदोलन के सतत विस्तार नेटवर्क से पर्यावरण को नुकसान नहीं पहुंचना चाहिए।
हवाई अड्डे के बारे में कहा गया है कि समाज की गति में लगातार वृद्धि हो रही है, ऐसे समय में दुनिया का पहला पूर्ण संचालित हवाई अड्डा इस बात का सबूत है कि ग्रीन बिजनेस ही अच्छा बिजनेस है।
2005 में हुई थी शुरुआत : पर्यावरण के सबसे बड़े सम्मान के रूप में दिए जाने वाले इस पुरस्कार को वर्ष 2005 में शुरू किया गया था। यह पुरस्कार पर्यावरण के क्षेत्र में असाधारण उपलब्धियों के लिए व्यक्ति और संगठनों को दिया जाता है। वैश्विक पर्यावरण की दृष्टि से लोगों को प्रेरित करने के लिए जो व्यक्ति राजनीतिक नेतृत्व के तहत काम करते हैं, जमीनी कार्रवाई करते हैं या फिर वैज्ञानिक नवाचार के माध्यम से काम करते हैं, वे इस सम्मान को पाने के हकदार होते हैं।
6 लोगों और संस्थाओं को पुरस्कार : इस साल संयुक्त राष्ट्र संघ की ओर से यह सम्मान विभिन्न श्रेणियों में 6 लोगों और संस्थाओं को दिया गया है। इनमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, इमैनुअल मैक्रों, जोआन कार्लिंग, चीन का जिनजिआंग ग्रीन रूरल प्रोग्राम, कोच्चि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा और बियोंड मीट एवं इंपोसिबल फूड्स के नाम शामिल हैं। संयुक्त राष्ट्र की ओर से कहा गया है कि ये लोग बेहतर भविष्य के लिए आज को बदल रहे हैं।